Birds Beautiful Home परिंदों को मिला सुंदर-सा घर
- डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत का लाजवाब प्रयास
- मिट्टी, मटकों व सरकंडों की मदद से तैयार किया 12 फुट ऊँचा टावरनुमा रैन बसेरा
पक्षियोद्धार मुहिम के तहत डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत ने पक्षियों के सुरक्षित एवं स्थाई प्रवास के लिए नायाब प्रयास किया है। डेरा सच्चा सौदा के अनुयायियों ने अपने सच्चे रूहानी रहबर पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के पावन अवतार माह की खुशी में पक्षियों के लिए करीब 12 फुट ऊंचा टावरनुमा रैन बसेरा तैयार किया है। इस टावर की खास बात यह है कि इसको तैयार करने में मिट्टी, मटकों व सरकंडों का इस्तेमाल किया गया है, जो अपने आप में अनूठा प्रयास है।
Birds Beautiful Home दरअसल गांव ओढां (जिला सरसा) की साध-संगत ने नुहियांवाली रोड पर सड़क किनारे एक अद्वितीय नमूना तैयार किया है। पक्षियोद्धार मुहिम के तहत सराहनीय कार्य करते हुए मिट्टी, मटकों व सरकंडों की सहायता से पक्षियों के लिए टावरनुमा रैन बसेरा तैयार किया है। मिट्टी से निर्मित होने व मटकों के माध्यम से हवा के आवागमन के चलते यह भीषण गर्मी में पक्षियों के लिए काफी आरामदायक व वातानुकुलित साबित होगा। इस पुण्य-कार्य पर होने वाला पूरा खर्च भी साध-संगत ने खुद के द्वारा ही वहन किया है।
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12 फुट ऊँचा व 7 फुट चौड़ा है ये रैन बसेरा
पक्षियों के लिए बनाया गया यह रैन बसेरा 12 फुट ऊँचा व 7 फुट चौड़ा है। इसमें 125 मटके लगाए गए हैं। हवा क्रॉसिंग के लिए पर्याप्त व्यवस्था होने के साथ-साथ इसकी तालाब की मिट्टी से पुताई की गई है। यही नहीं, बरसात के दौरान भी पक्षियों को कोई दिक्कत न आए, इसके लिए भी व्यापक व्यवस्था की गई है। रैन बसेरे की ऊपरी सतह पर सरकंडों व सूखी घास की सहायता से गुमटनुमा छत लगाई गई है। हालांकि यह रैन बसेरा करीब 150 पक्षियों के लिए बना है, लेकिन इसमें इससे भी कहीं ज्यादा पक्षियों के रहने की व्यवस्था है। साध-संगत द्वारा इसके आस-पास पौधारोपण करने के साथ-साथ पानी के सकोरे लगाने व चोगे के लिए भी जगह बनाई जाएगी।
मन में था कुछ अलग किया जाए
सेवा कर रहे प्रेमी सेवक कुलजीत इन्सां व गौरव इन्सां ने बताया कि साध-संगत का पिछले काफी समय से इस बात पर मंथन चल रहा था कि पूज्य पिताजी के पावन अवतार माह की खुशी में कुछ अलग किया जाए। जिसके बाद पक्षियोद्धार मुहिम के तहत इस रैन बसेरे को बनाने का मन बनाया। पवित्र नारे ‘धन धन सतगुरु तेरा ही आसरा’के साथ कार्य का शुभारंभ किया गया। इस सेवा-कार्य में भाईयों के साथ-साथ बहनों का भी भरपूर सहयोग रहा। उन्होंने बताया कि यह रैन बसेरा खुला व वृक्षों के बीच होने के चलते यहां पर पक्षियों की हर समय चहचहाहट रहेगी। -राजू इन्सां।