अपनी मस्त अदाआें से मोह लिया दिल
अपनी मस्त अदाआें से मोह लिया दिल : गत दिनों पूूज्य गुरु डा. एमएसजी अपनी मूवी एमएसजी द वारियर लायन हार्ट के प्रोमोशन प्रोग्राम के लिए देश के विभिन्न भागों मे गए। इस प्रोमोशन...
ईको-फ्रेंडली थीम पर होगी शानदार डेकोरेशन
Eco Friendly Decoration: दीपावली के शुभ अवसर पर हर कोई नए कपड़े पहनकर तैयार होना चाहता है लेकिन घर का क्या। खुद की तरह घर को भी सजाना-संवारना उतना ही जरूरी है। यूं तो...
देह धार जगत पे आए….-सम्पादकीय
देह धार जगत पे आए....
संत महापुरुष सृष्टि के उद्धार के लिए ही जगत में देह धारण करते हैं। जीवात्मा जन्मों-जन्मों से जन्म-मरण के चक्र में फंसी हुई है। वह अपने आप कभी भी इस से...
खाना खिलाने का भी होता है सलीका
खाना खिलाने का भी होता है सलीका
जीने के लिए जितना जरूरी है हवा और पानी, उतना ही जरूरी है भोजन। भोजन के बिना तो जिन्दगी की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। लोग...
दिसम्बर माह पवित्रता व सेवा को समर्पित
सम्पादकीय: सेवा-भावना की मिलती है नई मिसाल
जरूरतमंद को कपड़ा, आश्रय, भूखे को भोजन, बेसहारों को सहारा, विद्यादान, अंगदान, खूनदान आदि इन्सानियत, नेकी भलाई के पवित्र कार्यों की पूज्य सतगुरु दाता रहबर ने ऐसी मशाल...
मैच्योर होने के मायने
मैच्योर होने के मायने
न्यूज चैनल पर सार्थक बहस की बजाय वक्ताओं का एक-दूसरे पर चिल्लाना, सड़क पर वाहन चालकों का हिंसक रवैय्या और सार्वजनिक जगहों पर शर्मसार करने वाली घटनाओं से हमें रोजाना रूबरू...
आ गई गर्मी डाइट व दिनचर्या में करें बदलाव
आ गई गर्मी डाइट व दिनचर्या में करें बदलाव
गर्मियां आ चुकी हैं और बस ठंड भरे दिनों को हम अलविदा कहने जा रहे है। सर्दियों की तुलना में गर्मी के दिन बच्चों के लिए...
Dera warriors: कोरोना वारियर्स के हौंसले व समर्पण को डेरा सच्चा सौदा का सैल्यूट
कोरोना वारियर्स के हौंसले व समर्पण को डेरा सच्चा सौदा का सैल्यूट Dera warriors
दुनियाभर में आज कोरोना संक्रमण का भयावह रूप देखने को मिल रहा है। कोरोना की दूसरी लहर के साथ-साथ तीसरी लहर...
मनुष्य के नैतिक दायित्व
मनुष्य के नैतिक दायित्व
शास्त्रों ने कुछ नैतिक दायित्व मनुष्यों के लिए निर्धारित किए हैं। उनका पालन करना सभी का कर्तव्य है। मनुस्मृति के निम्न श्लोक में बताया गया है कि कौन से वे लोग...
तन-मन को भिगाती ‘सावन की फुहारें’
धूप ने सब कुछ लूट लिया था उसका! बेनूर हो गई थी उसकी दुनिया! सूख गए थे बाग-बगीचे व ताल-तलैया और तन्हाई के पहलू में ख्वाबीदा थी ख्वाइशों की तपती पगडंडी! आज रात जब...