बच्चे नहीं पड़ेंगे बीमार, इम्युनिटी बढ़ाएंगे ये आसान टिप्स
बच्चों की इम्युनिटी मजबूत करना आज के समय में बहुत जरूरी है। इस तरह बच्चे को कोरोना जैसे संक्रमण से बचाना आसान हो जाएगा। कोरोना काल ने सभी की इम्युनिटी को खूब परखा। इतना परखा कि अब सभी को अपनी-अपनी इम्युनिटी की चिंता रहती ही है।
लेकिन इसी बीच हमें बच्चों की इम्युनिटी को भी जांचते रहना होता है। क्योंकि वो ऐसा खुद तो कर नहीं पाएंगे। ये काम आपको उनके लिए करना ही होगा। ताकि वो सिर्फ कोरोना नहीं बल्कि किसी भी दूसरी बीमारी का सामना भी डटकर कर सकें। लेकिन ये इम्युनिटी बढ़ेगी कैसे? फास्ट फूड खाने वाले बच्चे क्या इम्युनिटी के लिए लाभदायक फल और सब्जी खा पाएंगे?
बच्चे को इम्युनिटी बढ़ाने के लिए क्या-क्या खिलाना होगा?
चार बातें हैं काम की:
हर उम्र में इम्युनिटी बढ़ाने के लिए चार बातें याद रखना जरूरी है। इन चार जरूरी बातों को जिंदगी में शामिल करने के बाद किसी भी तरह की बीमारी किसी भी उम्र में आसपास नहीं फटकेगी। परिवार में सभी सेहत को लेकर तनावमुक्त रहेंगे, ये बात पक्की है: व्यायाम, आराम, तनाव से दूरी, हेल्थी खाना।
मां से मिले इम्युनिटी:
नवजात बच्चों की इम्युनिटी की बात करें तो उन्हें मां से ही ये मिलती है। इसका सबसे लाभदायक स्त्रोत मां का दूध है। इसलिए नवजात बच्चों को मां का दूध जरूर दें। समय के साथ उनकी इम्युनिटी इतनी मजबूत हो जाती है कि फिर वो संक्रमण से लड़ने को तैयर हो जाते हैं।
कोलेस्ट्रम में हैं सारे गुण:
मां का पहला, गाढ़ा, पीला दूध ही कोलेस्ट्रम कहलाता है। ये एक ऐसी दवा है जो बच्चे के लिए सबसे शक्तिशाली दवा का काम करती है। इसमें भरपूर एंटीबॉडी होते हैं। इसको ऐसा तत्व भी माना जाता है जो बच्चे के इम्यून सिस्टम को सही तरीके से संक्रमण के खिलाफ लड़ने के लिए तैयार कर देते हैं। प्रीबायोटिक्स, प्रोबायोटिक्स आदि भी ब्रेस्टफीड के दौरान बच्चे में आ जाते हैं। ब्रेस्टफीड आपके बच्चे के इम्यून सिस्टम को मजबूत करता जाता है।
पानी और इम्युनिटी:
पानी पीने की सलाह बहुत बार दी जाती है लेकिन बहुत कम लोग इसको फॉलो कर पाते हैं। अब जब बच्चे की इम्युनिटी बढ़ाने की बारी आई है तो आपको उनके पानी पीने का ध्यान रखना होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि पानी पीने से बहुत सारे ऐसे बैक्टीरिया और टॉक्सिन शरीर से बाहर निकल जाते हैं जिनके रहने से संक्रमण हो सकता है।
पानी की मदद से पोषक तत्व और आॅक्सीजन बॉडी के हर हिस्से में फैल जाते हैं। फिर बेकार तत्व बॉडी से निकल जाते हैं। कोशिश करें बच्चा एक दिन में कम से कम 2 से 3 लीटर पानी जरूर पिए। आप लिक्विड डाइट के लिए सूप, जूस कोकोनट वाटर, छाछ और दूध भी बच्चे को नियमित टूर पर दे सकती हैं।
अखरोट आएगा बच्चों को पसंद
अखरोट में ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है जो कई तरीके से बच्चे को संक्रमण और बीमरियों से बचाता है। बीमारियों से लड़ने के लिए बॉडी मजबूत होती है। इससे बच्चे सांस के संक्रमणों से बचे रहते हैं। इसको बच्चे साबुत नहीं खाते हैं तो इन्हें खाने में मिलाना भी कठिन नहीं होता है। इसको पीस कर या छोटे टुकड़े करके खाने में मिला दीजिए बच्चे खा लेंगे।
विटामिन ई लड़ेगा संक्रमण से:
विटामिन ई का सेवन बच्चों की इम्युनिटी बढ़ाने में खासी मदद करता है। ये एक शक्तिशाली एंटीआॅक्सीडेंट है जो आपके बच्चे को कई बीमारियों से लड़ने के लिए तैयार कर देगा।
इसके सेवन के लिए आपको बच्चे के आहार में कुछ चीजें शामिल करनी होंगी जैसे-
- सूरजमुखी के बीज,
- बादाम,
- सोयाबीन का तेल,
- मूंगफली या पीनट बटर,
- हेजल नट।
सनशाइन विटामिन बने बच्चों का आहार:
सनशाइन विटामिन, नाम से ही समझ आ रहा है कि यहां बात सूरज की किरणों से मिलने वाले विटामिन डी की बात हो रही है। ये इम्यून सिस्टम की सेहत को बना कर रखने वाला एक बहुत जरूरी पोषक तत्व है। इसके लिए थोड़ी देर के लिए ही सही लेकिन सूरज की रोशनी में जरूर बच्चे को बैठने के लिए कहिए।
लेकिन आपको बच्चे को कुछ और चीजें भी खिलानी होंगी जैसे:
- गाय का दूध,
- सोया मिल्क,
- मशरूम।
विटामिन सी किस में:
कोरोना काल के शुरू होते ही हमें विटामिन-सी की अहमियत पता चल गई थी लेकिन संतरे और नींबू से ज्यादा विटामिन सी के सोर्स के बारे में हममें से ज्यादातर लोग नहीं जानते हैं। तो विटामिन सी के साथ संक्रमण को मात देने के लिए तैयार हो जाइए लेकिन आहार में इस विटामिन के लिए क्या-क्या शामिल कर सकती हैं जान लीजिए:
- पालक,
- बेल पेपर,
- स्ट्रॉबेरी,
- पपीता,
- ब्रसल स्प्राउट।
आयरन बनाए मजबूत:
आयरन हमारी बॉडी को मजबूत बनाने में अहम रोल निभाता है। आयरन ही आॅक्सीजन को सेल्स तक ले जाता है। इसके साथ इम्यून सिस्टम की प्रक्रिया में भी ये अहम रोल निभाता है।
इसको आहार में शामिल करने के लिए आपको कई चीजें खानी होंगी, उनमें से कुछ हैं-
- हरी पत्तेदार सब्जियां,
- ब्रोकोली,
- छोले,
- राजमा।
इन्फेक्शन फाइटर है विटामिन ए:
विटामिन ए को भी संक्रमण से लड़ने वाला तत्व माना जाता है। इसको बच्चे के खाने में किसी भी तरह जरूर शामिल करें। कई सारी रंगीन सब्जियों में ये भरपूर पाया जाता है। ये नॉन वेज में भी पाया जाता है और वेज में भी इसलिए इसके आॅप्शन कई हैं:
- गाजर,
- कद्दू,
- शकरकंद,
- गाढ़ी हरे रंग की पत्तेदार सब्जियां।
हाईजीन न भूलें:
बाकि हर चीज से पहले हाईजीन को भी याद रखना होगा। इस तरह से किसी भी तरह का संक्रमण बच्चों की बॉडी में आ ही नहीं पाएगा। खाने के पहले और बाद में हाथ धोना, हर थोड़ी-थोड़ी देर में हाथ धोना हाईजीन का हिस्सा हैं, इन्हें आप जरूर आजमाएं।
बच्चा कितनी देर सोता है:
आपका बच्चा कुल 24 घंटे में कितनी देर सोता है? आप सोच रही होंगी रात में करीब आठ घंटे। अगर ये सच है तो बच्चे की नींद पूरी नहीं हो पा रही है। ऐसा हम नहीं जानकर मानते हैं। बच्चों को कम से कम 10 से 14 घंटे की नींद पूरी करनी चाहिए। इतनी नींद पूरी करने का बेहतरीन असर बच्चे की इम्युनिटी पर पड़ता है। इसके लिए आपको एक्टिव होना होगा। बच्चा जल्दी नहीं सो रहा है तो आप भी अपना रूटीन कुछ ऐसा बनाएं कि उसको लगे कि आप भी सोने जा रही हैं।
ये वाले मसाले करेंगे मदद:
भारतीय खाने में इस्तेमाल होने वाले बहुत से मसालों में एंटीवायरल और एंटी बैक्टीरियल खासियतें होती हैं। इनसे व्हाइट सेल के उत्पादन को भी बढ़ावा मिलता है। इतना ही नहीं ये बेहतरीन एंटीआॅक्सीडेंट भी होते हैं। इन मसालों में कुछ के नाम हैं लहसुन, अदरक, हल्दी। लहसुन से तो जुकाम और फ्लू का भी दुशमन बन जाता है। इनका स्वाद भले बच्चे को खराब लगता हो लेकिन उनकी सेहत को ये बिल्कुल भी खराब नहीं लगेगा। इनको खाने में ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल कीजिए और बच्चे के इम्यून सिस्टम को मजबूत कीजिए।
प्रोटीन करेगा कमाल:
बच्चों की इम्युनिटी मजबूत करने के लिए उन्हें मैक्रोन्यूट्रीएंट्स जैसे प्रोटीन का सेवन जरूर करना पड़ेगा। इसमें मिल्क प्रोटीन प्रमुखता से शामिल है। इसके अलावा प्रोटीन के लिए दालें, राजमा आदि खिलाएं। बच्चे अक्सर सब्जियां या ड्राई फ्रूट नहीं खाना चाहते हैं लेकिन अगर आप थोड़ी सूझबूझ से काम लेंगी तो ये काम भी आसान हो जाएगा।
इसके लिए कुछ ट्रिक्स ये रहें:
- बच्चे को नूडल खाने का शौक है तो उसके लिए घर पर आटे की सिंवई बना लें। अब ढेर सारी सब्जियों के साथ बिल्कुल नूडल वाले स्टाइल में इन्हें बना लें। बच्चे को ये जरूर पसंद आएगा।
- जब बच्चा ड्राईफ्रूट न खाता हो तो आप कई तरह के मेवे पीस कर रख लें। अब इन्हें उसके खाने में ऊपर से डाल दें या दूध में मिला दें। उसे पता नहीं चलेगा और उसके शरीर में ड्राईफ्रूट भी पहुंच जाएंगे।
- पिज्जा हमेशा आटे के बेस में बनाएं, बर्गर भी आटे के ही बनाएं।