संपादकीय : सुन के पुकार रूहों की खुदा खुद लेने आ गया..
अति शुभ घड़ी होती है वह जब संत-सतगुरु सृष्टि पर अवतार धारण करते हैं। ऐसे महान संत खुद परमेश्वर स्वरूप होते हैं। अपनी बिछुड़ी रूहों को अपने साथ-मिलाने को परमेश्वर खुद उन्हें जीव सृष्टि पर भेजता है।
चढ़ा बसंती खुमार -बसंत पंचमी (5 फरवरी)
चढ़ा बसंती खुमार -बसंत पंचमी (5 फरवरी)
न ठंडी, न गर्म, न चुभने वाली, न डराने वाली! बसंत की हवाएं तो बस सुहानी होती हैं। पहनने-ओढ़ने, खाने-पीने, घूमने-फिरने, शादी-ब्याह आदि हर लिहाज से इस ऋतु...
इनकी भी दिवाली करें रोशन | Importance of diwali festival in hindi
इनकी भी दिवाली करें रोशन Importance of diwali festival in hindi
"हमारे समाज में ऐसे बहुत से अभाव-ग्रस्त लोग हैं, जिनके लिए यह रोशनी शायद कोई मायने नहीं रखती।
बोरियत से पाएं छुटकारा
बोरियत से पाएं छुटकारा तेज रफ्तार जिंदगी में भी इन्सान कभी-कभी बोर महसूस करता है। उस समय ऐसा लगता है कि ऐसा क्या करें जिससे जिंदगी में फिर से खुशहाली आ जाए और काम...
तू मरता नहीं, तेरे से सेवा लेनी है’ -सत्संगियों के अनुभव
पूजनीय सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज का रहमो-करम -सत्संगियों के अनुभव
प्रेमी श्री रामशरन खाजांची सरसा शहर से बेपरवाह मस्ताना जी महाराज के निराले करिश्मे का इस प्रकार वर्णन करते हैं:-
सन् 1958 की बात है।...
देवीप्रसाद गोयनका मैनेजमेंट कॉलेज के Fest Media आइस ऐज तथा सिनेवॉयज शुरू, Registration Open
देवीप्रसाद गोयनका मैनेजमेंट कॉलेज के फेस्ट मीडिया आइस ऐज तथा सिनेवॉयज शुरू, रजिस्ट्रेशन ओपन
मीडिया आइस ऐज - एक इंटरकॉलेजिएट मीडिया फेस्टिवल और सिनेवॉयज - एक अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल है। प्रतिवर्ष यह फेस्ट, राजस्थानी सम्मेलन...
दो बार कैंसर को मात देकर मिसाल बनी अर्चना | world cancer day
दो बार कैंसर को मात देकर मिसाल बनी अर्चना world cancer day
इस दौड़ती-भागती जिंदगी में इंसान कब, कौन-सी बीमारी से घिर जाए, इस पर कुछ नहीं कहा जा सकता। बदलते दौर में एक के...
नौकरों पर ही न रहें निर्भर
नौकरों पर ही न रहें निर्भर
आधुनिक युग में अच्छे खाते-पीते घरों में नौकर-नौकरानी एक जरूरत बन गए है। मध्यम परिवारों में मजÞबूरी होने पर पूर्णकालिक नौकर नहीं तो पार्ट टाइम मदद तो हर परिवार...
Artillery: आज भी धरोहर हैं हमारी प्राचीन तोपें
आज भी धरोहर हैं हमारी प्राचीन तोपें Artillery
भारत में तोपों का प्रचलन काफी पुराना है। बाबर के आने से पहले गुजरात के राजाओं द्वारा तोपों का प्रयोग किया जाता था। वैसे तो हुमायूं के...
welcome: मुस्कुराहट से करें 2021 का स्वागत | कुछ सीखें कुछ भूलें औरआगे बढ़ें
हर वर्ष welcome हम नव वर्ष की शुरूआत दूसरों को खुशी और समृद्धि की शुभकामनाएं देकर करते हैं। समृद्धि का सही लक्षण क्या है? समृद्धि का लक्षण मुस्कराहट, संतोष है। 2021 का स्वागत एक...