Paalak

गमले में उगाएं पालक spinach / Paalak

सर्दियों के मौसम में घरों में हरा साग सबसे ज्यादा बनता है। जो ना सिर्फ स्वाद में बेहतर होता है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है। हरे साग में लोग ज्यादा पालक को खाना पसंद करते हैं। यह एक बेहद ही पौष्टिक हरी पत्तेदार सब्जी है। बाज़ार से पालक लाने के बाद एक से दो दिन में ही बनाना होता है, नहीं तो पत्तियां गलने लगती हैं और ताजगी खत्म हो जाती है। आप बिना बाजार जाए ताजा पालक खाने के लिए इसे अपने घर के गमले में भी उगा सकते हैं।

तो आइए जानते हैं कि आप अपने घर में ही ताजी पालक का आनन्द कैसे ले सकते हैं:

Paalak गमला करें तैयार:

सबसे पहले आपको गले के साइज का ध्यान रखना होगा। आप एक बड़ा और चौड़ा गमला खरीदें, न कि गहरा। आप चाहें तो ग्रो बैग का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। गमले के तले में पानी निकलने की उचित व्यवस्था होनी चाहिए, अधिक नमी के कारण पौधा जल्दी खराब हो जाता है।

मिट्टी:

पालक की अच्छी पैदावार हासिल करने के लिए पोषण युक्त मिट्टी का उपयोग करना होगा। ऐसे में आप नॉर्मल गार्डन की मिट्टी 50 प्रतिशत, गोबर की खाद या वर्मीकम्पोस्ट 40 प्रतिशत और रेत 10 प्रतिशत ले लीजिए। इसके साथ आप थोड़ा-सा नीम खली भी ले लीजिए। सभी को अच्छी तरह से मिक्स करने के बाद एक से दो दिन के लिए हवादार जगह पर रखें, उसके बाद गमले में भर दीजिए।

Also Read:  बिहार के ऋतुराज ने गूगल को पढ़ाया सिक्योरिटी का पाठ, ढूंढ निकाला ‘बग’

बीज बोएं:

गमले या ग्रो बैग में मिट्टी भरने के बाद इसमें पालक के बीज को चारों तरफ डालकर दबा दें और थोड़ा-सा पानी डाल दें। ध्यान रहे कि पानी की मात्रा उतनी हो, जितने से मिट्टी में नमी रह सके। गमले को ऐसी जगह रखें जहां इसे धूप मिल सके, लेकिन डायरेक्ट धूप भी नहीं लगनी चाहिए। आपको पौधे में रोज़ाना पानी देना होगा।

Paalak 30 दिन में पालक तैयार:

बीज बोने के कुछ दिनों में अंकुरित होने लगेंगे। 30 से 40 दिनों में घर का फ्रेश पालक तैयार हो जाएगा। जब पौधे बड़े होने लगे, तो आप उनकी पत्तियों को तोड़कर उपयोग कर सकते हैं। पालक की कटाई इस तरह से करें, जिससे जड़ों को नुकसान ना हो, क्योंकि इन्हीं जड़ों से ही दोबारा से पालक उगेंगे। कैंची की मदद से पालक के पत्तों को तोड़ना सबसे सही तरीका माना जाता है।

रखें ध्यान:

घर की केमिकल फ्री पालक खाने के लिए आॅर्गेनिक खाद का ही इस्तेमाल करें। इसके अलावा पौधों को कीटों से बचाने के लिए आप नीम का तेल या अन्य जैविक कीटनाशकों का उपयोग कर सकते हैं। ध्यान रहे कि पौधे की सिंचाई करते समय ज्यादा पानी ना डालें, नहीं तो पौधा फंगस का शिकार हो सकता है। पालक के पौधों की सही ग्रोथ के लिए चुकंदर को नमक और पानी के साथ उबालकर रख लें और फिर उसे पौधों में डालें।