पर्व की परंपरा मनाएं, पतंग उड़ाएं | लोहड़ी व मक्कर सक्रांति
पर्व की परंपरा मनाएं, पतंग उड़ाएं लोहड़ी व मक्कर सक्रांति विशेष त्यौहार है, इसलिए इस दिन देर तक सोने का कोई औचित्य नहीं है। बच्चों से लेकर बड़ों तक, सभी को सूर्य उदय से...
‘मातृ-पितृ सेवा’ मुहिम बुजुर्गांे की दुआएं हमारे साथ रहें – सम्पादकीय
‘मातृ-पितृ सेवा’ मुहिम बुजुर्गांे की दुआएं हमारे साथ रहें -सम्पादकीय
डेरा सच्चा सौदा सदैव समाज कल्याण कार्यों में अग्रणी रहा है। समाज कल्याणकार्यों में डेरा सच्चा सौदा की ओर से जहां 138 भलाई कार्य किए...
सृष्टि जगत को सुख पहुंचाना ही संतों का एकमात्र उद्देश्य… – सम्पादकीय
सम्पादकीय
सृष्टि जगत को सुख पहुंचाना ही संतों का एकमात्र उद्देश्य... Editorial
पवित्र ग्रन्थों में दर्ज धर्माेंपदेश के अनुसार समाज में बुराइयों की जब अति होती है, पाप, जुल्मो-सित्तम, बुराइयां जब समाज में बढ़ जाती हैं, लोग...
समस्याओं से भागें नहीं, मुकाबला करें
समस्याओं से भागें नहीं, मुकाबला करें
Problems face हम अक्सर समस्याओं से घिरे होने की बात करते हैं। सच तो यह है कि इन समस्याओं से अधिकांश को किसी बाहरी ने नहीं बल्कि हमने स्वयं...
उजाले की सौगात | पूजनीय परमपिता शाह सतनाम जी महाराज ‘याद-ए-मुर्शिद’ 30वां फ्री नेत्र...
उजाले की सौगात
पूजनीय परमपिता शाह सतनाम जी महाराज ‘याद-ए-मुर्शिद’ 30वां फ्री नेत्र जांच शिविर
शाह सतनाम जी धाम सरसा में पावन नारा ‘धन धन सतगुरु तेरा ही आसरा’ व विनती का शब्द बोलकर ‘याद-ए-मुर्शिद’ फ्री...
संतों का पैगाम | इन्सान को इन्सान से जोड़ो -सम्पादकीय
सम्पादकीय
संत अपने परोपकारी कार्याें के द्वारा हमेशा सृष्टि का भला करते हैं। इन्सान को इन्सान से जोड़ो, इन्सान को धर्माें से जोड़ो, इन्सान को भगवान से जोड़ो, सच्चे संतों का मानवता हित में यह...
मेरी मां यकीनन मेरी चट्टान है |मातृ दिवस पर विशेष 8 मई
मेरी मां यकीनन मेरी चट्टान है |मातृ दिवस पर विशेष 8 मई
‘‘लबों पे उसके कभी बद्दुआ नहीं होती बस एक मां है जो कभी खफा नहीं होती’’
कवि मुनव्वर राना की इन पक्तियों में मां...
प्रेम व भाईचारे का पर्व क्रिसमस
प्रेम व भाईचारे का पर्व क्रिसमस
ईसाई धर्म के लोगों के लिए क्रिसमस का वही महत्व है, जो हिंदुओं के लिए दिवाली का और मुस्लमानों के लिए ईद का। 25 दिसंबर को ईसा मसीह का...
हर्षोल्लास से मनाएं होली
हर्षोल्लास से मनाएं होली
होली आपसी प्रेम, सौहार्द और भाईचारे का प्रतीक तथा उमंग, उल्लास से भरा ऐसा पर्व है जो भेद में अभेद के दर्शन कराता है। वस्तुत: इसका प्रयोजन रहा है कि सालभर...
ऐहतियात और भी जरूरी ( कोरोना काल – 2 ): Editorial
कोरोना महाबीमारी का दूसरा दौर भी देश में फिर तेजी से फैलने लगा है। हालांकि भारत देश में कोरोना महाबीमारी की रोकथाम के लिए दो वैक्सीन भी बन गई है, लेकिन फिर भी महाबीमारी...