पावन एमएसजी सत्संग भंडारा -सम्पादकीय
संत सृष्टि पर मानवता के प्रति हमेशा उपकार ही करते हैं, करते आए हैं और हमेशा अपने अपार रहमो-करम से जीवों (जीव-जंतुओं, पशु-पक्षियों, जानवरों व इन्सानों अर्थात् समस्त जीव-सृष्टि) पर मन, वचन व अपने करम द्वारा हमेशा भला, अपना उपकार ही करते रहेंगे। क्योंकि उनका मकसद ही जीव-सृष्टि का उद्धार करना ही है और परमपिता परमात्मा के इसी उद्देश्य, इसी हुक्म को लेकर ही वे जीव-सृष्टि पर आते हैं।
वे धर्म-जाति, रंग-भेद, ऊंच-नीच, अमीरी-गरीबी इत्यादि किसी भी प्रकार के चक्कर में कभी नहीं पड़ते। उनकी पावन दृष्टि में कुल मालिक परमपिता परमात्मा की समस्त खलकत ही उनकी अपनी औलाद है। वे सभी धर्म-जाति इत्यादि हर इन्सान का दिल से सत्कार करते हैं। उनकी पवित्र निगाह में छोटा-बड़ा आदि सब एक समान हैं। ‘हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई। हम सब हैं भाई-भाई’, ता-जीवन उनका यही उसूल रहता है और यही डेरा सच्चा सौदा का उसूल है।
डेरा सच्चा सौदा के पूज्य मौजूदा गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के पावन वचनानुसार कि डेरा सच्चा सौदा में हर महीना ही खासम-खास है। यानि हर महीने ही एमएसजी भंडारे की तरह सत्संग हुआ करेंगे।
जैसा कि समस्त साध-संगत व हमारे सभी पाठकगण इस सच्चाई से भली-भांति अवगत हैं कि पावन जनवरी माह पूजनीय परमपिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज का पावन अवतार माह है और 25 जनवरी को हर वर्ष डेरा सच्चा सौदा व मानवता भलाई केन्द्र शाह सतनाम शाह मस्तान, शाह मस्तान शाह सतनाम जी धाम सरसा में पूजनीय बेपरवाह जी के पावन अवतार दिवस का भंडारा बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है।
फरवरी माह यानि 28 फरवरी को पूजनीय परमपिता जी के पावन गुरगद्दीनशीनी दिवस का पावन एमएसजी महारहमो-करम दिवस का भंडारा, मार्च महीने में 25 मार्च को पावन एमएसजी गुरुमंत्र भंडारा, अप्रैल महीने में 29 अप्रैल को पावन एमएसजी फाउंडेशन-डे (डेरा सच्चा सौदा का रूहानी स्थापना दिवस) का पावन भंडारा, अगस्त माह में 15 अगस्त को पूज्य मौजूदा गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां का पावन एमएसजी अवतार दिवस भंडारा, सितम्बर महीने में 23 सितम्बर को पूज्य गुरु जी के गुरगद्दीनशीनी दिवस का
पावन एमएसजी महापरोपकार दिवस भंडारा और इसी तरह नवम्बर महीने में कार्तिक पूर्णिमा को हर वर्ष डेरा सच्चा सौदा के संस्थापक पूजनीय बेपरवाह शाह मस्ताना जी महाराज के पावन अवतार दिवस का पवित्र एमएसजी अवतार दिवस भंडारा भी बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है और इसी तरह 5 अक्तूबर को डेरा सच्चा सौदा में शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैल्फेयर फोर्स विंग के सेवादार व साध-संगत ‘परमार्थी दिवस’ के रूप में और दिसम्बर का पूरा महीना ही ‘एमएसजी सेवा’ के महीने के नाम से जाना जाता है और साध-संगत इस पवित्र महीने को दीन-दुखियों व जरूरतमंदों की नि:स्वार्थ सेवा करके मनाती है।
इसी तरह मई का महीना ‘पावन एमएसजी सत्संग भंडारा’ महीने के नाम से जाना जाता है। वर्णनीय है कि स्वयं पूज्य मौजूदा गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने इस अति दिलचस्प ऐतिहासिक घटना का पटक्षेप किया। यह सभी जानते हैं कि पूजनीय बेपरवाह शाह मस्ताना जी महाराज ने 29 अप्रैल 1948 को डेरा सच्चा सौदा की शुभ स्थापना करने के बाद डेरा सच्चा सौदा दरबार सरसा में अपना पहला रूहानी सत्संग उसी वर्ष मई के महीने में फरमाया था
और अनेकों जीवों को नाम-शब्द बख्शकर उनकी नशे आदि हर तरह की बुराइयां छुड़वाकर उनकी आत्मा के उद्धार के अति पवित्र कार्य का शुभारंभ किया था, और सतगुरु प्यारे का यह महापरोपकारी करम उसी दिन से हर दिन व हर महीने ही निरंतर चलता रहा है और आज भी ज्यों का त्यों जारी है जी। और इसीलिए मई महीने के आखिरी रविवार के मासिक सत्संग को डेरा सच्चा सौदा में पावन ‘एमएसजी सत्संग भंडारे’ के रूप में ही मनाया जाता है। पूज्य गुरु जी के पावन वचनानुसार कि इस प्रकार लगभग हर महीने को डेरा सच्चा सौदा में पावन एमएसजी भंडारे के रूप में ही साध-संगत द्वारा मनाया जाता है।
पूज्य गुरु जी का यह पावन करम साध-संगत एवं समस्त सृष्टि व पूरे समाज और पूरे देश व पूरी दुनिया के ही हित में है, ताकि सत्संग-भंडारों में आकर ज्यादा से ज्यादा लोग व युवा पीढ़ी मांस, शराब, नशे आदि अपनी बुराइयां (युवा पीढ़ी जो नशों व बुराइयों के कारण बर्बाद हो रही है) छोड़कर राम-नाम, परमपिता परमात्मा की भक्ति से जुड़ें और समाज जल्दी से जल्दी नशे व बुराइयों आदि से मुक्त हो और लोगों की स्वस्थ विचारधारा हो तथा देश व समाज हर भले कार्यों में तरक्की करे।