आयुष्मान भारत योजना 5 लाख रुपए तक के फ्री ईलाज की सुविधा
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत देश के गरीब तथा पिछड़े परिवारों को स्वास्थ्य संबंधी बड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जा रहा है। योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार देश के गरीब परिवारों को सालाना 5 लाख रुपए के स्वास्थ्य बीमा की सहायता प्रदान कर रही है।
इस योजना के अंतर्गत 10 करोड़ से भी ज्यादा गरीब परिवारों को स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराने के लिए शामिल किया जाएगा। योजना को ‘प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’ भी कहा जाता है। इसके अंतर्गत सरकारी/पैनल अस्पतालों तथा निजी स्वास्थ्य केंद्र में मुफ्त इलाज की सुविधा उपलब्ध करवाई जाती है। प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना से जुड़ी सभी जानकारी जैसे पंजीकरण, पात्रता की जांच, आवेदन प्रक्रिया, दस्तावेज आदि की पूर्ण जानकारी जानें:
Table of Contents
आयुष्मान भारत योजना 2021 का उद्देश्य
हमारे देश के गरीब परिवारों में किसी को बड़ी बीमारी होने पर आर्थिक तंगी होने के कारण अस्पतालों में इलाज नहीं कर पाते तथा इलाज का खर्च उठाने में असमर्थ होते हैं। उन लोगों को इस योजना के जरिये पांच लाख तक के स्वास्थ्य बीमा की सहायता प्रदान करना ताकि उन्हें अस्पतालों में मुफ्त इलाज मिल सके तथा गरीब परिवारों की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करना और बीमारी के चलते मृत्यु दर को कम करना।
प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना 2021 के जरिये देश के आर्थिक रूप से कमजोर गरीब परिवारों को स्वास्थ्य बीमा प्रदान करके आर्थिक सहायता प्रदान करना है। यह योजना सार्वजनिक अस्पतालों के साथ-साथ निजी अस्पतालों में भी कैशलेस उपचार का वादा करती है। आयुष्मान भारत योजना के तहत घुटने की रिप्लेसमेंट, कोरोनरी बाईपास और अन्य जैसी महंगी सर्जरी भी शामिल हैं। अब आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत मुफ्त में उपलब्ध कोविड-19 का परीक्षण और उपचार भी शामिल किया है। आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी अपना कोरोना का चेकअप मुफ्त में करवा सकते है।
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का कार्यान्वयन
यह भारत देश के लोगों के लिए पीएम हेल्थ इंश्योरेंस योजना है। सामाजिक आर्थिक जाति जनगणना 2011 के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों के 8.03 करोड़ परिवार और शहरी क्षेत्रों के 2.33 करोड़ परिवारों को इस योजना के अंतर्गत शामिल किया जाना है। प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के तहत अब तक 3.07 करोड़ लाभाथियों को आयुष्मान गोल्डन कार्ड (Ayushman Bharat Golden Card) जारी किए जा चुके हैं। गोल्डन कार्ड के जरिये लाभार्थी निजी अस्पतालों में मुफ्त इलाज करवा सकते हैं।
योजना के अन्तर्गत नहीं आने वाले रोग:
- ड्रग रिहैबिलिटेशन
- ओपीडी
- फर्टिलिटी संबंधित प्रक्रिया
- कॉस्मेटिक संबंधित प्रक्रिया
- अंग प्रत्यारोपण
- व्यक्तिगत निदान
योजना का लाभ:
- इस योजना के अंतर्गत 10 करोड़ से भी अधिक परिवारों को शामिल किया जायेगा।
- गरीब परिवारों को 5 लाख रुपए तक का स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जा रहा है।
- योजना में उन परिवारो को भी शामिल किया जा रहा है जो 2011 में सूचीबद्ध हैं।
- दवाई की लागत, चिकित्सा सरकार द्वारा प्रदान की जाएगी तथा 1350 बीमारियों का इलाज फ्री करवाया जाएगा।
- योजना का लाभ उठाने के लिए आपको पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं है।
- आयुष्मान भारत योजना को हम जन आरोग्य योजना के नाम से भी जानते हैं।
आवश्यक दस्तावेज:
- परिवार के सभी लोगो का आधार कार्ड,
- राशन कार्ड,
- मोबाइल नंबर,
- पते का सबूत।
कौन-कौन सी बीमारियां होती हैं कवर?
योजना के तहत हृदय रोग के 130, नेत्र रोग के 42, नाक-कान-गला के 94, हड्डी के 114, मूत्र रोग के 161, महिला रोग के 73, शल्य रोग के 253, न्यूरो सर्जरी, न्यूरो रेडियोलॉजी, प्लास्टिक सर्जरी व बर्न सर्जरी के 115, दंत रोग के नौ, बाल रोग के 156, मेडिकल के 70, कैंसर के 112 और अन्य बीमारियों के 21 पैकेज के मुफ्त उपचार की सुविधा उपलब्ध मिलेगी। योजना में पुरानी बीमारियां भी कवर की जाती हैं। किसी बीमारी की स्थिति में अस्पताल में एडमिट होने से पहले और बाद का खर्च भी कवर होता है। ट्रांसपोर्ट पर होने वाला खर्च भी शामिल है। किसी बीमारी की स्थिति में सभी मेडिकल जांच/आॅपरेशन/इलाज आदि कवर होते हैं।
अब मध्यम वर्ग को मिलेगा योजना का लाभ
सरकार ने स्वास्थ्य के मोर्चे पर मध्यम वर्ग को बड़ा तोहफा दिया है। आयुष्मान भारत योजना से देश के मध्यम वर्गीय परिवारों को भी इलाज के लिए सालाना 5 लाख रुपए का हेल्थ कवर मिल जाएगा। इससे पहले इस योजना का लाभ केवल आर्थिक रूप से पिछड़े हुए लोग ही उठा सकते थे। सरकार ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबीपीएमजेवाई) के तहत अपनी सभी स्वास्थ्य बीमा योजनाओं को एक जगह लाने का फैसला किया है।
नए अपडेट्स से इन लोगों तक पहुंचेगा फायदा:
नेशनल हेल्थ अथॉरिटी ने कहा कि इस योजना का दायरा बढ़ने से सबसे अधिक फायदा असंगठित सेक्टर में काम करने वाले लोगों को होगा, जो अब तक किसी भी हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम से दूर थे। इस योजना से स्वरोजगार करने वाले, एमएसएमई सेक्टर में काम करने वाले और मध्यम वर्गीय किसानों को भी फायदा मिलेगा।
सरकारी और निजी सेक्टर के लोग होंगे शामिल
नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के गवर्निंग बोर्ड ने भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों द्वारा चलाई जा रही स्वास्थ्य योजनाओं को आयुष्मान भारत योजना में शामिल करने को मंजूरी दे दी है। इससे सरकारी और निजी क्षेत्र में कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाले लोगों, कंस्ट्रक्शन कार्य में लगे लोगों को इलाज में काफी सुविधा मिलेगी। इस विस्तार से बड़े पैमाने पर उन लोगों को फायदा होगा जो संगठित सेक्टर में नहीं हैं। जो खुद का कारोबार करते हैं।
सभी हेल्थ स्कीम्स ‘आयुष्मान’ में शामिल
सरकार के रेगूलर व ठेके पर रखे गए कर्मचारी भी शामिल हैं। इसके दायरे में कंस्ट्रक्शन वर्कर्स, सफाई कर्मचारी, सड़क हादसे में घायल मरीज, सेंट्रल आर्म्ड फोर्स के जवान भी आएंगे। इन योजनाओं का विलय होने के बाद उन करोड़ों लोगों को फायदा पहुंचने की उम्मीद है जो अब तक स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में चल रहे थे।
हरियाणा सरकार ने बढ़ाया दायरा
हरियाणा सरकार द्वारा भी बजट 2021-22 के तहत पांच लाख रुपये तक की आय वाले परिवारों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ देने की घोषणा की गई है। साथ ही इन श्रेणियों में व्यापक कैशलेस स्वास्थ्य योजना के लाभार्थी, मुख्यमंत्री परिवार समृद्धि योजना के तहत पंजीकृत परिवार, निर्माण श्रमिक बोर्ड, हरियाणा के मान्यता प्राप्त मीडियाकर्मी, नंबरदार, चौकीदार, विमुक्त घुमंतू जाति और आजाद हिंद फौज में रहे सैनिक, हिंदी आंदोलन से जुड़े परिवार, द्वितीय विश्व युद्ध और आपातकाल के दौरान जेल गए परिवार शामिल किए गए हैं।
अब बनाए जा रहे हैं ( Ayushman Bharat Golden Card) गोल्डन कार्ड:
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत देश के गरीब परिवार के सदस्य को सरकारी अस्पताल में दाखिला तथा इलाज का पूरा खर्च कवर किया जायेगा। आयुष्मान भारत योजना में स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा 1350 पैकेज शामिल किए गए हैं, जिसमें कीमोथेरेपी, मस्तिष्क सर्जरी, जीवनरक्षक आदि इलाज शामिल है, जो इच्छुक लाभार्थी इस योजना के अंतर्गत पंजीकरण कराना चाहते है तो वह निकट जन सेवा केंद्र में जाकर पंजीकरण करा सकते हैं और योजना का लाभ उठा सकते हैं। 2021 के तहत जन सेवा केंद्र में आयुष्मान मित्र के माध्यम से गोल्डन कार्ड बनाए जा रहे हैं। इस गोल्डन कार्ड के माध्यम से आप किसी भी सरकारी अस्पताल तथा निजी स्वास्थ्य केंद्र में 5 लाख तक का मुफ्त इलाज करा सकते हैं।
कैसे व किन लोगों का बनता है आयुष्मान कार्ड (Ayushman Bharat Golden Card) ?
- वर्तमान में आयुष्मान योजना के अंतर्गत उन्हीं पात्र लोगों का कार्ड बनता है, जिन लोगों का चयन कार्ड बनाने हेतु हो चुका है। इसका अभिप्राय यह है कि कोई भी व्यक्ति अभी फिलहाल नए कार्ड के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं करवा सकता है।
- जो व्यक्ति जानना चाहते हैं कि उनका नाम चयनित सूचि में है या नहीं, वे लोग अपने नजदीकी अटल सेवा केन्द्र पर जाकर या अपने क्षेत्र की आशा वर्कर से या स्थानीय सरकारी अस्पताल के आयुष्मान केन्द्र से पता कर सकते हैं।
- जिनका लोगों का नाम लिस्ट में होता है, वे इस कार्ड को बनवा कर इसका लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
आयुष्मान सीएपीएफ स्वास्थ्य बीमा योजना:
नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी की जयंती पर हमारे देश के गृह मंत्री अमित शाह के द्वारा आयुष्मान सीएपी एफ स्वास्थ्य बीमा योजना का आरंभ किया गया है। इस योजना के अंतर्गत देश के सभी सशक्त पुलिस बलों के कर्मियों को केंद्र सरकार द्वारा स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जाएगा।
इस स्वास्थ्य बीमा का लाभ प्रत्येक पुलिस कर्मी उठा पाएगा। इस योजना के अंतर्गत सीएपीएफ, असम राइफल एवं राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के 28 लाख पुलिस कर्मियों को तथा उनके परिवारों को शामिल किया गया है। आयुष्मान सीएपीएफ स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत 10 लाख जवान और अधिकारी एवं उनके परिवार के 50 लाख लोग भी शामिल है। यह सभी लोग देश के 24000 अस्पतालों में निशुल्क अपना इलाज करवा पाएंगे। यह योजना आयुष्मान भारत: प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत आरंभ की गई है।
नया अपडेट
देश में कोरोना वायरस का संक्रमण चल रहा है जिसकी वजह से पूरे देश के लोग बहुत ही डरे हुए है। 50 करोड़ से अधिक नागरिक जो इस योजना के अंतर्गत आते है और जो लाभार्थी 2021 के अंतर्गत पंजीकृत है उन लाभार्थियों का निजी प्रयोगशाला में और पैनल के अस्पतालों में कोरोना वायरस संक्रमण की जांच और इलाज मुफ्त में करायी जा रही है। देश के सभी आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी इस सुविधा का लाभ उठा सकते है।