Herbs increase energy

जड़ी-बूटियां बढ़ाती हैं ऊर्जा
प्राचीनकाल से ही जड़ी बूटियों की महत्ता की काफी लोगों को जानकारी हो रही है और वह तब से अब तक अपने प्रतिदिन जीवन में उनका समय समय पर प्रयोग भी करते आ रहे हैं।

जड़ी-बूटियां हमारे लिए प्रकृति का एक अनमोल उपहार हैं। आयुर्वेद के अलावा नेचुरोपैथी में भी इसका व्यापक इस्तेमाल हो रहा है। अब लोगों में जड़ी-बूटियों की महत्ता की जागरूकता भी बढ़ती जा रही है।

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ये जड़ी बूटियां कई बीमारियों को दूर करने में सहायक होती हैं। अगर हम अपनी बदलती जीवनशैली में इनका प्रयोग नियमित करते रहें तो हम कई शारीरिक समस्याओं से दूर रह सकते हैं।

यहां कुछ स्वास्थ्यवर्द्धक जड़ी बूटियों की जानकारी दी जा रही है, जिनका प्रयोग कर हम स्वास्थ्य लाभ उठा सकते हैं:-

लौंग:-

लौंग के नियमित प्रयोग से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इसके अतिरिक्त लौंग एंटीआक्सीडेंट भी है और कई बैक्टीरिया को खत्म करती है। लौंग का प्रयोग अक्सर हम घरों में खाना बनाने के लिए करते हैं।

दालचीनी:-

दालचीनी का प्रयोग भी प्राय: गर्म मसाले बनाने में किया जाता है। इसके अतिरिक्त सब्जियों और चावल में भी दालचीनी का प्रयोग किया जाता है। एक शोध के अनुसार जिन खाÞद्य पदार्थों में दालचीनी का प्रयोग किया जाता है उनमें उपलब्ध कीटाणु खत्म हो जाते हैं।

लहसुन:-

लहसुन में विटामिन ए,बी,सी के अतिरिक्त आयोडीन, आयरन, पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व होते हैं। लहसुन का प्रयोग सब्जी बनाने के मसाले में, इसका अचार बनाने और प्रात: कच्चा चबाने या निगलने में किया जा सकता है। इसका कच्चा प्रयोग बिना किसी वैद्य की सलाह के न करें।

अदरक:-

अदरक का सेवन हमारी पाचन क्रि या को दुरुस्त रखता है। अदरक हमारी जी मिचलाने, उल्टी, मोशन सिकनेस, खांसी, जुकाम की समस्याओं का समाधान करने में सहायक होता है। सर्दियों में अदरक वाली चाय पीने से ठंड, जुकाम से बचा जा सकता है।

आंवला, एलोवेरा:-

आंवला में विटामिन सी की प्रचुर मात्र होती है जो शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति हेतु अच्छा होता है। अगर अच्छे एलोवेरा की पहचान हो तो उसका गूदा खाया जा सकता है जो शरीर की प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाता है। एलोवेरा के जूस का सेवन भी शरीर की कई बीमारियों से बचाता है।

तुलसी:-

हर घर में तुलसी का पौधा जरूर होना चाहिए। तुलसी हमारे कई रोगों का निवारण करने में मदद करती है जैसे खांसी-जुकाम, बुखार, कब्ज, निमोनिया, अतिसार आदि।

अश्वगंधा:-

अश्वगंधा का सेवन त्वचा संबंधी बीमारी के अतिरिक्त कई तरह की बीमारियों में लाभकारी है।

ब्राहमी:-

ब्राहमी हमारी याददाश्त को बढ़ता है। इसके अतिरिक्त गठिया जैसे रोग से भी आराम दिलाता है।

ग्रीन टी:-

ग्रीन टी में एंटी आक्सीडेंट की मात्र प्रचुर होती है जो हमारे शरीर के कोलेस्ट्राल लेवल को ठीक रखता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।

सेवन में न बरतें असावधानी:-

जड़ी बूटियों का पूरा लाभ तभी मिलता है जब इनमें कोई मिलावट न हो। इनका सेवन निश्चित अनुपात में ही लाभ पहुंचाता है।

अपनी मर्जी से किसी भी जड़ी बूटी का प्रयोग शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। अच्छा हो किसी वैद्य से पूछ कर इनका इस्तेमाल करें।
-सुनीता गाबा

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