बहुत सी बीमारियों का घरेलू इलाज है अदरक
अदरक का विशुद्ध शब्द है आर्दक। वास्तव में अदरक गरमी प्रदान करने वाली वस्तु है, लिहाजा इसका सेवन सर्दी अथवा वर्षा के मौसम में अवश्य करना चाहिए।
इसको सुखाकर इसे सोंठ का नाम दे दिया जाता है। अदरक को अपने आप में स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से गुणों की खान कहा जाता है।
Also Read :-
- दर्द से ऐसे बचें
- आफिस जॉब में कमर का रखें ख्याल
- सेहत का खजाना
- वर्क फ्रॉम होम न बने सिरदर्दी
- जोड़ों के दर्द में लगाएं अदरक का लेप
आइये, इसके कुछ गुणों से लाभ उठाने का प्रयास करें-
- अपच की शिकायत होने पर एक चम्मच शहद में अदरक का रस मिलाकर पी लें। आपको राहत महसूस होगी।
- पेट में गैस हो रही हो तो एक चौथाई चम्मच नींबू का रस मिलाकर चाट लें। पेट की गैस समाप्त हो जायेगी और आप राहत महसूस करेंगे।
- गैस की ही शिकायत होने पर इस तरह से भी अदरक का सेवन आप कर सकते हैं। अदरक, हरड़, बहेड़ा, आंवला तथा सोंठ (सूखा अदरक) काली मिर्च और पीपल (सभी पांच ग्राम) लेकर पीस लें। अब एक प्याला पानी उबाल कर उक्त मिश्रण को मिलाकर पी जायें। अप्रत्याशित रूप से आराम मिलेगा ।
- अगर आपकी नाक बंद हो और आंखों में जलन हो तो अदरक का रस और गुड़ मिलाकर सूंघें। आराम मिलेगा।
- अगर आवाज फट रही हो या गला बैठ गया हो तो अदरक को धोकर ,उसे चाकू से काट कर, गूदा सा बनाकर उसमें चुटकी भर हींग भर कर पान के पत्ते में लपेटकर कंडे (उपले) की मध्यम आंच पर भूनें। बाद में ठंडा कर अदरक को पीस कर छोटी छोटी गोलियां बनाकर दिन में चार बार एक एक गोली चूसें। आराम मिलेगा।
- गले में खराश होने पर अदरक के रस में शहद मिला कर चाटें। गला ठीक हो जायेगा।
- यदि आपकी अंगुली कुचल गयी हो (खून न बह रहा हो) तो अदरक को बारीक कुचल कर गरम कर लें और कुचले हुए हिस्से पर किसी कपड़े की सहायता से बांध दें। दर्द में आराम मिलेगा।
- मिचली आ रही हो तो अदरक को छील कर उसके एक छोटे से टुकड़े पर नींबू निचोड़ कर ऊपर से नमक छिड़क कर चबाइये। आराम मिलेगा।
- उल्टी सी महसूस हो रही हो तो साफ अदरक के एक टुकड़े के समान नींबू रस करीब उतनी ही मात्रा में अनारदाना और मुनक्का मिलाकर पीस लें। इस चूर्ण को चाटें।
- पूरी रात सोने के पश्चात भी दिन में कॉलेज अथवा आॅफिस में नींद आ रही हो तो चाय बनवाते वक्त सोंठ का चुटकी भर पाउडर डालें और प्रात:काल लगातार एक सप्ताह तक पियें।
- पेट में जलन यानी अम्लता की शिकायत होने पर सूखा अदरक और हरी धनिया की पत्ती मिलाकर कूट लें। इसे एक गिलास पानी में मिलाकर उबालें। एक तिहाई पानी बचने पर उसमें शहद मिलाकर पी जायें। आराम मिलेगा।
- कमर दर्द की शिकायत होने पर अदरक की फांक पर नींबू का रस और नमक छिड़क कर सेवन करने से कमर का दर्द जाता रहता है।
- गर्भवती स्त्रियों को चाहिए कि सोंठ के चूर्ण को तेल में भून कर पीठ और कमर में मालिश करानी चाहिए। इससे कमर और पीठदर्द की शिकायत नहीं रहती।
- खट्टे डकार आने पर अदरक के साथ अनारदाना, काली मिर्च, काला नमक, हींग और दालचीनी मिलाकर पीस लें। इतनी ही मात्र में मिश्री मिलाकर नींबू के रस में लेप बना लें और दिन में तीन-बार चाटें। यदि डकार ज्यादा आ रही हों तो चार बार भी चाटा जा सकता है।
- खांसी के साथ बुखार आ रहा है तो एक चम्मच सोंठ के चूर्ण में एक चुटकी अजवाइन डाल कर खायें और आराम करें। पसीने के साथ ही आपकी सारी शिकायत समाप्त हो जायेगी। दिन में तीन बार इसका इस्तेमाल करें।
- यदि गला पक जाने का कारण खांसते वक्त खून आ रहा हो तो घबरायें नहीं। अदरक कुचल कर गरम करें और घी अथवा तेल में भूनकर किसी साफ कपड़े में बांधकर गले में लपेट लें। आराम मिलेगा।
-एम. कृष्णा राव राज