बेटा, घबराना नहीं, हम तेरे साथ हैं
... बेटा, घबराना नहीं, हम तेरे साथ हैं :- पूज्य हजूर पिता डॉ. एमएसजी की रहमत
प्रेमी जगदीश राय इन्सां सुपुत्र सचखंडवासी श्री शाम लाल...
हुण तू तक्कड़ी हो जा! -सत्संगियों के अनुभव
... हुण तू तक्कड़ी हो जा! -सत्संगियों के अनुभव
पूजनीय परमपिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज की दया-मेहर
बहन बलजीत कौर इन्सां सुपुत्री सचखंडवासी नायब सिंह...
‘सतपुरुष की बॉडी को यहां आकर सुख मिला है’ डेरा सच्चा सौदा ज्ञानपुरा धाम,...
‘सतपुरुष की बॉडी को यहां आकर सुख मिला है’ डेरा सच्चा सौदा ज्ञानपुरा धाम, रामपुरिया बागड़ियान, जिला सरसा (हरि.)
पूजनीय सार्इं मस्ताना जी महाराज को...
वो बिन मांगे ही सब कुछ देता रहता है…
वो बिन मांगे ही सब कुछ देता रहता है...
अकबर और बीरबल के किस्से बहुत प्रसिद्ध हैं। वे किस्से कितने थे और विद्वानों ने अपनी...
याद्दाश्त ठीक रखने के लिए जरूरी है मस्तिष्क का अधिकाधिक इस्तेमाल
याद्दाश्त ठीक रखने के लिए जरूरी है मस्तिष्क का अधिकाधिक इस्तेमाल
भूलना एक स्वाभाविक क्रि या है। अमेरिका के प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक तथा दार्शनिक विलियम जेम्स...
यहां दुनिया दर्शन करने आया करेगी! डेरा सच्चा सौदा दर्शनपुरा धाम गंधेली, जिला हनुमानगढ़...
यहां दुनिया दर्शन करने आया करेगी! डेरा सच्चा सौदा दर्शनपुरा धाम गंधेली, जिला हनुमानगढ़ (राज.)
रेत के टीलों के बीच बसा गांव गंधेली नव अंकुरित...
मैं समय बोल रहा हूं
मैं समय हूं। अंग्रेजी में मुझे ‘टाइम’ कहते हैं।
इस भौतिक प्रदूषित तनावग्रस्त वातावरण में मेरे लिए भी विकट मंदी का दौर चल रहा है।...
वॉकिंग करते समय रखें ध्यान
वॉकिंग करते समय रखें ध्यान - यह सर्वविदित है कि वॉकिंग मानव शरीर के लिए नितांत आवश्यक है। सूर्योदय के समय वॉक करने से...
Target: लक्ष्य को बार-बार न बदलें
लक्ष्य को बार-बार न बदलें
प्राय: ऐसा देखा जाता है कि व्यक्ति अपने द्वारा निर्धारित लक्ष्य पर अडिग नहीं रह पाते हैं। वे लक्ष्य को...
सुमिरन के लिए अलसुबह आकर उठाते प्यारे मुर्शिद
सत्संगियों के अनुभव : पूजनीय परमपिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज की अपार रहमत
सुमिरन के लिए अलसुबह आकर उठाते प्यारे मुर्शिद
प्रेमी राम गोपाल इन्सां पुत्र सचखण्डवासी कृष्ण चन्द रिटायर्ड एस.ई. सिंचाई विभाग (हरियाणा) निवासी शाह सतनाम जी नगर सरसा ने अपने जीवन से जुड़ी अनमोल यादों एवं सतगुरु की रहमत का इस प्रकार बखान करते हुए बताया कि सन् 1990 की बात है। उस समय हम सपरिवार भाखड़ा ब्यास मैनेजमैंट बोर्ड की कालोनी हिसार में रहते थे।