Importance of Internship in Hindi: आज व्यवसायिक कॉरपोरेट जगत में ‘इंटर्नशिप’ 10-15 साल पुराना जुमला है। आज जब कॉलेज प्लेसमेंट की दुकान बन गए हैं, तो उनका भरसक प्रयास रहता है कि अपने विद्यार्थियों को वे ‘समर इंटर्नशिप’ पर जरूर भेजें।
यह इसलिए भी कि फाइनल प्लेसमेंट में आने वाली कंपनियां विद्यार्थियों के एकेडमिक स्कोर्स से ज्यादा तवज्जो उनके अनुभव को देने लगी हैं।
इसलिए इंटर्नशिप की वैल्यू बढ़ गई है।
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क्या है इंटर्नशिप?
Internship Meaning in Hindi: शिक्षा संस्थान के ब्रेक (सामान्यत: ग्रीष्मकालीन) के दौरान विद्यार्थियों द्वारा किसी कॉर्पोरेट हाउस या किसी कार्यालय, कंपनी में जाकर वर्ग विशेष में कार्यकर कुछ अनुभव कमाने को इंटर्नशिप कहा जाता है।
इंटर्नशिप पेड और अनपेड हो सकती है
कई बार इच्छुक विद्यार्थियों को शिक्षा अवधि के अलावा भी स्वेछा से कार्यानुभव प्राप्त करने हेतु काम करते देखा गया है।
पुराने समय में इंटर्नशिप व्यावसायिक कोर्सेज का हिस्सा थी, किन्तु अब लगभग हर शैक्षणिक प्रोग्राम में आपको विद्यार्थी इंटर्नशिप करते दिख जाएंगे।
क्यों जरूरी है इंटर्नशिप?
Why Internship is Required? यदि आप एक बिजनेसमैन हैं तो इस उदाहरण को शायद और सरलता से समझ पाएँगे।
मान लीजिये कि आप अपने कार्यालय में एक जिम्मेदार पद हेतु इंटरव्यू ले रहे हैं। आपके पास कई आवेदन आते हैं, जिसके आधार पर आप कुछ को इंटरव्यू हेतु आमंत्रित करते हैं।
मान लीजिये, आपने 10 उम्मीदवारों को आमंत्रित किया। चूँकि पद जिम्मेदारी का है, आप इन 10 उम्मीदवारों से काफी उम्मीद भी रखेंगे। अब ऐसे में, इन 10 में से 3 ऐसे हैं, जिन्हें कुछ न कुछ अनुभव है। सोचकर देखिये, आप किसका चुनाव करेंगे? उन 7 में से जिसके पास कोई अनुभव नहीं है या उन 3 में से जिन्हें अनुभव है? यकीनन आपका जवाब अनुभवी उम्मीदवार है।
आज जब समय इतना तेजी से भाग रहा है, एक कर्मचारी को नियुक्त करने के उपरांत उसे काम सिखाना एक बड़ी सिरदर्दी है। कंपनियां अपने ट्रेनिंग कॉस्ट को न्यूनतम रखना चाहती हैं।
दूसरी बात यह भी है कि नए कर्मचारी को काम सिखाने में पैसे के साथ समय की भी लागत लगती है, जोकि अमूल्य है। ऐसे में यदि एक कंपनी को इंटर्नशिप किया हुआ अनुभव प्राप्त उम्मीदवार मिलता है, तो वे उसे हाथों-हाथ लेती है।
कुल मिलाकर यह आपकी योग्यता को बढ़ाती है और आपकी कीमत भी। इंटर्नशिप से आप भी बहुत कुछ ऐसा सीखते हैं, जो गैर व्यवसायिक रूप से उन्नति करने में आपकी मदद करता है।
ये अनुभव आपके व्यक्तित्व में नए आयाम जोड़कर उसमें निखार लाता है। इससे योग्यता तो बढ़ती ही है, व्यक्तित्व भी चमक उठता है।
पहले के समय में संयुक्त परिवारों में काम-काज भी इतने अधिक होते थे कि दूसरे प्रकार के कई अनुभव इंसान परिवार से ही ले लेता था। तकनीक अविकसित थी, इसलिए भौतिक मेहनत भी अधिक थी।
कुल मिलाकर शिक्षा पूर्ण होते-होते व्यक्ति साथ-साथ इतना अनुभवी और व्यवहारिक हो चुका होता था कि आसानी से व्यवसायिक जगत में खप जाता था। किन्तु आज समय पूरी तरह बदलचुका है।
तकनीक अपने चरम पर है। हर क्षेत्र में कार्य प्रणाली बिल्कुल बदल चुकी है, इसलिए पुरानी पीढ़ी चाहे अपने अनुभव सांझा कर भी ले, तो व्यवहार गुण के अलावा ज्यादा कुछ वहां से प्राप्त करने योग्य रहा नहीं है।
ऐसे में जरुरूरी हो जाता है कि आधुनिक कार्यप्रणाली के साथ जुड़, उसमें लिप्त हों। हम नए अनुभवों से खुद को लैस करें, ताकि हमारी मांग बढ़े।
आज बाजारीकरण का युग है। आपको तरजीह आपकी कीमत और योग्यता के आधार पर ही मिलेगी, तो इंटर्नशिप जरूर करें एवं अपनी कीमत एवं योग्यता दोनों को ही बढ़ाएं।
ध्यान रखें: Internship में
- अपना विजन स्पष्ट रखें कि आप किस क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं। इंटर्नशिप के क्षेत्र का चुनाव भी उसी आधार पर करें।
- काम के दवाब के कारण अक्सर कॉलेज अधिकारी आपको आसानी से मिल रहे क्षेत्रों में धकेलने का प्रयास करते हैं, ऐसा न होने दें। ऐसे में अपने प्रयासों से मनवांछित क्षेत्र में ही जाएं। क्योंकि इससे आपका समय मजबूत होगा और क्षेत्र विशेष हेतु आप परिपक्व हो जाएंगे। अन्यथा आपका अनुभव टुकड़ों में बंट जाएगा।
- अनुभव को देखिए न कि मिलने वाले स्टाइफैंड को।
- सीखने की ललक रखिए।
- याद रखिए, आप सीख रहे हैं, इसलिए हमेशा विनम्रता बनाए रखें।
हमें उम्मीद है कि आपको बेहतर Idea मिला on Importance of Internship in Hindi.
– रिद्धिम