संत भाग जगाने आए हैं… –सम्पादकीय
संत-सतगुरु, गुरु-महापुरुष, जीव-सृष्टि पर मानवता के उद्धार का उद्देश्य लेकर जगत में आते हैं। संत जगत में आकर जीवों के सोए भाग को जगाने के लिए ही सृष्टि पर आते हैं और जीवों पर अपना अपार रहमो-करम करके उनकी कुलों का भी उद्धार करते हैं। संतों, गुरु-महापुरुषों का सृष्टि पर शुभ आगमन समाज, सृष्टि व मानवता के भले के लिए होता है। ‘संत न आते जगत में तो जल मरता संसार।’ संत समस्त जीव-सृष्टि को अपना पावन सहारा बख्शते हैं। वे परमपिता परमात्मा से हमेशा पूरी मानवता, सबके भले की दुआ करते हैं और जहाँ तक संभव हो सबका भला करते हैं। संत दुनिया की मोह-ममता, काम-क्रोध, लोभ, अहंकार तथा मन-माया व ईर्ष्या, नफरत आदि बुराइयों की आग में सड़-बल रहे जीवों को अपना सहारा प्रदान करके उनके उद्धार का सबब बनते हैं।
संत महान परोपकारी होते हैं। उनकी पवित्र प्रवृति ऐसी बहती जलधारा होती है, जो पापियों, बड़े-बड़े गुनाहगारों के पाप-गुनाहों को पल में धोकर उन्हें पाक-पवित्र कर देती है। उनकी अमृतवाणी तपते दिलों को ठंडा-शीत कर उन्हें परमशांति की अनुभूति करा देती है। जैसे जेष्ठ-आषाढ से तपी धरती पर सावन की बौछारें पड़ती हैं, तो चहूँ ओर एक अनोखी-सी मनभावन महक, सौंधी-सौंधी खुशबू का अहसास पाकर जीव परम सुकून का अनुभव करता है। उसी तरह पूर्ण सतगुरु के सृष्टि पर शुभ आगमन से अधिकारी रूहें मंगलगीत गाती हुई अकथनीय आनन्द, खुशी में झूम उठती हैं। वास्तव में संत जगत-उद्धार का उद्देश्य लेकर ही सृष्टि पर आते हैं। इतिहास गवाह है, कौडे जैसे राक्षस, सज्जन जैसे ठग, गणका जैसी वेश्या, चोर, लुटेरे, डाकू भी संतों की सोहबत पाकर उच्च कोटि के भक्त कहलाए। इस तरह संत हर प्राणी मात्र के प्रति परोपकार की भावना रखते हैं और अपने रहमो-करम से हर प्राणी का उद्धार करते हैं।
पूजनीय बेपरवाह शाह मस्ताना जी महाराज ने दुनियावी विषय-वासनाओं में आशक्त पापी-गुनाही जीवों के उद्धार के लिए मनुष्य चोला धारण किया। पूजनीय सार्इं जी ने दुनिया को परमपिता परमेश्वर का सच्चा संदेश दिया और परमपिता का सच्चा नाम-शब्द, गुरुमंत्र देकर उससे मिलने का सच्चा रास्ता बताया। आप जी ने लोगों को अपनी सच्ची वाणी बताई कि ‘धन धन सतगुरु तेरा ही आसरा’ नारा बोलो, चढ़ जाओ राम-नाम की बेड़ी और पार हो जाओ भवसागर से। आप जी ने सच्चा सौदा ऐसा सर्वधर्म संगम, ऐसा दर बनाया जहाँ हर धर्म-जाति को प्यार, सबका सत्कार किया जाता है। आप जी के वचनों के अनुसार यहां पर सभी धर्मों के लोग एक साथ इकट्ठे बैठकर अपने-अपने धर्मानुसार अपने अल्लाह, राम, वाहेगुरु, गॉड, खुदा, रब्ब का नाम ले सकते हैं।
पूजनीय सार्इं जी ने रूहानियत का जो सच्चा रास्ता दिखाया, डेरा सच्चा सौदा के आज करोड़ों श्रद्धालु इस सच के रास्ते पर चलते हुए मालामाल हो रहे हैं। जैसा कि पूजनीय बेपरवाह सार्इं जी ने अपनी तीसरी बॉडी का वचन फरमाया कि ‘वो तूफान-मेल ताकत होगी।’ पूजनीय बेपरवाह जी के वचन आज सबके सामने हैं। पूरी दुनिया आज देख रही है कि मौजूदा गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां (डॉ. एमएसजी) के मार्गदर्शन में डेरा सच्चा सौदा राम-नाम की भक्ति और समाज व मानवता की सेवा के हर क्षेत्र में बुलंदियों को छू रहा है। पूज्य गुरु जी के पावन सानिध्य में विश्वभर में डेरा सच्चा सौदा का नाम आज गर्व से लिया जाता है। संत सृष्टि में जीवों के सोए भागों को जगाकर, उन्हें सच का रास्ता बताकर भवसागर से पार लंघाने के लिए आते हैं।
संत भाग जगाने आए हैं, जगाने आए हैं,
जी सबको रास्ता बताने आए हैं,
रास्ता बताने आए हैं।
पूजनीय बेपरवाह शाह मस्ताना जी महाराज के पावन अवतार दिवस की समस्त साध-संगत, सारी सृष्टि को लख-लख बधाई हो जी।


































































