healthy हैल्दी फूड हमारे शरीर को स्वस्थ रखता है और मन को प्रफुल्ल। आधुनिक लाइफस्टाइल के अनुसार हम हमेशा हैल्दी ही नहीं खा सकते। कभी-कभी खाने में गड़बड़ी न चाहते हुए भी हो जाती है। कभी कभी गड़बड़ी तो ठीक है पर अक्सर की गई गड़बड़ी मोटापा लाती है। मोटापे के साथ कई और बीमारियां भी साथ-साथ आ जाती हैं, जैसे- हाई ब्लड प्रेशर, हाई कॉलेस्ट्रॉल आदि। इन सबसे बचना हो तो हैल्दी फूड ही सही आॅप्शन है। ज्यादा जंक फूड भी हानिकारक होता है, हां कभी-कभी चलता है।
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खाना निश्चित समय पर खाएं
अपने शरीर को निश्चित समय पर खाने की आदत डालें। जब भी भूख लगे, जितनी बार भी भूख लगे तो ज्यादा बार खाना सेहत के लिए अच्छा नहीं। दिन में कितने मुख्य आहार लेने हैं और कितने छोटे आहार जिनमें चाय, फल, आदि भी शामिल हों, उनका समय निश्चित कर लें और उसी अनुसार भोजन करें। बहुत से लोग कभी भी, कुछ भी खा लेते हैं। बोर हो रहे हैं तो खा लो, स्ट्रेस में हो तो खा लो, खुशी का अवसर है तो खा लो। चाहे भूख हो या न हो, बस मन में आया तो खा लिया। इस आदत को छोड़ कर अपने निश्चित आहार ही लें।
खाने की योजना पहले ही बना लें
आजकल अधिकतर कपल्स वर्किंग हैं। समय अभाव के कारण जिस चीज को खाने की इच्छा हो, वो मंगा कर खा लेते हैं, क्योंकि बनाने का उतना समय उनके पास नहीं होता। आप पहले फैसला कर लें कि ब्रेकफास्ट में हैल्दी क्या खाना है, लंच में क्या और डिनर में क्या? उसी अनुसार घर में सामान रखें और मेड से सब्जियां कटवाने में मदद लें। फिर बनाना आसान होगा। जो लोग प्लैन्ड नहीं चलते, उनके पास लास्ट मिनट में बाजार से मंगाने का ही आॅप्शन बचता है या घर पर जो ईजी-टू-कुक हो, वही बना कर खाना पूर्ति कर लेते हैं। अगर आप सप्ताह भर का अंदाजन मेन्यू तैयार कर लें और उसी आधार पर खरीदारी कर फ्रिज में रख लें तो काफी समस्या सुलझ सकती है जो लांग रन में आपकी सेहत के लिए बहुत ही अच्छा होगा।
बाहर के खाने से करें तौबा
बाहर खाने में अपनी नार्मल डाइट से अधिक खाया जाता है। शायद यही सभी का अनुभव है, क्योंकि बाहर रेस्तरां के खाने में क्र ीम चीज का खूब प्रयोग होता है। सब्जियों को स्वादिष्ट बनाने के लिए अक्सर रेस्तरां वाले सब्जियां फ्राई कर देते हैं जिससे आपके शरीर में अधिक कैलोरीज चली जाती हैं। पेट भारी हो जाता है। ऐसे में अच्छा हो कि बाहर कम ही खाया जाए। बेहतर है कि घर का हैल्दी फूड ही लें। जब भी बाहर खाएं तो अगले दिन उसे हल्के आहार द्वारा कंपनसेट कर लें।
खाने के समय खाना ही खाएं
जब भी आपके खाने का समय हो, अपने सभी काम एक तरफ रख कर ध्यान पूरा खाने पर दें। अगर आप आॅफिस में हैं तो डाइनिंग रूम में जाकर अपना खाना खाएं। अक्सर लोग काम निपटाने के चक्कर में मल्टी टॉस्क करते हुए खाना खाते हैं जैसे कम्प्यूटर पर काम भी कर रहे हैं और खाना भी खा रहे हैं या टीवी देखते हुए खा रहे हैं, मोबाइल पर बात करते हुए खा रहे हैं। ऐसे में खाने की स्पीड पर भी ध्यान नहीं जाता और खाना अधिक भी खाया जाता है। टाइट शेडयूल वाले लोग इस तरह से खाना खाते हैं पर ध्यान दें, अगर मोटापा काबू में रखना है तो खाना चबा कर खाएं और पूरा ध्यान खाने पर हो।
मीठे का प्रयोग सीमित करें
अगर आपको कुछ मीठा खाने की जरूरत नहीं है, बस मीठा इसलिए खा रहे हैं कि वह स्वाद में अच्छा है, तो मीठा न खाएं क्योंकि कुकीज, चॉकलेट्स, कैंडीज, केक्स, पेस्ट्रीज, मिठाइयां आदि में मीठा बहुत अधिक होता है जो कि एक पीस लेने से आपके दिन भर की शक्कर की जरूरत को पूरा कर देता है। ऐसे में मीठा तभी लें जब अधिक जरूरत हो। फ्रुट्स, जूस, दूध में एक्स्ट्रा शुगर न लें। इससे शरीर में मीठे की क्वालिटी बढ़ जाएगी जो कई बीमारियों को न्यौता दे डालेगी।
घर से बाहर जाते समय कुछ साथ रखें
अगर आप शॉपिंग पर जा रहे हैं, कहीं जा रहे हैं जहां पहुंचने में समय अधिक लगेगा या आॅफिस जा रहे हैं तो कुछ स्रैक्स साथ ले जाएं। आॅफिस में तो टिफिन भी घर से ले जाएं। बाहर रहकर भी आप घर का हैल्दी खाना और स्रैक्स ले रहे हैं तो आपका स्वास्थ्य ठीक रहेगा। स्रैक्स में फ्रूट्स, नट्स, भुने चने, अंकुरित दालें, सब्जियों वाला सैंडविच आदि रखें। बाहर से भी कुछ खाना पड़े तो उसकी पौष्टिकता पर ध्यान दें।
खाना छोटे मील्स में बांट कर खाएं
जब भी खाएं, ढेर सारा एक ही बार में न खाएं। दिन-भर में उसे बांट कर खाएं। फ्रुट और दूध नाश्ते में अगर एक साथ लेते हैं तो दूध प्रात: और फल रात्रि में या इसका उलट कर ले सकते हैं। सलाद लंच में ले रही हैं तो स्प्राउट्स शाम को स्रैक्स के रूप में लें। इसी प्रकार शरीर में पौष्टिक आहार चला जाएगा और आप स्वस्थ भी रहेंगे।
फन फूड का सेवन कम करें
दिन भर में जो भी खाएं, फन फूड को दस प्रतिशत स्थान दें। दस प्रतिशत हैल्दी फूड ही लें, क्योंकि हैल्दी फूड ही स्वास्थ्य के लिए उत्तम होता है।
पानी है बेस्ट लिक्विड
सोडा, शिकंजी, जूस है तो सब लिक्विड पर सेहत के लिए लिक्विड के रूप में पानी ही बेस्ट आॅप्शन है। जूस, शिकंजी में कैलरीज की मात्रा अधिक होती है जो लाभ कम, मोटापा अधिक देती है। पानी में न तो कैलरीज होती है और शरीर की सफाई भी हो जाती है और त्वचा की कुदरती नमी भी बनी रहती है।
– नीतू गुप्ता