सर्दियों में कैसा हो आउटफिट नवम्बर माह के आते-आते हल्की हल्की ठण्ड शुरू हो जाती है और दिसम्बर का महीना शुरू होते-होते देश के सभी प्रांतों में प्राय:
सर्दी का साम्राज्य हो ही जाता है। इसके पहले कि आप सर्दी जुकाम की शिकार हो जाएं या ऋतु परिवर्तन का असर आप पर हो,
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क्यों न आप सर्दी में भी गरमाईश का अनुभव करने के लिए प्रयास करें।
- अपने घर को गर्म रखने के लिए रूम हीटर ब्लोयर का प्रयोग करें अथवा नेचुरल तरीके से गर्म रखने का प्रयास करें जैसे नेचुरल धूप को खिड़की दरवाजे खोलकर भीतर आने दें।ं यह प्राकृतिक रूप से आपके कक्ष को सुरमई गरमाहट प्रदान करेगा।
- ठंड के दिनों में गहरे रंग के पर्दे लगाकर भी गर्माहट होने के बोध को महसूस किया जा सकता है।
- किसी भी मौसम में लिबास का भी अपना अलौकिक महत्व होता है। सर्दियों में भी गर्माइश और उमंग छलकती सी होनी चाहिए। ठण्ड के मौसम में आप अपनी रंग बिरंगी सिल्क और कांजीवरम की साड़ियां बखूबी पहनें और खुश रहें। पश्मीना और जामावार का प्रयोग अच्छा लगता है।
- सर्दी में समझदारी इसी में है कि मौसम के अनुकूल आपका वार्डरोब सजा और भरा हो। काटन कोटा और हल्के रंग के वस्त्रों को कुछ महीनों के लिए आलमारी में लाक कर दें। जहां आप गर्मियों में फार्मल पार्टीज पर बढ़िया काटन या शिफान पहनती थी, अब आप सिल्क, बनारसी, सभी कुछ पहन सकती हैं।
- मैरून, काले, नेवी ब्लू, बरगंडी आदि रंगों के वस्त्र पहन कर अपने रूप को नया निखार दीजिए। वैसे भी पिछले कुछ सालों में फैशन में भड़कीले रंग ही पसंद किए जा रहे हैं। सिल्क, साटिन, क्र ेब भी पहन कर आप ठण्ड से बच सकती हैं। कैजुअलवीयर में काटन के बजाए स्पन का चुनाव भी किया जा सकता है।
- सर्दी का मौसम यानी शाल, स्वेटर, विंड-चीटर, कार्डिगन जैकेट आदि का मौसम है तो फिर देर किस बात की। फटाफट निकालिए पिछले साल सहेज कर रखे वुलन वस्त्र और परिधान से मैच कर पहनना शुरू कर दीजिए। अगर वुलन वस्त्र खरीदने जा रही हैं तो मौसम के अनुरूप आप अपने कलेक्शन में बैज, ब्लैक मैरून और एक दो रिवर्सिबल शाल्स अवश्य रखें। सफेद शाल हर कलर की डेऊस पर फबती है। इसी तरह मैचिंग न हो तो बार्डर वाली शाल साड़ी और सलवार सूट दोनों पर ही फबती है।
- कुछ प्लेन शाल भी रखें जिन्हें कहीं भी और कभी भी पहना जा सके। स्ट्राइप्ड शाल भारतीय और पश्चिमी कट दोनों ही प्रकार की वेशभूषाओं पर जंचते हैं। जरदोजी वाले शाल भी पार्टी फंक्शन में जंचते हैं। अगर आप मैचिंग पर्स या बैग और सैण्डल या जूतियों का इस्तेमाल करती हैं और आप की जेब इजाजत दे रही है तो देर किस बात की। फटाफट खरीद डालिए पश्मीने का उनसे मेल खाता शाल।
- वैसे ब्लेजर और ट्राउजर भी फॉरमल मीटिंग्स में पहने जा सकते हैं। इस मौसम में स्कार्फ या कैप्स पहनें। रूप सुहाना लगेगा। आप स्मार्ट ब्लेजर भी ठण्ड में पहनें तो अच्छा लगेगा। सलवार सूट, स्कर्ट ब्लाउज या वेस्टर्न डेऊसेज के साथ जैकेट पहनें, मजा आ जायेगा। काया पलट महसूस होगी, साथ ही शरीर भी गर्मी महसूस करेगा।
- अगर आप कम ठण्ड वाले प्रदेश में रहती हैं तो वूलन डेÑस कम ही बनवाइए। कारण इन्हें साल में एक या दो महीने ही जमकर पहना जा सकता है। बाद में तो ये वार्डरोब की शोभा बनकर रह जाते हैं।
- सर्दियों में लिप जेल, पेट्रोलियम जेली, कोल्डक्र ीम, विंटर केअर लोशन व माश्चराईजर का प्रयोग करना न भूलें। अगर आप अधिक देर घर से बाहर रहती हैं तो पर्स में लिपजेल अवश्य रखें ताकि जरूरत पड़ने पर आप लगा सकें।
- पैरों की साज संवार पर विशेष ध्यान दें। पैरों में मोजे या जुराब अवश्य पहनें। झांवे या प्यूमिक स्टोन से एड़ियां घिस कर साफ करें और पेट्रोलियम जेली या मलाई जरूर लगाएं। इससे एड़ियां नहीं फटेंगी। बाहर जायें तो सिर चुन्नी, शाल, ओढ़नी, कैप या स्कार्फ से ढक लें। बाहरी हवा से बचाव होगा व जल्दी सर्दी खांसी नहीं होगी।
इसी तरह हैंड ग्लवस का भी प्रयोग करें। आपकी पर्सनेलिटी में आकर्षण तो बढ़ेगा, हाथ भी सुरक्षित एवं स्वस्थ रहेंगे।
सेतु जैन