सरकारी योजना Vandana Scheme
गर्भवती महिलाओं का सहारा प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना
प्रधानमंत्री गर्भावस्था सहायता योजना 2020 के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा 6000 रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। गर्भावस्था सहायता योजना की शुरूआत देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा 1 जनवरी 2017 को की गयी थी।
प्रधानमंत्री गर्भावस्था सहायता योजना 2020 के अंतर्गत पहली बार गर्भधारण करने वाली तथा स्तनपान कराने वाली महिलाओं को यह आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। गर्भावस्था सहायता योजना को ‘प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना 2020’ के नाम से भी जाना जाता है।
Table of Contents
योजना का उद्देश्य
हालांकि, गर्भावस्था सहायता योजना कई तरीकों से गर्भवती महिलाओं को मदद करेगी लेकिन इस योजना के दो मुख्य उद्देश्य हैं। पहला काम करने वाली महिलाओं की मजदूरी के नुकसान की भरपाई करने के लिए मुआवजा देना और उनके उचित आराम और पोषण को सुनिश्चित करना। दूसरा, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के स्वास्थ्य में सुधार और नकदी प्रोत्साहन के माध्यम से अधीन-पोषण के प्रभाव को कम करना।
योजना से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें
इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को 6000 रुपए का लाभ मिल रहा है, जो भी गर्भवती महिला इस योजना में आवेदन करने की इच्छुक है उन्हें आंगनवाड़ी तथा स्वास्थ्य केंद्र में जाकर तीन आवेदन फॉर्म भरने होंगे। प्रधानमंत्री गर्भावस्था सहायता योजना 2020 में आवेदन के लिए गर्भवती महिलाओं को आंगनवाड़ी या निकट स्वास्थय केंद्र में जाकर पंजीकरण फॉर्म भरकर जमा कराना होगा।
इस योजना के अंतर्गत महिला तथा बाल विकास मंत्रालय नोडल एजेंसी की तरह कार्य कर रही है। इस योजना का लाभ पहले जीवित बच्चे को जन्म देने पर ही गर्भवती महिलाओं को प्राप्त होगा। इस योजना के अंतर्गत वही गर्भवती महिलाएं आवेदन कर सकती हैं जिनकी उम्र 19 साल या उससे अधिक है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि पहली बार गर्भवती होने वाली ग्रामीण महिला के खाते में कुल 6400 रुपये व शहरी गर्भवती के खाते में कुल 6000 रुपये पहुंचेंगे।
इस योजना के द्वारा पात्र गर्भवती महिलाओं को पहली किस्त में एक हजार रुपये गर्भ के 150 दिनों के अंदर, दूसरी किस्त में 2000 रुपये 180 दिनों के अंदर व तीसरी किस्त में 2000 प्रसव के बाद व शिशु के प्रथम टीकाकरण चक्र पूरा होने पर मिलेंगे।यह धनराशि सीधे गर्भवती महिलाओ के बैंक खाते में पहुंचाई जाती है।
गर्भावस्था सहायता योजना 2020 का लाभ
गर्भावस्था सहायता योजना 2020 का लाभ उन गर्भवती महिलाओं को मिलेगा जो मजदूर वर्ग से हैं। इस वर्ग की गर्भवती महिलाएं आर्थिक रूप से कमजोर होने की वजह से गर्भावस्था के समय अपनी स्वास्थ्य सम्बन्धी जरूरतों को पूरा नहीं कर पाती है और पैसे की कमी के कारण अपने बच्चे की परवरिश अच्छे से नहीं कर पाती। इस योजना के जरिये गर्भवती महिलाएं गर्भावस्था के समय की हर जरूरत को पूरा कर सकेंगी और बच्चे के जन्म होने के बाद बच्चे की अच्छे से परवरिश कर सकेंगी। साथ ही मृत्यु दर में भी कमी आएगी। इस योजना का लाभ सरकारी नौकरी करने वाली महिलाएं नहीं उठा सकती हैं।
योजना के लिए पात्रता (दस्तावेज)
- गर्भावस्था सहायता योजना में आवेदन करने वाली गर्भवती महिलाओं की उम्र 19 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए।
- उन महिलाओं को भी पात्र माना जायेगा जो 1 जनवरी 2017 या उसके बाद गर्भवती हुई हैं।
- राशन कार्ड
- बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र
- माता पिता दोनों का आधार कार्ड
- बैंक खाते की पासबुक
- माता-पिता दोनों का पहचान पत्र
योजना में आवेदन इस प्रकार करें
ॅ - प्रधानमंत्री गर्भावस्था सहायता योजना का लाभ उठाने के आप आॅफलाइन आवेदन कर सकते हैं। इस योजना के लिए आॅनलाइन आवेदन नहीं किया जा सकता है।
- गर्भवती महिलाओं को इस योजना में आवेदन के लिए तीन फॉर्म (पहला फॉर्म, दूसरा फॉर्म, तीसरा फॉर्म) भरने होंगे।
- सर्वप्रथम गर्भवती महिलाएं आंगनवाड़ी तथा निकट स्वास्थ्य केंद्र में जाकर पंजीकरण के लिए पहला फॉर्म लेकर और उसमें पूछी गई सभी जानकारी भरकर जमा कर दें।
- इसके बाद आपको आंगनवाड़ी तथा निकट स्वास्थ्य केंद्र में जाकर नियमित समय पर दूसरा फॉर्म और तीसरा फॉर्म भरकर वहीं जमा कर दें।
- तीनों फॉर्म भरने के बाद आंगनवाड़ी तथा निकट स्वास्थ्य केंद्र वाले आपको एक स्लिप देंगे।
- गर्भवती सहायता योजना 2020 का आवेदन फॉर्म आप महिला तथा बाल विकास मंत्रालय की ओफिसिअल वेबसाइट
- https://wcd.nic.in/ http://६ू.िल्ल्रू.्रल्ल/ से डाउनलोड कर सकते हैं। इस प्रकार आपका आॅफलाइन आवेदन पूरा हो जायेगा।
फार्म डाउनलोड करने का लिंक:
https://pmmodiyojana.in/wp-content/uploads/2019/07/pmmvy-application-forms.pdf
सच्ची शिक्षा हिंदी मैगज़ीन से जुडे अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook, Twitter, LinkedIn और Instagram, YouTube पर फॉलो करें।