सृष्टि जगत को सुख पहुंचाना ही संतों का एकमात्र उद्देश्य… – सम्पादकीय
सम्पादकीय
सृष्टि जगत को सुख पहुंचाना ही संतों का एकमात्र उद्देश्य... Editorial
पवित्र ग्रन्थों में दर्ज धर्माेंपदेश के अनुसार समाज में बुराइयों की जब अति होती है, पाप, जुल्मो-सित्तम, बुराइयां जब समाज में बढ़ जाती हैं, लोग...
रेनू इन्सां ने बनाए एशिया व इंडिया बुक आॅफ रिकार्ड्स
रेनू इन्सां ने बनाए एशिया व इंडिया बुक आॅफ रिकार्ड्स
मेरी हर पोस्ट के हैल्थ टिप्स में पूज्य गुरु संत डा. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां द्वारा दिए गए टिप्स शामिल होते हैं। मैंने...
दृढ़ विश्वासी जीव वचनों का फल जरूर पाता है… सत्संगियों के अनुभव
दृढ़ विश्वासी जीव वचनों का फल जरूर पाता है... सत्संगियों के अनुभव
पूजनीय बेपरवाह शाह मस्ताना जी महाराज की रहमत
प्रेमी सिरीराम इन्सां उर्फ सूबेदार पुत्र स. कृपाल सिंह गांव घूकांवाली (सरसा) पूजनीय बेपरवाह मस्ताना जी...
‘मातृ-पितृ सेवा’ मुहिम बुजुर्गांे की दुआएं हमारे साथ रहें – सम्पादकीय
‘मातृ-पितृ सेवा’ मुहिम बुजुर्गांे की दुआएं हमारे साथ रहें -सम्पादकीय
डेरा सच्चा सौदा सदैव समाज कल्याण कार्यों में अग्रणी रहा है। समाज कल्याणकार्यों में डेरा सच्चा सौदा की ओर से जहां 138 भलाई कार्य किए...
इनकी भी दिवाली करें रोशन | Importance of diwali festival in hindi
इनकी भी दिवाली करें रोशन Importance of diwali festival in hindi
"हमारे समाज में ऐसे बहुत से अभाव-ग्रस्त लोग हैं, जिनके लिए यह रोशनी शायद कोई मायने नहीं रखती।
दूसरे कार्यकाल की पहली यात्रा एससीओ शिखर सम्मेलन में पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी
शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) का शिखर सम्मेलन इस बार किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में संपन्न हुआ। बैठक में सदस्य देशों के बीच ऊर्जा और आंतकवाद को लेकर सहमती बनी। 13-14 जून को आयोजित एससीओ...
WELCOME PYARE MSG
WELCOME PYARE MSG
डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत के लिए 17 जून का दिन बड़ा नसीबों वाला साबित हुआ। 1757 दिन के लंबे अंतराल के बाद संगत की तड़प को वो आयाम मिल ही गया,...
जान से प्यारा है तिरंगा हमारा
जान से प्यारा है तिरंगा हमारा
सबका देश हिंदुस्तान
तिरंगा गौरव शान
इसकी शान लाख गुणा बढ़ाएंगे।
भेद-भाव मिटाकर हम
मिलकर उठाएं कदम
मीत बनकर सब बुराइयों के
छक्के छुड़ाएंगे।
जिएंगे मरेंगे मर-मिटेंगे देश के लिए।।
-पूज्य गुरु जी
देश में 75 वां स्वतंत्रता...
व्यक्तित्व का दर्पण है ढंग से बोलना
व्यक्तित्व का दर्पण है ढंग से बोलना
अच्छी नौकरी पाने की लालसा हो या फिर दूसरे पर अपना इंप्रेशन जमाने की बात, हर जगह पर आपका बोलना बहुत ही मायने रखता है क्योंकि आपका जरा...
सतगुरु जी का रहमोकरम परे से परे – Editorial
बच्चा बड़ा हो जाता है तो मां-बाप काफी हद तक बेफिक्र हो जाते हैं लेकिन सतगुरु अपने शिष्य की हर पल अंगुली पकड़ कर रखता है। क्योंकि सतगुरु के लिए जीव हमेशा एक नन्हा बच्चा...