संतों का पैगाम | इन्सान को इन्सान से जोड़ो -सम्पादकीय
सम्पादकीय
संत अपने परोपकारी कार्याें के द्वारा हमेशा सृष्टि का भला करते हैं। इन्सान को इन्सान से जोड़ो, इन्सान को धर्माें से जोड़ो, इन्सान को भगवान से जोड़ो, सच्चे संतों का मानवता हित में यह...
ज्ञानार्जन की जिज्ञासा बनाए रखें
ज्ञानार्जन की जिज्ञासा बनाए रखें
ब्रह्माण्ड में अथाह ज्ञान का भण्डार है। मनुष्य सारी आयु यदि चाहे तो ज्ञानार्जन कर सकता है। बस उसमें जिज्ञासा होनी चाहिए। ज्ञान प्राप्त करने की कोई आयु नहीं होती...
करें 100% शुद्ध स्नान
करें 100% शुद्ध स्नान
चौंकिए नहीं, यह साबुन या शैम्पू का विज्ञापन नहीं। हम आपको किसी विज्ञापन के गुण दोष बताने नहीं जा रहे हैं। हम आपको नहाने की वह विधि बता रहे हैं जिसके...
ऋतुराज है आया बसंत Basant Panchami
ऋतुराज है आया बसंत Basant Panchami
बसन्त पंचमी एक प्रसिद्ध भारतीय त्यौहार है। इस दिन विद्या की देवी सरस्वती की पूजा की जाती है। यह पूजा सम्पूर्ण भारत में बड़े उल्लास के साथ की जाती...
सब भ्रम मुका दित्ते परम पूजनीय परमपिता जी के परोपकारों की गणना नहीं हो...
सब भ्रम मुका दित्ते परम पूजनीय परमपिता जी के परोपकारों की गणना नहीं हो सकती -सम्पादकीय
जब तक जीवात्मा इस मातलोक (मृत्युलोक), इस संसार में रहे और जब यहां से विदाई ले, न वह यहां...
हमारा राष्टÑीय ध्वज -गणतंत्र दिवस विशेष
हमारा राष्टÑीय ध्वज -गणतंत्र दिवस विशेष
’प्रत्येक राष्टÑ के लिए झंडा होना अनिवार्य है। लाखों ने इनके लिए अपने प्राणों की आहुति दी है। नि:संदेह यह एक प्रकार की बुतपरस्ती है मगर इसे तबाह करना...
नोट और सिक्के भी फैलाते हैं प्रदूषण
नोट और सिक्के भी फैलाते हैं प्रदूषण
पिछले कुछ समय से हर ओर प्रदूषण की चर्चा है। देखते ही देखते यह शब्द चारों ओर छा सा गया है। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सब के...
ऐसे शुरू हुआ समुद्री यात्राओं का सिलसिला
ऐसे शुरू हुआ समुद्री यात्राओं का सिलसिला
तेहरवीं शताब्दी से पूर्व काल को अंधकार युग की संज्ञा दी जाती है क्योंकि इस अवधि के दौरान भौगोलिक ज्ञान काफी क्षीण अवस्था में जा पहुंचा था। 13...
सतगुरु जी का अपार रहमोकरम -सम्पादकीय
सतगुरु जी का अपार रहमोकरम -सम्पादकीय
सतगुरु अपने शिष्य की दोनों जहान में रक्षा करता है। जब तक शिष्य मातलोक में रहता है, यहां भी उसकी अपने रहमोकरम से पल-पल संभाल करता है और जब...
बचाएंगे समाज को पूज्य गुरु जी -सम्पादकीय
बचाएंगे समाज को पूज्य गुरु जी -सम्पादकीय
अपने देश भारत में जो अपनापन, परिवार का मिलकर बैठना और जो आपसी मेल-मिलाप है, वो विदेशों में कहीं नहीं देखा जा सकता। यह सांझी बात विदेशों से...