बोर न होने दें स्वयं को
कभी-कभी जीवन में ऐसे क्षण आते रहते हैं जब मन उदास सा लगता है। किसी काम को करने की अन्दर से इच्छा नहीं होती। आप अपनी दिनचर्या की पूर्ति में लगे तो रहते हैं पर मजÞा नहीं आ रहा होता। जिन्दगी में उत्साह कम लगता है। घबरायें नहीं। यह तो अस्थाई दौर है जो दो-चार दिन में दूर हो जाएगा। आइए कुछ ऐसा करें ताकि बोर न रह सकें अधिक समय तक।
अपने बीते अच्छे क्षणों को याद कर उस कल्पना में खोने का प्रयास करें।
छोटी-छोटी बातों को नजरअंदाज करें।
कभी कभी काम से छुट्टी लें और छुट्टी लेकर शहर से कहीं बाहर जा सकें तो ज्यादा अच्छा होगा परन्तु यह हमेशा संभव नहीं होता। किसी नजÞदीकी संबंधी या मित्र के घर कुछ समय बिताएं ताकि अपने रूटीन वातावरण से कुछ दूरी मिल सके।
यदि आप अकेले रहते हैं तो परिवार के साथ कुछ समय बिताएं। अच्छे मित्र और परिवार के सदस्य जिन्दगी में नई जान डाल देते हैं। जिन मित्रों या परिजनों पर पूरा विश्वास हो, उनसे अपने सीक्र ेट (रहस्य) शेयर करें।
किसी भी तरह की बोरियत को दूर करने के लिए आप फिल्म देख कर अपने को बोर होने से बचा सकते हैं। यदि आपका पिक्चर हाल पर पिक्चर देखने को मन न हो तो आप घर पर ही कोई फिल्मी चैनल लगायें और फिल्म देखने में मस्त हो जायें। विश्वास कीजिए थोड़े समय में ही आप सब भूलकर फिल्म के रंग में डूब जाएंगे।
आपको कुछ और उस समय सूझ नहीं रहा हो कि क्या करें तो ऐसे में संगीत सुनें। संगीत में वो शक्ति है जो जिन्दगी से बोरियत को धो देती है या दूर करती है।
यदि आपके पास पुराने कहीं घूमने के फोटोग्राफ हैं तो एलबम खोलिए और कल्पना शक्ति से वहां की सैर कीजिए। यदि आप घर में पेट्स रखने के शौकीन हैं तो एक पेट् पालकर रखें। जब आप बोर महसूस कर रहे हों तो उसके साथ खेलिए, उसे नहलाइये या उसे घुमाने बाहर ले जाइए। घर पर एक्वेरियम है तो मछलियों के एक्शन देखकर अपने को बोर होने से उबारा जा सकता है।
अपने कपड़ों का वार्डरोब साफ करें। अपने नए पुराने रंग बिरंगे कपड़ों को देखकर बहुत मजÞा आएगा। आजकल बड़े शहरों में बड़े-बड़े मॉल हैं। वहां जाकर नए फैशन की चीजÞों को देखें और विन्डो शापिंग करते हुए स्वयं को बोर होने से बचा सकते हैं।
दो सप्ताह में कम से कम एक दिन अपनी नींद रात को पूरी करें ताकि मन और तन को पूरा आराम मिल सके और नए जोश से अपनी सुबह शुरु कर सकें।
-नीतू गुप्ता