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शरीर में चमत्कारी बदलाव के लिए रोजाना पीयें : पुदीना चाय
Mint tea पुदीना एक औषधीय जड़ी-बूटी है लेकिन क्या आप जानते हैं इसका उपयोग पुदीने की चाय के रूप में भी किया जाता है। पुदीना का वनस्पति नाम मेंथा पिपेरिट है। हम अपने बेहतर स्वास्थ्य के लिए कई प्रकार की हर्बल चाय का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन मिंट टी के लाभ इन सभी चाय से अधिक हैं। Mint tea
पुदीना की चाय का प्रयोग कर आप अपने दिन की बेहतर शुरूआत कर सकते हैं। पुदीना के पत्तों से बनी चाय में कई औषधीय गुण होते हैं। पुदीना-चाय की खुशबू आपके मस्तिष्क को शांत रखने का अच्छा उपाय है। पुदीने से बनने वाली चाय का सनसनी वाला स्वाद लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करता है।
हम आपको पुदीना की चाय पीने के लाभ की जानकारी देंगे।
पुदीने के पत्तों से बनी चाय एक हर्बल चाय है। इस औषधीय चाय का उपयोग सदियों से विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए किया जा रहा है। पुदीने की बहुत सी वैरायटी होती हैं लेकिन उनमें से दो वैरायटी बहुत ही लोकप्रिय हैं जिनमें पिपरमिंट और स्पियरमिंट शामिल हैं। इसके अलावा भी आप चाय बनाने के लिए लिए एप्पल मिंट या लेमन मिंट आदि का उपयोग भी कर सकते हैं। ये भी पुदीने के ही एक प्रकार हैं।
पुदीने की चाय का स्वाद फ्रेश, ठंडाई प्रदान करने वाला होता है। लेकिन कुछ प्रकार की पुदीना की चाय में विभिन्न प्रकार के फलों का फ्लेवर होता है जिसके आधार पर वे ग्रीन टी, वैनिला टी या अन्य फलों के स्वाद का अनुभव करा सकते हैं। पुदीने की चाय की खुशबू मनभावन होती है जो इंद्रियों को सक्रिय करने में सहायक होती है।
पुदीना के एक तिहाई कप (14 ग्राम) में पोषक तत्व इस अनुपात में शामिल होते है।
फाइबर: 1 ग्राम
विटामिन ए: आरडीआई का 12%
आयरन: आरडीआई का 9%
मैंगनीज: आरडीआई का 8%
फोलेट: आरडीआई का 4%
पुदीना को अक्सर चाय के रूप में या भोजन को स्वादिष्ट बनाने के लिए हल्की मात्रा में उपयोग में लाया जाता है। इसके अलावा पुदीना को एंटीआॅक्सिडेंट व विटामिन-ए का एक उचित स्रोत के रूप में परिभाषित किया गया है, जिसके इस्तेमाल से आंखों की रौशनी को बरकरार रखना व नाइट विजन जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलता है। पुदीना में पाया जाने वाला एंटीआॅक्सिडेंट, आॅक्सीडेटिव तनाव से हमारे शरीर की सुरक्षा में सहायता करते हैं। यद्यपि इसकी बड़ी मात्रा में सेवन आम तौर पर नहीं किया जाता है, पुदीना में कई पोषक तत्व उचित मात्रा उपलब्ध होते है और पुदीना विटामिन ए और एंटीआॅक्सीडेंट्स का भी अच्छा स्रोत होता है।
पुदीना चाय के फायदे Pudina Chai Ke Fayde
समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए पेपरमिंट टी अच्छी मानी जाती है। पुदीने की चाय में मेन्थॉल पाया जाता है, जो मस्तिष्क को स्वस्थ रखने और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सहायक होता है। पुदीना में मौजूद पोषक तत्वों की उचित मात्रा के कारण पुदीना टी पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने, हृदय को स्वस्थ रखने और अन्य गंभीर बीमारियों के लक्षणों को नियंत्रित करने में सहायक होती है। समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए मिंट टी का उपयोग किया जाता है। क्योंकि हेल्थ बेनिफिट्स देने वाली पुदीने की चाय को पोषक तत्वों का पावरहाउस भी कहा जाता है।
चिंता-तनाव को दूर करे
चिंता और तनाव जैसे लक्षणों को दूर करने के लिए पुदीना की चाय सबसे अच्छे उत्पादों में से एक है। इस औषधीय जड़ी बूटी में मेन्थॉल पाया जाता है जो कि मांसपेशियों को आराम दिलाने में मदद करता है। इसके अलावा मेन्थॉल नेचर में एंटीस्पास्मोडिक होता है जो मानसिक तनाव को कम करने में मदद करता है। यदि आप भी चिंता या तनाव को दूर करना चाहते हैं तो पुदीने की चाय का सेवन कर सकते हैं। पुदीने की चाय की खुशबू आपके मस्तिष्क को शांत रखने और चिंता को कम करने में सहायक हो सकती है।
नींद की समस्या
क्या आप अनिद्रा या नींद की कमी से परेशान हैं। यदि ऐसा है तो अनिद्रा का इलाज करने के लिए आप मिंट टी का उपयोग कर सकते हैं। पुदीना के पत्तों से बनी चाय में ऐसे पोषक तत्व और खनिज पदार्थ होते हैं जो नींद की गुणवत्ता को बढ़ा सकते हैं। एक आरामदायक और स्वस्थ नींद लेने के लिए आपको कैफीन मुक्त पेपरमिंट चाय पीना चाहिए। यह आपकी मांसपेशियों को आराम दिलाने और आपको शांति से सोने में मदद करती है। यदि आप व्यस्तता के कारण रात में लेट सोते हैं तब तो आपको निश्चित रूप से मिंट टी का सेवन करना चाहिए।
पाचन तंत्र को ठीक करे
पुदीने की चाय पित्त प्रवाह को उत्तेजित करके पाचन की दर और क्षमता को बढ़ाती है और आंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करती है। यह ना केवल गैस को खत्म करता है बल्कि यह एक पीड़ा नाशक भी है इसलिए यह ऐंठन, पेट फूलने और बदहजमी के दर्द को कम करती है। इसके उपयोग से पाचन प्रणाली के आंत और चिकनी मांसपेशियों पर शांतिदायक प्रभाव डालता है। यह अतिसार, इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम और कब्ज जैसी समस्या में सुधार करती है, क्योंकि यह हमारे सारे सिस्टम के एक्टिविटी लेवल को बढ़ाती है।
उल्टी/ मतली की समस्या
पुदीने की चाय में एंटी-स्पास्मोडिक गुण होता है जो उल्टी की संभावना को कम कर देता है। जब आप बस या ट्रेन या किसी भी यात्रा पर जाते हैं और आपको उल्टी और मतली होती है तो आप पुदीने की चाय का सेवन करें। यह मोशन सिकनेस से जुड़े पेट के दर्द और मतली को कम करने में मदद करती है और इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पेट को नार्मल कर देते हैं।
सांस की बदबू
मजबूत, मेन्थॉल स्वाद और पुदीने की चाय का जीवाणुरोधी गुण आपके सांस की बदबू की समस्या से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। इसके जीवाणुरोधी तत्व उन रोगाणुओं को खत्म करते हैं जो मुंह की बदबू की समस्या को पैदा कर सकते हैं। इस चाय के सेवन से आपकी सांसें ताजा और साफ रहती हैं।
मुहांसों की समस्या
किशोर अवस्था में मुहांसे अक्सर निकल आते हैं और हम हमेशा मुहांसों से छुटकारा पाने के लिए विभिन्न तरीकों को अपनाते हैं। पुदीने की चाय का नियमित उपयोग मुहांसे को हटाने और नियंत्रित करने में मदद करता है। हां, कमर्शियल प्रोडक्ट की तुलना में यह थोड़ा धीमी प्रक्रिया है लेकिन यह बहुत लाभदायक है। मेन्थॉल का ठंडा प्रभाव तेलीय और मुहांसे वाली त्वचा पर एक जादुई प्रभाव डालता है। मेन्थॉल और पुदीने के पत्तों में मौजूद तत्व वसामय ग्रंथियों से तेल के स्राव को कम करते हैं और त्वचा को तेल से मुक्त और साफ करते हैं। इसलिए आप प्रतिदिन पुदीने की चाय का सेवन करें।
बालों की समस्या
यदि आप अपने बालों की समस्या से परेशान हैं तो पुदीने की चाय का सेवन करें। पुदीने की चाय आपके सिर के लिए उत्तेजक के रूप में काम करती है और बालों के विकास को बढ़ावा देती है। इसका उपयोग रक्त वाहिकाओं को शांत करता है, बालों की जड़ों तक रक्त प्रवाह को बढ़ाता है और इस तरह बालों को स्वस्थ रखता है।