दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाएं
आजकल हर स्टूडेंट को खुद को साबित करने के लिए परीक्षाओं की कसौटी पर खरा उतरना होता है। वैसे हर शख्स जीवन में परीक्षाओं के दौर से अवश्य गुजरता है। परीक्षा से ही किसी मनुष्य के ज्ञान और उसकी योग्यता का आंकलन होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया में सबसे कठिन परीक्षाएं कौन सी हैं, जिन्हें सफल करना एक विद्यार्थी के लिए बहुत बड़ी चुनौती है।
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हम आपको बताएं कि कौन से इग्जाम हैं जो पूरी दुनिया में चर्चा का विषय रहते हैं।
दुनिया का सबसे टफ एग्जाम है चीन का गाओकाओ
चीन की गाओकाओ परीक्षा दुनियाभर में सबसे कठिन परीक्षा कही जाती है। यह एग्जाम नेशनल हायर एजुकेशन एंट्रेंस परीक्षा है जिसको पास कर लेने के बाद छात्र / छात्रा को यूनिवर्सिटी में दाखिला मिलता है। इस परीक्षा की अवधि 10 घंटे है। इसलिए यह लगातार दो दिन के लिए परीक्षा आयोजित की जाती है। गत जुलाई महीने में हुई इस परीक्षा में चीन के करीब 10.71 मिलियन छात्रों ने भाग लिया था।
जिसके लिए 4,00,000 से अधिक परीक्षा केंद्र बनाये गए थे। गाओकाओ परीक्षा में चीन की भाषा, गणित और एक वैकल्पिक विदेशी भाषा से संबंधित सवाल पूछे जाते हैं। यह परीक्षा कठिन होने के साथ अकसर विवादों में भी रहती है। माता-पिता अपने बच्चों को छोटी उम्र से ही इस परीक्षा को पास करने का दबाव बनाने लगते हैं, जिससे परीक्षा में फेल होने पर आत्महत्या करने के मामले भी सामने आते हैं। बता दें कि इस परीक्षा के दिन चीन की बसों, ट्रेनों और फ्लाइट्स तक के शेड्यूल बदल जाते हैं।
भारत में होने वाली आईआईटी/जेईई की परीक्षा
भारत में हर साल इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश हेतु आईआईटी/जेईई की परीक्षा आयोजित करवाई जाती है। जेईई परीक्षा एक तरह की कॉलेज प्रवेश परीक्षा है। जिस भी छात्र को देश में मौजूद 25 आईआईटी कॉलेज में दाखिला लेना होता है उसे यह परीक्षा पास करनी अनिवार्य होती है।
इस परीक्षा को दुनिया की कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है जिसमें देश के लाखों छात्र परीक्षाएं देते हैं उनमें से सिर्फ कुछ हजार बच्चे ही इस परीक्षा को पास कर पाते हैं। यह परीक्षा दो चरणों में करवाई जाती है।
पहला चरण :- जेईई मैन (3 घंटे )
दूसरा चरण :- जेईई एडवांस (3 घंटे)
परीक्षा में छात्रों से विज्ञान, गणित, अंग्रेजी और अन्य विषयों से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं, प्रश्न बहुविकल्पीय होते हैं।
मेन्स परीक्षा
दुनियाभर में होने वाले आईक्यू टेस्ट के लिए एक सबसे बड़ा नाम मेन्सा का माना जाता है। यह मेन्सा सोसायटी द्वारा आयोजित करवाया जाता है। इस टेस्ट में उम्र की कोई सीमा नहीं होती। कोई भी व्यक्ति किसी भी उम्र में यह आईक्यू टेस्ट दे सकता है। बता दें कि इस टेस्ट में शामिल होने वाले सबसे कम उम्र की आयुसीमा मात्र 2 साल है। टेस्ट में सफल होने के लिए कम से कम 98 % अंक लेना अनिवार्य होता है।
सीएफए परीक्षा
यह परीक्षा को पास करने वाले दुनिया की प्रसिद्ध मल्टीनेशनल कंपनियों में एकाउंट और फाइनेंस से संबंधित कार्य करने होते हैं। दुनिया भर के परीक्षार्थियों के बीच होने वाली इस परीक्षा में सिर्फ 32% परीक्षार्थी ही सफल हो पाते हैं। परीक्षा पास करने बाद कैंडिडेट को 4 साल का कोर्स प्रोग्राम पूरा करना होता है। इस कोर्स प्रोग्राम को 20 % लोग ही पूरा कर पाते हैं।
जीआरई (ग्रेजुऐट रिकार्ड इग्जामिनेशन)
यह परीक्षा अमेरिका के स्कूलों के लिए होने वाली एक प्रवेश परीक्षा है। जो दोनों आॅनलाइन और आॅफलाइन माध्यम से कराई जाती है। इस परीक्षा के 6 भाग होते हैं इन भागों में विश्लेषणात्मक वर्ग, मौखिक तर्क वर्ग, मात्रात्मक वर्ग और अनुसंधात्मक वर्ग से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। छात्रों को जीआई स्कोर दिए जाते हैं, जिनके आधार पर स्कूल में एडमिशन मिलता है।
गेट परीक्षा (गे्रजुऐट अपटिच्यूट टेस्ट इन इंजीनियरिंग इंडिया)
इस परीक्षा को हिंदी में अखिल भारतीय इंजीनियरिंग परीक्षा कहा जाता है। देश की बड़ी सरकारी और प्राइवेट कंपनियों में इंजीनियरिंग की जॉब और देश के अच्छे कॉलेज से एम.टीच में एडमिशन हेतु यह परीक्षा ली जाती है। परीक्षार्थी को गेट स्कोर जारी किये जाते हैं।
सीसीआईई (सिस्को सर्टीफाइड इंटरनेटवर्किंग एक्पर्ट)
दुनिया की नामी नेटवर्किंग कंपनी सिस्को के द्वारा आयोजित करवाई जाने वाली यह परीक्षा विश्व की बेहद कठिन परीक्षाओं में से एक है। इस परीक्षा में पास होने पर मिलने वाला सर्टिफिकेट दुनिया के सभी बड़ी कंपनियों में मान्य है। यह एग्जाम एक तरह की लिखित परीक्षा होती है। जिसमें परीक्षार्थी को लैब में एग्जाम देना होता है। परीक्षा की समय अवधि 8 घंटे होती है।
आॅल शॉल प्राइज फेलोशिप इग्जाम
आॅक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के द्वारा कराई जाने वाली यह परीक्षा एक तरह की फेलोशिप प्रोग्राम है। इस परीक्षा में होने वाले चार पेपर तीन-तीन घंटे के होते हैं। लाखों उम्मींदवारों के द्वारा दी जाने वाली इस परीक्षा में सिर्फ दो सदस्यों का चयन किया जाता है। परीक्षा में दिए गए विषय पर अपने शब्दों में एक बड़ा और लम्बा निंबध लिखना होता है। आॅक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के द्वारा यह परीक्ष हर साल में एक बार करवाई जाती है।
यूपीएससी (यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन)
भारत की कठिन परीक्षाओं में से एक यूपीएससी का सिविल सर्विस एग्जाम दुनिया की कठिन परीक्षाओं में से मानी जाती है। इस परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थी को चयन होने के बाद देश की सिविल सेवा में एक अधिकारी के रूप में अपनी सेवाएं देनी होती हैं। हर साल आयोजित होने वाली इस परीक्षा में देश के लाखों छात्र भाग लेते हैं, लेकिन परीक्षार्थियों में से सिर्फ 0.1-0.4 प्रतिशत छात्र ही इस परीक्षा में सफल हो पाते हैं।
एलएनएटी (लॉ नेशनल अपटिट्यूट टेस्ट)
यह परीक्षा कानून की पढ़ाई के लिए विभिन्न कॉलेज में प्रवेश हेतु ली जाती है। इस परीक्षा को दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है। जो भी इस परीक्षा को पास कर लेता है वह कानून की पढ़ाई करने के बाद देश की अदालतों में वकील और बैरिस्टर के रूप में कार्य करते हैं। यह परीक्षा दुनियाभर के 100 से अधिक केंद्रों में आयोजित करवाई जाती है।
सीए (चार्टर्टड एकाउटेंट)
आईसीएआई (इंस्टीच्यूट आॅफ चार्टर्टड एकाउंटेंट आॅफ इंडिया) के द्वारा कराये जाने वाला यह एग्जाम भारत का ही नहीं, बल्कि दुनिया का भी टफ एग्जाम है। स्नातक कर चुके छात्र इस एग्जाम के लिए आवेदन कर सकते हैं। लेकिन इसके लिए स्नातक में कम से कम 60 % अंक होने चाहिएं। जो भी छात्र कॉमर्स से अपना ग्रेजुएशन पूरा करते हैं उनके अच्छे करियर के लिए सीए कोर्स सबसे उपयुक्त माना गया है।
आईईएस (इंडियन इंजीनियरिंग सर्विसेज)
यूपीएससी के द्वारा देश में हर वर्ष आईएएस, आईपीएस, आईएफएस के अलावा एक और परीक्षा आयोजित की जाती है जिसका नाम है आईईएस। देश में हर साल इंजीनियरिंग पास करने वाले ग्रेजुएट्स इस परीक्षा को देते हैं। परीक्षा के माध्यम से देश के सरकारी और प्राइवेट संस्थानों में इंजीनियर की नियुक्ति की जाती है। इसमें दो पेपर लिए जाते हैं पहला पेपर सामान्य अध्ययन पर आधारित होता है और दूसरा पेपर इंजीनियरिंग एप्टीट्यूड टेस्ट होता है। दोनों ही पेपर 3 घंटे की समय अवधि के होते हैं। खास बात यह भी है कि इस परीक्षा के लिए भूटान, नेपाल और भारतीय प्रवासियों के लिए सीटें आरक्षित होती हैं।
नीट (नेशनल पात्रता कम इंटरेस्ट टेस्ट)
यह परीक्षा भारत में हर साल मेडिकल कॉलेज में प्रवेश हेतु ली जाती है। आवेदन के लिए छात्र का इंटरमीडिएट में बायो होना जरूरी है। यह परीक्षा देश की 13 भाषाओं में आयोजित करवाई जाती है। परीक्षा पास करने वाले उम्मींदवार को विभिन्न मेडिकल कोर्स एमबीबीएस/ बीडीएस/ बीएएमएस/ बीएसएमएस/ बीयूएमएस/ बीएचएमएस आदि में एडमिशन दिया जाता है।