अवर्णनीय परोपकार
जो सतगुरु जीवन ही बख्श दे, मुर्दे को जिन्दा कर दे, जो चौरासी के कैदखाने में बंदी रूहों को अपने रहमो-करम से मुक्त कर दे और उन्हें एक-एक को, सबको अपने घर निज देश, सतलोक, सचखण्ड में पहुंचा दे, क्या इससे बड़ा कोई परोपकार हो सकता है?
हर घर का सपना होगा साकार | प्रधान मंत्री आवास योजना
देश की एक बड़ी आबादी के पास खुद का घर नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देश को प्रगति की नई ऊँचाईयों पर पहुंचाने का मंत्र है, सबका साथ सबका विकास। ऐसे लोगों के लिए केंद्र सरकार की तरफ से प्रधानमंत्री आवास योजना शुरू की गई है।
संपादकीय : सुन के पुकार रूहों की खुदा खुद लेने आ गया..
अति शुभ घड़ी होती है वह जब संत-सतगुरु सृष्टि पर अवतार धारण करते हैं। ऐसे महान संत खुद परमेश्वर स्वरूप होते हैं। अपनी बिछुड़ी रूहों को अपने साथ-मिलाने को परमेश्वर खुद उन्हें जीव सृष्टि पर भेजता है।
लावारिसों के वारिस – रवि कालरा
unclaimed न तो उसका किसी से कोई खून का रिश्ता-नाता है, न ही किसी से जान-पहचान। फिर भी वह ऐसा काम करता है जिसे करने में अपने भी शायद पीछे हट जायें।
अतुलनीय परोपकार
सतगुरु जी के परोपकार गिनाए नहीं जा सकते। प्यारे सतगुरु परमपिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज का पूरा जीवन परोपकारों की मिसाल है।
समाज व इन्सानियत की भलाई के लिए आप जी बचपन से लेकर...
Important thing: कुछ बातें बताना भी जरूरी हैं
कुछ बातें बताना भी जरूरी हैं Important thing
पड़ोस में शर्मा साहिब की हृदयाघात से अचानक मृत्यु हुई। बेटे-बेटी तथा अन्य रिश्तेदारों को सूचित करने हेतु श्रीमती शर्मा से उनके फोन नम्बर मांगे तो यह...
True Service: सच्ची सेवा में ही निहित हैं उपचार के तत्व भी
True Service सेवाभाव अर्थात् दूसरों की सेवा करने का जबा कमोबेश हर व्यक्ति में होता है। प्राय: हर व्यक्ति, चाहे वह किसी भी पेशे या व्यवसाय से जुड़ा हो, गÞरीब हो अथवा अमीर, मुक्तहस्त...
Mother in-law Relationship: गरिमा बनाए रखें सास के रिश्ते की
जब मां बेटे की शादी करती है तो वह खुशी से फूली नहीं समाती परन्तु कुछ समय बाद यह खुशी मुरझाने लगती है।
त्यौहार की सार्थकता को बनाएं रखें – संपादकीय | Keep the importance of festival...
त्यौहार की सार्थकता को बनाएं रखें - संपादकीय (Keep the importance of festival - Editorial )
हर त्यौहार अपनी-अपनी सभ्यता व संस्कृति को संजोये हुए हैं। इस माह में त्यौहारी सीजन शुरू हो जाएगा। आस्था...
रूहानियत की जिंदा मिसाल थे पूज्य बापू नम्बरदार सरदार मग्घर सिंह जी
मालिक ही जानता है जो हम तुम्हारे घर आए हैं। तुम्हारा प्यार-मुहब्बत उस परम पिता परमात्मा से है, इसलिए उन्होंने आप को चुना है।’ एक दिन जब परम पूजनीय बापू जी (नम्बरदार सरदार मग्घर...