कैसे करें कीमती कपड़ों की खरीदारी व हिफाजत
आज का युग भले ही पाश्चात्य सभ्यता को अपनाता जा रहा है परन्तु फिर भी कुछ ऐसे रीति-रिवाज हैं जो सदियों तक ज्यों का त्यों बरकरार रहेंगे। उन्हीं में से एक है विशिष्ट परिधान...
फैशन डिजाइनिंग में बेहतर अवसर
फैशन और उसका प्रारूप अपने अलग व अनिवार्य रूपों में हमेशा से उपस्थित रहा है। प्राचीनकाल से लेकर अब तक वह अपना रूप परिवर्तित करते हुए अधुनातन प्रारूप में न केवल शौक या फैशन,...
नथ के बिना अधूरा है नारी शृंगार
नारी के शृंगार और आभूषणों में सबसे प्रमुख व महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है नासिका आभूषण। साधारण से दिखने वाले चेहरे पर नाक का यह आभूषण चार चांद लगा देता है, यदि चेहरे के आकार...
Bangles: सुहाग का प्रतीक चूड़ियां
Bangles चाहे कोई त्योहार हो या कोई उत्सव, युवतियां अपने श्रृंगार में चूड़ियों को सबसे पहले शामिल करती हैं। वैदिक युग में चूड़ियों को कलाइयों की शोभा मात्र के लिए पहना जाता था लेकिन...
Mehndi : स्वस्थ, सुंदर बालों के लिए एक वरदान है मेंहदी
मेंहदी Mehndi का प्रचलन आधुनिक नहीं है, इसका प्राचीन काल से प्रचलन रहा है। प्राचीन समय में भी स्त्रियां दिन-त्यौहार, उत्सव, शादी-विवाह आदि समारोहों पर हाथों, पांवों में मेंहदी लगाती थी, जो क ई...
बैग सिलेक्शन भी एक कला है
अधिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए टोट-बैग खरीदना ही बेहतर होता है ताकि आप उसमें कईं तरह की चीजें रख सकें। अगर आप एक ही बैग का प्रयोग सभी जगह करना चाहती हैं, तो...
दुपट्टों पर आज भी फिदा हैं लड़कियां
भले दुपट्टा गले पर चला गया हो, किन्तु आज भी नव्याओं की यह पहली पसंद ही होती है। दुपट्टे को खूबसूरती में चार-चांद लगाने वाला परिधान कहा जाता है।
बहुत-सी लड़कियों इसे आबरू का स्नेहिल...
अपनी खुशी स्वयं ढूंढनी पड़ती है
अपनी खुशी स्वयं ढूंढनी पड़ती है : ‘खुशी’ का नाम सुनते ही बुझे हुए बेजान चेहरों पर रौनक दिखाई देने लगती है। खुशी कौन नहीं चाहता। घर में खुशी बनाए रखने के लिए हर व्यक्ति...
अपनी ज़िंदगी में नवीनता लाएं
कभी भी यह न सोचें कि इतने अल्प संसाधनों व अल्प ज्ञान से आप सफलता कैसे प्राप्त कर सकते हैं| यह बहुत छोटी छोटी बातें हैं पर यदि आप इन्हें बदलना शुरू कर देते...