Diwali Essay in Hindi: दिवाली है – रिश्तों को सुधारें | परिवार और रिश्तेंदारों की अपेक्षा पड़ोसी ही हमारे सबसे नजदीक होते हैं। चाहने पर भी वो हमेशा हमारी मदद के लिए अक्सर नहीं पहुंच पाते हैं। ऐसे समय पड़ोसी ही मदद के लिए पहुंचते हैं।
ऐसे में पड़ोसियों से अपने रिलेशन को अच्छा बना कर रखना बहुत जरूरी होता है और इस काम के लिए त्योहार एक बेहतर मौका हैं तो पड़ोसियों से मित्रता बढ़ा कर उन्हें अपना बनायें। इसके लिए इस दीवाली पर आप अपने पड़ोसियों को आमंत्रित करें। लेकिन ध्यान रखें कि त्योहार वाले दिन तो सभी अपने घर में व्यस्त होते हैं तो या तो उन्हें निमंत्रण दें और मिलकर जश्न मनाएं।
कुछ हट कर खिलायें त्योहारों पर पकवान और हैवी खाने से सब बोर हो चुके होते हैं ऐसे में कुछ लाइट स्नैक्स और ऐसा खाने में सर्व करें जो सभी लोग फेस्टिवल के बाद इंज्वॉय कर सकें। इससे एक तो आप की अतिरिक्त मेहनत भी बचेगी और लोगों को मजा भी आयेगा। जैसे ढोकले डिफरेंट लुक में या कुछ नए तरीके सैंडविच और चाय के डिफरेंट फ्लेवर। आप अपने पड़ोसियों से डिस्कस भी कर सकते हैं ताकि आपको एक आइडिया मिल सके या पूल पार्टी भी कर सकते हैं जिसमें सभी का कांट्रीब्यूशन हो जायेगा। गैदरिंग भी हो जायेंगी और अकेले आप पर भार भी नहीं पड़ेगा।
अपने मित्रों से पुराने मतभेद दूर करें त्योहार तो होते ही हैं सौहार्द बढ़ाने के लिए। यदि आपके किसी रिश्तेदार या मित्र से रिश्ते मतभेद वाले हैं तो आप उनसे अपने गिले शिकवे दूर करें। अगर आप बड़प्पन दिखाकर उसे किसी पार्टी या कार्यक्रम के लिए निमंत्रित करेंगे तो आपका कद बढ़ेगा और सामने वाले को शर्मिंदगी होगी और वो अपना रवैया जरूर बदलने की सोचेगा जिससे बेवजह की नाराजगी खत्म हो जायेगी। संभव हो तो तोहफे भी दें अगर आप गैट टु गैदर नहीं कर पा रहे हैं तो फिर दीपावली के तोहफे बांट कर भी दोस्ती बढ़ा सकते हैं। आर्टिस्टिक दीए या कैंडल्स जैसे छोटे गिफ्ट भी पड़ोसियों को आपके करीब ले आयेंगे। अगर बजट ज्यादा नहीं है तो ग्रीटिंग कार्ड और बच्चों के लिए टौफी या चॉकलेट के छोटे पैकेट ही तोहफे में दे सकते हें। ये छोटा सा तोहफा आपको जीवन भर के मजबूत रिश्तों का रिर्टन गिफ्ट दे देगा। कुछ यूं मनाएं सुरक्षित दिवाली|
Tips to Celebrate Safe Diwali Essay in Hindi
- अगर आप ग्रुप में पटाखे जला रहे हैं तो एक वक्त पर सिर्फ एक ही आदमी पटाखा जलाए और बाकी लोग उसे खड़े होकर देखें। जब सब लोग एक साथ पटाखे जलाने की कोशिश करते हैं तो दुर्घटना की आशंका बढ़ जातीहैं।
- दिवाली की रात अपनी गाड़ी को गैराज में रखें। गैराज नहीं है तो उसे अच्छे से कवर कर दें।
- दिवाली की रात खिड़कियां बंद रखने की कोशिश करें, और उनपर बेहद रेशमी पर्दों का इस्तेमाल करने से भी बचें।
- अपने पेट्स जैसे की कुत्ते या बिल्लियों को पटाखों से दूर रखें। वे अक्सर इस दिन शोर से परेशान हो जाते हैं तो उनके कानों में रूई से बने ईयर बॉल लगा लें।
- पटाखे जलाने से पहले हमेशा उसके पैकेट पर लिखे इंस्ट्रक्शन को जरूर पढ़ें। उसके मुताबिक ही
पटाखे जलाने की कोशिश करें। - पटाखे हमेशा खुली जगह पर ही जलाएं। इसके लिए पार्क या प्लेग्राउंड का इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन पटाखे जलाने के बाद जगह को साफ जरूर कर दें।
- पटाखे जलाते हुए हमेशा उनसे दूर खड़े हों और फुल स्लीव्स वाले कपडें ही पहनें।
- पटाखे जलाने के बाद उसके बचे हुए अवशेषों पर पानी जरूर डालें। कई बार उनमें आअग बची रह जाती है इससे कोई और या आप खुद ही अपना पैर जला सकते हैं।
- पटाखे जलाने के दौरान किसी भी आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रहें और साथ में एक बाल्टी पानी और कंबल जरूर रखें।
- पटाखे जलाने के दौरान रेशमी कपड़ें न पहनें बल्कि मोटे सूती कपड़ों को तरजीह दें।
- दिवाली पर रॉकेट जैसे पटाखे सबसे ज्यादा सावधानी से जलाएं। ये सुनिश्चित कर लें कि जिस भी बोतल या अन्य किसी चीज के जरिये आप उसे जला रहे हैं वो सीधी हो। दिवाली के दिन सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं ऐसे ही पटाखों से देखने को मिलती हैं।
- पैरों में जूते पहने और नंगे पर कभी भी पटाखे न जलाएं।
- अगर आप आतिशबाजी के शौकीन हैं तो आपको इस बात का जरूर खयाल रखना चाहिए कि पटाखे हमेशा अधिकृत और लाइसेंस्ड दुकानों से ही खरीदें। ऐसे ही खरीदे गए पटाखों से आपको नुकसान पहुंच सकता है।
- पटाखे हमेशा एक बंद डिब्बे में रखें। खासकर जब आप दिवाली की रात उन्हें जला रहे हों।
- पटाखों को हमेशा आग से दूर ही रखें। कोशिश करें कि जलने के बाद बचे हुए पटाखों के अवशेषों से भी बिना जले पटाखों को दूर रखा जाए।
- जिला प्रशासन की हिदायतों के अनुसार ही पटाखों को जलाएं।