छात्र और परीक्षा
‘परीक्षा’ शब्द का अर्थ है – दूसरों के द्वारा एक व्यक्ति के ज्ञान को जांचना। यूं तो यह तीन अक्षरों का छोटा सा शब्द है मगर इस के अंदर जो डर है, वह सब को कंपा देता है। परीक्षा किसी भी प्रकार की हो सकती है मगर यहां मैं छात्रों की परीक्षा के बारे में उल्लेख कर रही हूं।
परीक्षा का समय पास आ गया है और सब बच्चे अपना-अपना कोर्स करने में लगे हैं। सब छात्रों के अपने-अपने विचार है। कुछ सोचते हैं कि इतना सारा कोर्स मैं कैसे कर पाऊंगा। कुछ याद करते हैं मगर जल्दी भूल जाते हैं। कुछ कहते हैं कि पढ़ाई क्या मुसीबत है, किसने बनाई यह। कुछ का मानना होता है कि अभी बहुत दिन हैं, कर लेंगे! क्या जल्दी है। आलस्य और निद्रा उन पर हावी हुई रहती है।
प्यारे छात्रो, अगर जिंदगी में कुछ पाना चाहते हो तो ध्यान से पढ़ो। इसी विद्यार्थी-जीवन में ही रहकर सब अपने भविष्य के लिए सपने संजोते हैं और उनको पूरा करने में जुट जाते हैं। जिस प्रकार एक अच्छे भवन एवम् इमारत के लिए उसकी नींव का मजबूत होना जरूरी है उसी प्रकार मनुष्य का जीवन है जिसको विद्यार्थी जीवन रूपी नींव मजबूत चाहिए नहीं तो यह जल्दी ही गिर जाएगी अर्थात पतन हो जाएगा। अत: सारा जीवन सुखमय बनाने के लिए एक बार पढ़ाई में लग्न एवम् मेहनत आवश्यक है।
सादगी से पढ़ाई करें, कुसंगति से भी बचें। जो समय अब मिला है, उसका सही उपयोग करना ही समझदारी है क्योंकि समय की लहर भी समुद्र की लहर की तरह किसी की प्रतीक्षा नहीं करती। जो समय चला गया, वह कभी वापस नहीं आता। संत कबीर जी ने सच ही कहा है,
‘जो लोग दिन खाने-पीने में और रात सोकर गुजार देते हैं वे अपने इस अमूल्य जीवन को कौड़ी के बदले बेच देते हैं। जब समय निकल जाता है तो बाद में वे पछताते हैं।’
जो समय के मूल्य को पहचान जाता है वह अपनी मंजिल को पार करने में सक्षम हो जाता है। जो समय का तिरस्कार करते हैं, वे जीवन में असफल हो जाते हैं। समय हमारे लिए देवता के समान है
इसलिए इसका हर पल, हर क्षण सही इस्तेमाल करने पर यह खुश हो कर हमारे जीवन में खुशियां ही खुशियां बिखेर देता है।
- परीक्षा के दिनों में कोई समस्या या घबराहट न हो, इसलिए निम्नलिखित कुछ बातें ध्यान में रखें।
- विज्ञान एवम् गणित के फार्मूले एक पेज पर लिखें और स्टडी टेबल के सामने दीवार पर लगा लें ताकि जब भी बैठें, उन पर नजर पड़ जाए और याद हो जाएं।
- अपने कोर्स के हर पाठ को ध्यानपूर्वक पढ़ें और समझें। इन्हें अंधाधुंध रटने की बजाए समझकर याद करें।
- पढ़ते समय जो समस्याएं हों, उनको एक कापी में लिखते जाएं और फिर अपने अध्यापक या दोस्त से समझ लें।
- अपने खान-पान का ध्यान रखें। अधिक तली हुई व भारी वस्तुओं का सेवन करने से अधिक नींद आती है, इसलिए हल्का भोजन करें।
- सुबह-सुबह दिमाग ताजा होता है, इसलिए मुश्किल विषय को सुबह करें। वैसे हर विषय को प्रतिदिन पढ़ें।
- सारा कोर्स परीक्षा के दस-पन्द्रह दिन पूर्व ही समाप्त कर लें ताकि दोहराने का समय मिल सके।
- एक कापी बनाओ जिसमें हर प्रश्न के पायंट् ही पायंट् लिखो जो परीक्षा से पहले बहुत काम की चीज है। इसको पढ़ने से सारा प्रश्न याद हो जाता है और सारा कोर्स बहुत जल्दी दोहराया जा सकता है।
- मुख्य बात है तनावमुक्त रहना। शांत मन से किया गया हर कार्य सफल होता है।
- परीक्षा के समय घबराना नहीं। ध्यान से प्रश्नपत्र को पहले पढ़ें, फिर सोच समझ कर हल करना शुरू करें। सारे प्रश्न हल करें, छोड़े नहीं। जो सवाल अच्छे से याद हैं, हल कर सकते हैं, उन्हें पहल दें।
- याद रखें, पूरी लग्न, मेहनत, ईमानदारी एवम् मन से किए गए प्रयत्न कभी असफल नहीं होते।
अंत में यही कहना चाहूंगी कि एक क्षण भी व्यर्थ किए बिना पढ़ने लग जाओ। सब आपके साथ हैं। तुम्हारी यही मेहनत एक दिन पूरे देश में तो क्या, पूरे संसार में तुम्हारा नाम रोशन करेगी।
सुनीता मल्होत्रा