Stay young even in old age - Sachi Shiksha

बढ़ती उम्र के साथ सभी स्वस्थ और मस्त तो रहना चाहते हैं पर मस्त और स्वस्थ रहने के लिए प्रयास हमें पहले से ही करना होता है। हम सोचते हैं हम युवा हैं, अभी से अपने को संयमित क्यों रखें।

यही उम्र तो खाने पीने की है। देखा जाएगा बुढ़ापे में। बुढ़ापा तब आता है तो न तो सोचने का समय देता है और न ही प्रयास कर अच्छे जीवन का अवसर देता है। वह तो अपना काम कर ही जाता है। अगर हम जवानी से सचेत रहेंगे तो आगे भी उस आदत को बरकरार रखना हमारे लिए आसान होगा।

देखें किन नियमों को हम समय रहते अपना लें ताकि बढ़ती उम्र को काबू में रखा जा सके।

चलें ज्यादा से ज्यादा

अपने शरीर को सक्रिय रखने के लिए अधिक से अधिक चलें और व्यायाम के नियम को अपनी दिनचर्या में ढालें। जवानी में लिफ्ट के स्थान पर सीढ़ियां चढ़ें उतरें, बच्चों के साथ खेलें, तैराकी, बैडमिंटन आदि के शौक को आगे बढ़ाएं। ब्रिस्क वाक करें। इन सब व्यायामों से सारा शरीर सक्रि य बना रहता है।

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मोटापे से दूरी बना कर रखें

युवा अवस्था से ही तले हुए खाद्य पदार्थ, बर्गर, पिज्जा, नूडल्स आदि का सेवन कम से कम करें। अधिक फैट वाले खाद्य पदार्थों से परहेज करें। टोंड दूध का सेवन करें। दही भी टोंड दूध का ही लें। फुल क्र ीम दूध से परहेज रखें।

धूम्रपान न करें

न तो स्वयं धूम्रपान करें, न ऐसे लोगों से दोस्ती रखें जो धूम्रपान करते हों। स्वयं धूम्रपान का सेवन तो नुकसान पहुंचाता ही है, दूसरों के सिगरेट बीड़ी के धुएं भी नुकसान पहुंचाते हैं। धूम्रपान करने वालों के चेहरे पर झुर्रियों जल्दी पड़ती हैं।

तनाव से दूरी रखें

सभी जानते हैं कि तनाव हमारी सेहत का दुश्मन है, फिर भी हममें से अधिकतर लोग तनावग्रस्त रहते हैं। प्रयास कर तनावों को कम करें जैसे सकारात्मक सोच, अपनी पसंद के कामों को या शौकों को अपनी दिनचर्या में स्थान दें, मेडिटेशन करें, किसी आध्यात्मिक संस्था को ज्वाइन करें, समाज सेवा करें। स्वयं के व्यक्तित्व पर भी समय दें। समय पर बाल कटवाएं, चेहरे और शरीर की मालिश करवाएं, फेशियल करवाएं, नहा धोकर साफ सुथरे चुस्त कपड़े पहनें। इनसे भी तनाव कम होता है।

प्रदूषण स्थलों से दूर रहें

बड़े शहरों में अधिक गाड़ियों, स्कूटरों, बसों के कारण शहर का वातावरण प्रदूषित रहता है, फिर भी प्रदूषण से दूरी बनाई जा सकती है। प्रात: जल्दी उठकर सैर पर जाएं, प्राणायाम खुले में करें, कुछ आसन करें ताकि फेफड़े प्रात: की शुद्ध वायु ग्रहण कर सकें। अधिक भीड़भाड़ वाले स्थानों पर बिना मजबूरी के न जाएं।

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कुछ सेफ्टी नियम अपनाएं

कार चलाते समय या कार में अगली सीट पर बैठते समय बेल्ट अवश्य लगाएं। जूते, चप्पल जब भी थोड़ा स्लिप होने लगें, उन्हें बदल लें। गीले फर्श पर न चलें। बाथरूम प्रयोग करने के बाद उसे वाइपर से साफ करें। उठते समय करवट लेकर उठें। अगर फर्श पर बैठे हैं तो उठते समय सहारा ले कर उठें, झटके से न उठें। टेढ़ी मेढ़ी सड़कों पर ध्यान से चलें। सड़क सतर्कता से पार करें ताकि चोट से बच सकें। गैस पर भी ध्यानपूर्वक काम करें।

दांतों की सफाई पर ध्यान दें

एक स्टडी के अनुसार लंबी आयु और स्वस्थ दांतों का आपसी संबंध होता है। जो लोग अपनी व्यक्तिगत सफाई की ओर जागरूक होते हैं उनका स्वास्थ्य अधिक अच्छा रहता है। दांत अगर स्वस्थ और साफ होंगे तो खाना अच्छे से पचा पाएंगे जिससे पेट ठीक रहेगा। पेट के बिगड़ने से अन्य बीमारियां भी जल्दी घेर लेती हैं।

इनके अतिरिक्त और भी बातें हैं जिनका ध्यान रख हम स्वस्थ रह सकते हैं।

  • शराब का सेवन न करें।
  • सोच सकारात्मक रखें।
  • उम्र के साथ मेच्चोर बनें।
  • दूसरों को बदलने का प्रयास न करें।
  • दूसरों से कोई अपेक्षा न रखें।
  • बच्चों के साथ प्यार से रहें।
  • अपनी बीमारी न छुपाएं। अगर माता-पिता को कोई बीमारी है तो अपनी जांच समय रहते करवाते रहें।
  • दूसरों की खुशी में खुश रहें।
  • प्रशंसा करें।
  • अपने अनुभव से हो सके तो दूसरों को लाभ पहुंचाएं, उन पर अपने अनुभव थोपें नहीं, बस जागरूक करें।
  • अपने विशेष गुणों का दूसरों को लाभ दें।

सुनीता गाबा

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