हमेशा सृष्टि की भलाई की कामना करते हैं संत -सम्पादकीय
सच्चे संत पूरी सृष्टि के भले के लिए हमेशा परमपिता परमात्मा से दुआ करते हैं। वे सृष्टि की भलाई का पैगाम लेकर आते हैं। वे इसी पुण्य-कार्य के लिए ही बने होते हैं और अपने परमेश्वर सतगुरु-मालिक के हुक्मानुसार सृष्टि की भलाई के ही कार्य करते हैं। इतिहास गवाह है आदि-जुगादि से संत हमेशा यही शुभ कार्य अपने पूरे जीवन में करते आए हैं।
जब-जब भी सृष्टि पर कोई आपदा आई, दु:ख-मुसीबत पड़ी तो संतों ने उस आपदा को टालने, उस दु:ख-मुसीबत को दूर करने के लिए मन, वचन, कर्म से भरसक यत्न किया है। संत सृष्टि का सहारा हैं। ‘संत न आते जगत में तो जल मरता संसार’। इस पंक्ति का यही भाव है कि सृष्टि संतों के सहारे कायम है। अब जबकि केवल देश भारत ही नहीं, लगभग पूरी सृष्टि कोरोना महामारी से बचाव के लिए दिन-रात कोशिशों में लगी हुई है।
कोरोना ब्लैक फंगस, व्हाईट फंगस, यैलो फंगस, ग्रीन फंगस जैसे कई रूपों में समाज में पैर पसार चुका है, कि वैज्ञानिक, डॉक्टर साहिबान सब हैरान हैं। बताया जा रहा है कि कोरोना पानी में भी भारत की कई जगहों पर मिला है। दुनिया इसके भय से त्राहिमाम-त्राहिमाम कर रही है। ऐसे संकटकाल में भी डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु संत डा. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने इस महामारी से बचाव के लिए जहां लोगों को सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार चलने का परामर्श दिया है, वहीं इस बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए परमपिता परमात्मा से अरदास भी की।
पूज्य गुरु जी ने 29 अप्रैल को पढ़े गए अपने पत्र में लोगों को प्राणायाम के द्वारा मेडिटेशन, भक्ति-इबादत करने का मश्वरा दिया है। यह दुआ, अरदास भी कि ‘हे सतगुरु जी, पूरी दुनिया को कोरोना से बचाने का रास्ता वैज्ञानिकों व डाक्टर के दिमाग में दें, जिससे कोरोना सौ प्रतिशत खत्म हो जाए। ’ पूज्य गुरु जी ने अपनी साध-संगत को कोरोना वारियर्स डाक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, नर्सें, पुलिस कर्मचारी, एम्बूलेंस ड्राइवर सहित फ्रंट लाइन पर कार्य करने वाले सभी लोगों के सम्मान में सैल्यूट करके उनका हौंसला बढ़ाने का संदेश भिजवाया ताकि कोरोना वारियर्स को लगे कि इस संकटकाल में हम सब उनके साथ हैं।
उन्हें फल-फू्रट, नींबू पानी, इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए एमएसजी इम्यूनिटी बूस्टर यानि काढ़ा व दवाइयां भी दी जाएं। देखा गया है कि डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत, शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैल्फेयर फोर्स विंग के सेवादारों ने अपने सतगुरु प्यारे के इस पावन संदेश को इलाही हुक्म मानते हुए तन-मन-धन से अपने आप को समर्पित कर दिया। जगह-जगह खुद जाकर ब्लड बैंकों में जहां बढ़-चढ़कर रक्तदान कर रहे हैं, वहीं हर कोरोना वारियर्स को सैल्यूट के द्वारा सच्चे दिल से सम्मान दिया जा रहा है। उन्हें स्वास्थ्य वर्धक किटें भेंट की जा रही हैं।
केवल भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में जहां-जहां भी साध-संगत है, अपने पूज्य गुरु जी के इस आह्वान पर फूल चढ़ा रही है। बता दें कि गत 28 फरवरी के पत्र में पूज्य गुरु जी के आह्वान पर देश-विदेश की साध-संगत ने खुद भूखे रहकर एक दिन का 5 करोड़ 67 लाख 17 हजार 500 रुपये का राशन जरूरतमंदों में बांट दिया था। साध-संगत की मानवता के प्रति इस गजब की सर्म्पण भावना को देख-सुनकर हर कोई कायल है। धन्य-धन्य हैं ऐसे महान परोपकारी गुरु जी, जो हर मुसीबत में कुल सृष्टि के लिए खुद ढाल बनकर खड़े हो जाते हैं।