Diabetes: डायबिटीज को रोका जा सकता है
Diabetes डायबिटीज को रोका जा सकता है
डायबिटीज Diabetes भारत में एक रोग का जाना पहचाना नाम है जिसे लोग शुगर की बीमारी, मधुमेह, शक्कर की बीमारी आदि के नाम से जानते हैं। इसमें पेंक्रि...
children superstitious: बच्चों को अंधविश्वासी न बनाएं
children superstitious बच्चों को अंधविश्वासी न बनाएं
रमेश घर से खरीदारी के लिए निकल रहा था कि अचानक उसकी पत्नी ने उसे आवाज देते हुए रोका। इस पर रमेश पत्नी पर बरस पड़ा कि घर...
Lose weight: वजन घटायें ऐसे कि फिर बढ़ने न पाये
Lose weight वजन घटायें ऐसे कि फिर बढ़ने न पाये
आज की आधुनिक जीवन शैली ने जिंदगी की रफ्तार तो तेज कर दी है पर सुख सुविधाएं भी इतनी दे दी हैं कि मनुष्य शारीरिक...
शादी में फिजूलखर्ची के बदले धन बेटी के नाम करें
शादी में फिजूलखर्ची के बदले धन बेटी के नाम करें Instead of spending lavishly on marriage, donate money to your daughter
नीरू शादी के वर्ष भर बाद पीहर आई है। माता-पिता ने उसकी शादी बड़े...
welfare: सलामत रहें ये हाथ
welfare सलामत रहें ये हाथ
बोरवेल में गिरे मासूम के लिए फरिश्ता बन आए शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैल्फेयर विंग के सेवादार
दोपहर करीब अढ़ाई बजे का समय रहा होगा, 2 साल की मासूम...
मानवता का उद्धार ही संतों का मकसद -सम्पादकीय
मानवता का उद्धार ही संतों का मकसद -Editorial सम्पादकीय
संतों का सृष्टि पर अवतार धारण करने का मकसद मानवता का उद्धार करना है, जो वे अपने परोपकारी करमों से करते रहते हैं। इसके साथ ही...
Moong Dal Ki Chaat – मूंग दाल की चाट
मूंग दाल की चाट
Moong Dal Ki Chaat सामग्री:-
आधा किलो मूंग दाल,
250 ग्राम आलू,
स्वादानुसार नमक।
चटनी के लिए सामग्री:-
हरा धनिया,
हरी मिर्च,
लाल इमली का पानी (गाढ़ा),
काला नमक आवश्यकतानुसार।
मसाले के लिए...
Matar Chaat मटर चाट स्पेशल
मटर चाट स्पेशल
Matar Chaat सामग्री:-
आधा किलो सूखे मटर (हरे नहीं, बल्कि जो सफेद चने जैसे होते हैं, पीले वाले),
250 ग्राम आलू,
एक चम्मच अमचूर,
आधा चम्मच गर्म मसाला,
हरा धनिया,
प्याज,
नींबू,
...
आदर्श मित्रता -बाल कथा
आदर्श मित्रता -बाल कथा
डामन और पिथियस दो मित्र थे। दोनों में बहुत प्रेम था। एक बार उस देश के अत्याचारी राजा ने डामन को फांसी देने का हुक्म दे दिया। डामन के बीवी बच्चे...
सहयोग का पाठ पढ़ाते हैं ये मूक पशु-पक्षी
सहयोग का पाठ पढ़ाते हैं ये मूक पशु-पक्षी
विकासवाद के प्रणेता चार्ल्स डार्विन के मतानुसार प्रकृति में हर जगह व हर क्षण अस्तित्व हेतु संघर्ष चल रहा है। इस संघर्ष में वही जीव अपना अस्तित्व...