पति से घरेलू कामों में लें मदद
आज अधिकतर महिलाएं नौकरीपेशा हैं और न केवल एक गृहिणी का दायित्व बखूबी निभा रही हैं बल्कि बाहर के कामों में भी उनका पुरुषों से अधिक योगदान है। अमेरिका में हुए एक सर्वे के अनुसार जिन परिवारों में पति-पत्नी दोनों कार्य करते हैं, उनमें महिलाएं घर के कुल काम का दो तिहाई कार्य करती हैं। अमेरिका में अगर यह स्थिति है तो भारत में तो आंकड़ा कम नहीं बल्कि कुछ ज्यादा ही होगा क्योंकि यहां तो पुरुष-प्रधान समाज है।
रिसर्च के अनुसार है कि घर की जिम्मेदारियों का काफी बंटवारा पुरुष-स्त्री कैसे करते हैं। उन्होंने अपनी रिसर्च में पाया कि पुरुष घर के कार्यो में एक सप्ताह में कुल 5 घंटे या इससे कम व्यतीत करते हैं और कुछ बिलकुल भी कार्य नहीं करते जबकि महिलाओं द्वारा घर के कामों में जाने वाला समय इससे पांच गुना अधिक पाया गया।
क्या आप जानते हैं कि अगर पुरुष घर के कामों में हाथ बंटाते हैं तो पत्नी को तो सहायता मिलती ही है, साथ ही पुरुष भी इससे लाभ पाते हैं। जी हां, प्रसिद्ध मनोविज्ञानी इवलियन बेसोफ के अनुसार जब पति घर के कामों में ध्यान देते हैं तो बच्चों, पत्नी और उनके बीच सामीप्य रहता है और उनके संबंध और गहरे होते हैं और आपका वैवाहिक जीवन बेहतर होता है।
घर के काम में बच्चों को संभालने में आपको परम सुख की अनुभूति होती है क्योंकि बच्चे के साथ आप समय व्यतीत करते हैं। यही नहीं, आपके स्वास्थ्य में भी सुधार आता है क्योंकि इस बहाने आपकी एक्सरसाइज भी हो जाती है। आप घर में रसोईघर में कार्य करते हैं तो अपने मनपसंद व्यंजन बना सकते हैं जिसकी आजादी आपको पत्नी के रसोईघर में काम करते वक्त वहीं मिलती।
अब मुश्किल यह आती है कि इतने फायदों के बावजूद पति घर का काम करने में अपनी रूचि नहीं दिखाते। उनके लिए तो बस एक ही डॉयलाग होता है, ‘मुझे पता नहीं इसे कैसे करते हैं। मैंने कभी किया नहीं’ तो आपका भी एक ही डायलॉग होना चाहिए-मैं सिखाती हूं। अरे, सीखेंगे तभी जब आप उनसे काम करवाएंगी। आपके पति भी अगर काम से जी चुरा रहे हैं तो आज से ही उन्हें सिखाना शुरू कर दें। वैसे तो घर के कामों को बांटने की जरूरत न ही पड़े पर अगर आपके बीच अक्सर इस बात पर झड़प होती है कि यह काम मेरा नहीं तो घर के कुछ कामों को बांट लीजिए जैसे बच्चों को होमवर्क कराना व पढ़ाना पति की जिम्मेदारी हो और बच्चों की जरूरतों की देखभाल करना पत्नी की।
कभी-कभी घर में फैलाव को देख पत्नी गुस्सा हो जाती है और वह गुस्सा पति महाशय पर निकल पड़ता है ’क्या तुम्हें दिखता नहीं। मैंने अभी सफाई की है और तुम फिर सामान फैला रहे हो आदि-आदि।’ अगर पति को उनकी गलती का अहसास कराने के लिए उन्हें गुस्से की बजाय प्यार से कहेंगी तो उन शब्दों का कमाल कुछ अलग ही होगा, जैसे ‘सुनो, प्लीज, सारा सामान अपनी-अपनी जगह रख दो, देखो घर अच्छा नहीं लग रहा!’ अगर आप नम्रता से पेश आएंगी तो आपके पति स्वयं सारा सामान यथास्थान पर रख देंगे।
एक-दूसरे के लिए किए गए छोटे-छोटे कामों की प्रशंसा कीजिए। अगर आपके पति आपके लिए खाना बनाते हैं या घर का कोई ऐसा काम करते हैं जिसकी अपेक्षा आपने उनसे न की हो तो उन्हें दो शब्द ’थैंक यू‘ अवश्य कहें। इससे उन्हें अच्छा महसूस होगा और वह आपके लिए छोटे-छोटे काम बिना कहे करने लगेंगे।
-सोनी मल्होत्रा