Places to Visit Near Munnar in Hindi: मुन्नार एक अविश्वसनीय, शानदार और अतिआकर्षक मन को लुभाने वाला हिल स्टेशन है। पहाड़ों के घुमावदार इलाकों से घिरा हुआ यह हिल स्टेशन पश्चिमी घाट पर स्थित है। यह उस केरल से अलग है, जिसे हम हमेशा से जानते आए हैं। उस केरल से जिसमें समुद्र है, बैकवाटर्स है और खूबसूरत बीच हैं। उत्तर केरल के इडुक्की जिले में तमिलनाडु को बिलकुल छूता हुआ ‘मुन्नार’ दक्षिण का सबसे लोकप्रिय हिल स्टेशन है। मुन्नार तमिल भाषा के दो शब्दों मून तीन और आर भाव नदियों से मिलकर बना है।
अर्थात मुन्नार इन तीन नदियों ‘मधुरपुजहा’, ‘नल्लाथन्नी’ और ‘कुंडाली’ के अजीब मिलन स्थल वाले क्षेत्र को प्रदर्शित करता है। मुन्नार में कई छोटी दुकानें हैं, जो दिखने में भले ही आकर्षक न हों, लेकिन यहां खाना सस्ता और जायकेदार मिलता है।यहां आस-पास के स्थानों पर खूबसूरत झीलें, जल प्रपात और चाय बागानों का सौंदर्य चप्पे-चप्पे पर बिखरा पड़ा है। यहां दक्षिण भारत की सबसे ऊंची अनामुड़ी चोटी भी है।
देश के विभिन्न शहरों और अन्य बाहरी देशों से आने वाले लाखों पर्यटक और पिकनिक मनाने वाले लोगों के लिए यह हिल स्टेशन एक शानदार जगह है जहां वह अपनी छुट्टियां मजे से बिता सकते हैं। मुन्नार नीलगिरी की गोद में बसा प्यारा हिल स्टेशन है। नीले पहाड़ों से घिरे इस रमणीय स्थल में चाय की वादियां लुभावनी और आन्दित कर देने वाली थी। समुद्र तल से इसकी ऊंचाई लगभग 1600 मीटर है। 12000 हेक्टेयर में फैले चाय के खूबसूरत बागान यहां की खासियत है। दक्षिण भारत की ज्यादातर जायकेदार चाय इन्हीं बागानों से आती हैं।
मुन्नार में वह सब कुछ है जो एक प्रकृति प्रेमी किसी आर्दश प्राकृतिक स्थल से उम्मीद करता है जैसे-निगाह ठहर जाने वाले चाय के बागान, प्राचीन घाटियां, पहाड़ियों पर वक्राकार घुमाव, स्वास्थ्य को लाभ देने वाली हरी-भरी जमीन, हरी वनस्पतियां, जीव और वनस्पतियों की नई व अनोखी प्रजातियां, घने जंगल, जंगली अभयारण्य, प्राकृतिक खुशबू से भरी हवा, अच्छा मौसम और बाकी सबकुछ, जो पर्यटक की छुट्टियां यादगार बना सकता है।
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मुन्नार का इतिहास
History of Munnar in Hindi: मुन्नार का भी एक इतिहास है, यहां औपनिवेशिक और आधुनिक युग की नींव एक साथ रखी गई थी। जो अंग्रेज, भारत में पहले पहुंचे थे, उन्हें मुन्नार यहां की प्राकृतिक सुंदरता और सुखद जलवायु के कारण पल भर में ही बेहद पसंद आ गया था। इसके बाद यह जगह दक्षिण भारत में ब्रिटिश प्रशासन के लिए गर्मियों के समय का रिर्साट बन गया बल्कि आज भी मुन्नार, गमिर्यों के मौसम में सांसें थाम लेने वाला, सुंदर प्राकृतिक दृश्यों से भरपूर और प्रेरणादायक परिवेश वाला आदर्श गंतव्य स्थल है।
प्राकृतिक सुंदरियां मुन्नार में घूमने के लिए Places Near Munnar in Hindi
एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान
Eravikulam National Park Munnar In Hindi: एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान मुन्नार और इसके आसपास के प्रमुख आर्कषर्णों में से एक है। यह मुन्नार से लगभग 15 किमी दूर है यह लुप्तप्राय प्राणी-नीलगिरी टार के लिए भी जाना जाता है। 97 वर्ग किमी में फैला यह उद्यान तितलियों, जानवरों और पक्षियों के अनेक दुर्लभ प्रजातियों का बसेरा है। यह ट्रैकिंग के लिए भी सर्वोत्तम स्थान है। यह उद्यान चाय के बगान और साथ ही लहरदार पर्वतों पर धुन्ध की चादर का एक विस्तृत नजारा पेश करता है। नीलकुरिंजी के फूल खिलने से जब पहाड़ों की ढ़ाल नीली चादर से ढ़क जाती हैं, तब यह उद्यान ग्रीष्मकालीन पर्यटन स्थल बन जाता है। नीलकुरंजी पौधा पश्चिमी घाट के इस भाग का स्थानीय पौधा है जिस पर बारह वर्षों में एक बार फूल खिलता है। अंतिम बार यह सन् 2006 में खिला था।
आनामुड़ी शिखर Munnar Famous Tourist Spot Anamudi Peak In Hindi
आनामुड़ी शिखर इरविकुलम यहां के राष्टÑीय उद्यान में स्थित है। यह दक्षिण भारत का सबसे ऊंचा शिखर है जो 2700 मीटर से अधिक ऊंचा है। शिखर पर चढ़ने के लिए इरविकुलम स्थित वन एवं वन्यजीवन प्राधिकार से अनुमति लेनी पड़ती है।
मधुपट्टी डैम
मुन्नार से 13 किमी दूर मधुपट्टी डैम भी एक मनोरम स्थान है। यहां आप क्रूज की सवारी का लुत्फ उठाएं। इससे आपको सांभर, गौर और हाथियों को करीब से देखने का मौका मिल सकता है। आप पांच सीटों वाली स्पीड बोट या फिर 20 सीट वाले क्रूज में घूम सकते हैं। न्यामाकड़ गैप से आप तलयार घाटी का नयनाभिराम नजारा देख सकते हैं। यहां पर एक और बेहद शानदार स्थान है, उसे भी देखने से न चूकिएगा और वह है टॉप स्टेशन।
मुन्नार से तीन किलोमीटर दूर स्थित यह स्थान इतनी ऊंचाई पर है कि यहां से आप तमिलनाडु के मैदानों को देख सकते हैं। लाइवस्टॉक परियोजना द्वारा संचालित डेयरी फार्म के नाम से भी जाना। यहां आप गायों की अधिक दूध देने वाली नस्लें देख सकते हैं। हरे भरे चाय के बागान, ऊंचे-नीचे घास के मैदान, और शोला वन के साथ-साथ माट्टूपेट्टी ट्रैकिंग के लिए भी आदर्श स्थल है और यहां विभिन्न प्रकार के पक्षियों का भी बसेरा है।
पल्लिवासल
पल्लिवासल मुन्नार के चितिरपुरम से लगभग 13 किमी दूर स्थित है। यह केरल का पहला हाइड्रो-इलेक्ट्रिक परियोजना स्थल है। यह स्थल व्यापक प्राकृतिक सुन्दरताओं से भरा पड़ा है और यह पर्यटकों का पसंदीदा पिकनिक स्थल है।
चिन्नकनाल
चिन्नकनाल मुन्नार शहर के निकट स्थित है। यहां के झरनें, जिसे आमतौर पर ‘पावर हाउस वाटरफॉल’ कहा जाता है, खड़ी चट्टान पर समुद्र तल से 2000 मीटर की ऊंचाई से गिरते हैं। यह स्थल पश्चिमी घाट की पर्वत-श्रेणियों के प्राकृतिक दृश्यों से समृद्ध है।
अनयिरंगल
चिन्नकनाल से लगभग सात किमी आगे बढ़ने पर, आप अनयिरंगल पहुंच जाएंगे। मुन्नार से 22 किमी दूर स्थित अनयिरंगल चाय के हरे भरे पौधों का गलीचा है। शानदार जलाशय की सैर एक अविस्मरणीय अनुभव है। अनयिरंगल बांध चारों ओर से चाय के बगीचों और सदाबहार वन से घिरा है।
टॉप स्टेशन
मुन्नार से लगभग 3 किमी दूर स्थित टॉप स्टेशन की ऊंचाई समुद्र तल से 1700 मीटर है। मुन्नार-कोडैकनल सड़क पर स्थित यह सबसे ऊंचा स्थान है। टॉप स्टेशन देखने आने वाले पर्यटक मुन्नार को अपना पड़ाव बनाते हैं और इस टॉप स्टेशन से पड़ोसी राज्य तमिलनाडु के विहंगम दृश्यों का आनन्द लेते हैं। मुन्नार में, यहां से विस्तृत क्षेत्र में नीलकुरिंजी के खिले हुए फूलों को देखने के लिए भी यह एक उपयुक्त स्थान है।
चाय संग्रहालय
Munnar Me Ghumne Ki Liye Tata Tea Museum In Hindi: चाय बागानों की उत्पत्ति और विकास की दृष्टि से मुन्नार की अपनी अलग विरासत मानी जाती है। इस विरासत को ध्यान में रखते हुए, केरल के ऊंची पर्वत शृंखलाओं में चाय बागानों की उत्पत्ति और विकास के कुछ सूक्ष्म और दिलचस्प पहलुओं को सुरक्षित रखने और प्रर्दशर्नीय बनाने के लिए मुन्नार में टाटा-टी द्वारा कुछ वर्ष पहले एक संग्रहालय की स्थापना की गई थी। इस चाय संग्रहालय में दुर्लभ कलाकृतियां, चित्र और मशीनें रखी गई हैं। इनमें से हर एक की अपनी कहानी है जो मुन्नार के चाय बगानों की उत्पत्ति और विकास के बारे में बताती है। यह संग्रहालय टाटा-टी के नल्लथन्नी इस्टेट का एक दर्शनीय स्थल है। ध्यान रहे, यह सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक खुला रहता है। सोमवार के दिन बंद रहता है।
मुन्नार का मौसम
मुन्नार की पर्वतमालाएं, सुखद मौसम वाली हैं। जहां पर्यटक, साल के किसी भी दौर में भ्रमण के लिए आ सकते हैं।
कैसे पहुंचे
निकटतम रेलवे स्टेशन
तेनी (तमिलनाडु), लगभग 60 किमी दूर; चेंगनचेरी, लगभग 93 किमी दूर।
निकटतम हवाईअड्डा
मदुरई (तमिलनाडु), लगभग 140 किमी, कोचीन अंतर्राष्टÑीय हवाईअड्डा, लगभग 190 किमी।
– मनोज मित्तल
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