वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली सुविधाएं व योजनाएं
रिटायरमेंट के बाद जिंदगी पूरी तरह से बदल जाती है, जो व्यक्ति पहले सैलरी पर निर्भर था, अब उसे पेंशन का ही सहारा होता है। सरकार की तरफ से देश के वरिष्ठ नागरिकों के जीवन को कम तनावपूर्ण बनाने और उन्हें सशक्त महसूस कराने के मकसद से कई स्कीम लॉन्च की गई हैं। इन स्कीमें का मकसद वरिष्ठ नागरिकों को सुविधा मुहैया कराना है।
वरिष्ठ नागरिकों की उम्र, स्वास्थ्य और सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए सरकार ने योजनाओं के साथ-साथ कई सुविधाएं भी शुरू की हैं। अधिकतर लोगों को इसकी सही व पूरी जानकारी नहीं होती है।
Also Read :-
Table of Contents
यदि आप वरिष्ठ नागरिक हैं या आपके घर में भी कोई बुजुर्ग हैं, तो आप उनके लिए इन योजनाओं व सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं।
आयकर में मिलने वाली छूट
- 60 साल या उससे अधिक आयु वाले वरिष्ठ नागरिकों को आयकर विभाग विशेष छूट देता है। ऐसे वरिष्ठ नागरिकों की आय यदि तीन लाख रुपए तक है, तो वे करमुक्त की श्रेणी में आते हैं यानी उन्हें तीन लाख रुपए तक आय पर टैक्स देने की जरूरत नहीं है।
- सुपर सीनियर सिटिजन यानी जिन वरिष्ठ नागरिकों की उम्र 80 साल से अधिक है, उन्हें पांच लाख रुपए तक की आय पर कर देने की जरूरत नहीं है।
- आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80-डी के तहत वरिष्ठ नागरिकों को हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम पर 30 हजार रुपए तक छूट मिलती है।
- यदि कोई वरिष्ठ नागरिक किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है, तो वह धारा 80-डीडीबी के अंतर्गत 60 हजार रुपए तक डिडक्शन का लाभ उठा सकते हैं। इसके अतिरिक्त सुपर सीनियर सिटिजन के लिए यह सीमा बढ़ाकर 80 हजार रुपए तक की गई है।
ब्याज दर में मिलने वाली छूट
रिटायरमेंट के बाद वरिष्ठ नागरिक बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट्स करना ज्यादा पसंद करते हैं, ताकि फिक्स्ड डिपॉजिट्स पर मिलने वाले ब्याज से उन्हें अतिरिक्त आय हो सके।
- बैंक भी उनकी इस सुविधा को ध्यान में रखते हुए समय-समय पर ऐसी योजनाएं लागू करते रहते हैं, जिससे वरिष्ठ नागरिकों को उनके द्वारा किए गए निवेश पर ज्यादा से ज्यादा ब्याज मिल सके।
- यदि किसी वरिष्ठ नागरिक को लोन की आवश्यकता है, तो बैंक उन्हें फिक्स्ड डिपॉजिट पर लोन भी देते हैं। बैंक वरिष्ठ नागरिकों को सामान्य उपभोक्ताओं की तुलना में कम ब्याजदर पर लोन देते हैं।
- सभी बैंकों की ब्याज दर अलग-अलग होती है, इसलिए लोन लेने से पहले ब्याज दर से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर लें।
हवाई यात्रा में मिलने वाली छूट:
- हवाई यात्रा 60 साल या उससे अधिक उम्र वाले वरिष्ठ नागरिक को अधिकतर सरकारी और निजी हवाई कंपनियां टिकट पर 50 प्रतिशत की छूट देती हैं।
- सभी हवाई कंपनियों के छूट के नियम व शर्तें अलग-अलग होती हैं। कुछ हवाई कंपनियां 65 साल पार कर चुके वरिष्ठ नागरिकों को 50% की छूट देती हैं, इसलिए टिकट लेते समय विभिन्न हवाई कंपनियों के छूट के नियम व शर्तों के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर लें। जहां पर ज्यादा छूट व सुविधाएं मिलें, वहां से टिकट बुक कराएं।
रेल यात्रा:
- भारतीय रेलवे ने भी वरिष्ठ नागरिकों को रेल यात्रा के दौरान विशेष सुविधाएं प्रदान की हैं। जिन पुरुष यात्रियों की आयु 60 साल या उससे अधिक है, तो उन्हें सभी क्लास की टिकटों पर 40% की छूट दी गई है। इसी तरह से महिला यात्रियों को, जिनकी आयु 58 साल या उससे अधिक है, उन्हें सभी क्लास की टिकटों पर 50% की छूट दी गई है।
- वरिष्ठ नागरिकों के लिए सरकार ने टिकट रिजर्वेशन काउंटर पर एक अलग टिकट काउंटर बनाए हैं, ताकि उन्हें बाकी लोगों की तरह लंबी-लंबी लाइनों में देर तक खड़ा न रहना पड़े।
- सरकार ने मुख्य स्टेशनों पर वरिष्ठ नागरिकों के लिए व्हील चेयर की सुविधा भी प्रदान की है।
बस यात्रा:
- वरिष्ठ नागरिकों को सुविधा प्रदान करने हेतु कुछ राज्यों की सरकारों और वहां के नगर निगम पालिकाओं ने उन्हें बस किराए में छूट दी है। यहां तक कि उनके लिए बस में कुछ सीटें भी आरक्षित की हैं।
विशेष योजनाओं में मिलनेवाली छूट:
- सरकार ने बुजर्गों के स्वास्थ्य और सुविधाओं को ध्यान में रखकर कुछ सीनियर सिटिजन वेलफेयर स्कीम्स (वरिष्ठ नागरिक कल्याणकारी योजनाएं) लागू की हैं, जो इस प्रकार से हैं:
- नेशनल इंश्योरेंस कंपनी (राष्ट्रीय बीमा कंपनी) ने 60-80 आयु वाले वरिष्ठ नागरिकों के लिए वरिष्ठ मेडिक्लेम पॉलिसी प्रदान की है। इसके अंतर्गत अस्पताल में भर्ती होने के लिए अधिकतम बीमा राशि एक लाख रुपए और गंभीर बीमारी के लिए अधिकतम बीमा राशि दो लाख रुपए है।
- एलआईसी ने भी वरिष्ठ नागरिकों के लिए वरिष्ठ पेंशन बीमा योजना-2017 लागू की है। 60 साल या उससे अधिक आयु वाले वरिष्ठ नागरिक इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। इस योजना के अंतर्गत एलआईसी गारंटी के साथ 10 साल के लिए 8% रिटर्न उपलब्ध कराएगी। वरिष्ठ नागरिक इस पेंशन योजना में साढ़े सात लाख रुपए का निवेश कर सकते हैं। वे मासिक, तिमाही, छमाही और सालाना आधार पर भुगतान का विकल्प चुन सकते हैं।
- केंद्र सरकार ने बुजुर्गों के लिए ‘प्रधानमंत्री वय वंदन योजना’ शुरू की है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए शुरू की गई इस योजना में 60 साल या उससे अधिक आयुवाले नागरिक निवेश कर सकते हैं। बुजुर्ग निवेशक इस योजना में 15 लाख रुपए तक निवेश कर सकते हैं। इसके अंतर्गत उन्हें 10 साल तक 8% सालाना रिटर्न की गांरटी के साथ पेंशन दी जाती है। बुजुर्ग निवेशक मासिक, तिमाही, छमाही या सालाना आधार पर पेंशन ले सकते हैं। इस योजना के तहत बुजुर्गों को 10 साल की अवधि तक न्यूनतम एक हजार रुपए मासिक पेंशन की गारंटी है।
वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली कुछ अन्य सुविधाएं:
- बैंकों में नकद जमा कराने और निकालने के लिए बुजर्गों के लिए अलग से लाइनें हैं।
- अधिकतर बैंकों में बुजर्गों के लिए विशेष खाते हैं, जिनमें उनके लिए वरिष्ठ नागरिक कार्ड जारी करने, ज्यादा ब्याज दर, शाखाओं में प्राथमिक सेवा आदि जैसी सेवाएं उपलब्ध हैं।
- 60 वर्ष से अधिक आयुवाले वरिष्ठ नागरिक अपने मामले की अधिमान्य (पहले) सुनवाई के लिए अदालत से अपील कर सकते हैं।
- पासपोर्ट विभाग वरिष्ठ नागरिकों को पोस्ट पासपोर्ट वेरिफिकेशन के आधार पर पासपोर्ट जारी कर सकता है। यदि वे अपने आवेदन पत्र के साथ एक अतिरिक्त दस्तावेज के तौर पर विदेश में रहने वाले अपने बच्चे (18 साल से अधिक) के पासपोर्ट की एक प्रति जमा कराएं तो।
- सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर को दिखाने के लिए करवाए जाने वाले पंजीकरण और जांच कराने के लिए बुजर्गों की अलग से कतारें हैं। उन्हें सामान्य मरीजों के साथ कतार में लगने की जरूरत नहीं है।
कुल मिलाकर कह सकते हैं कि ये ‘लाभ’ यह सुनिश्चित करते हैं कि वरिष्ठ नागरिकों को सेवानिवृत्ति के दौरान आर्थिक रूप से निराश होने की जरूरत नहीं है, साथ ही ये ‘लाभ’ इस बात का भी अहसास कराते हैं कि वे किसी पर आर्थिक रूप से निर्भर नहीं हैं।