पूज्य सार्इं मस्ताना जी महाराज का अवतार दिवस धूमधाम से मनाया – खिल उठी श्रद्धा
डेरा सच्चा सौदा के संस्थापक बेपरवाह सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज का पावन अवतार दिवस डेरा सच्चा सौदा में धूमधाम से मनाया गया। 19 नवंबर के इस पवित्र दिवस को सजदा करने के लिए बड़ी संख्या में साध-संगत दरबार में पहुंची। वहीं पावन अवतार दिवस एक बार फिर मानवता भलाई कार्यों को समर्पित रहा। इस अवसर पर पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की ओर से अपनी नेक कमाई में से करीब 500 परिवारों की मदद की गई।
गत माह 19 नवम्बर 2021 को शाह सतनाम जी धाम में आयोजित कार्तिक पूर्णिमा के पावन भण्डारे की नामचर्चा में हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली व अन्य राज्यों की साध-संगत ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। इस मुकदस दिवस पर श्रद्धालुओं का मानो सैलाब ही उमड़ पड़ा था और आश्रम से लेकर शहर तक संगत ही संगत नजर आई।
जहां पंडाल संगत से लबालब नजर आया, वहीं ट्रैफिक पंडालों में वाहन संभाले नहीं संभल रहे थे। कोरोना काल के बाद डेरा सच्चा सौदा सरसा में यह पहला आयोजन था, जिसके चलते चारों ओर श्रद्धालु ही श्रद्धालु नजर आए। पावन भंडारे को सफल बनाने के लिए डेरा मैनेजमेंट के नेतृत्व में डेरा की विभिन्न कमेटियों के सेवादार पूरी तन्मयता से सेवा कार्य में जुटे रहे।
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आश्रम में आने वाली साध-संगत के लिए पूरे प्रबंध किए गए। भारी संख्या में आए साधनों को ठहराने का विशेष प्रबंध किया गया। इस अवसर पर इकलौती बेटी वाले परिवारों के वंश को चलाने के लिए पूज्य गुरु जी द्वारा चलाई गई मुहिम ‘कुल का क्राउन’ के तहत एक शादी भी डेरा सच्चा सौदा की पावन मर्यादानुसार सम्पन्न हुई। साध-संगत को प्रसाद व गुरु का अटूट लंगर वितरित किया गया।
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परोपकार :
नर्क जैसे घरों को भी खुशियों से महकाया
परम पूजनीय बेपरवाह साई शाह मस्ताना जी महाराज ने विक्रमी सम्वत 1948 (सन 1891) को कार्तिक की पूर्णमासी को गांव कोटड़ा तहसील गंधेय रियासत कलायत बिलोचिस्तान (जो अब पाकिस्तान में है) में पूजनीय पिता श्री पिल्ला मल जी और पूजनीय माता तुलसां बाई जी के घर अवतार धारण किया था। आपजी ने 29 अप्रैल 1948 को डेरा सच्चा सौदा की स्थापना की और लोगों को राम-नाम से जोड़कर बुराइयां छुड़ाई और उनके घरों को खुशियों से महकाया। पूज्य सार्इं जी के रहमोकरम की बदौलत आज करोड़ों लोग डेरा सच्चा सौदा की शिक्षाओं पर चलते हुए सुखमई जीवन जी रहे हैं।
बड़ी स्क्रीनों से लाइव हुई संगत
शाह मस्ताना जी महाराज के पावन भंडारे पर पहुंची साध-संगत के इकट्ठ को देखते हुए पंडाल में बड़ी-बड़ी स्क्रीनें लगाई गई थी। साध-संगत ने इन स्क्रीनों के माध्यम से पूज्य गुरु जी के रिकॉर्डिड भण्डारे के पावन वचनों को एकाग्रता से श्रवण किया।
जरूरतमंदों को मिला राशन व कंबल
खुशी के पलों को मानवता भलाई के रूप में मनाने की राह दिखाने वाले पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां स्वयं भी पावन भण्डारे पर जरूरतमंद परिवारों की सहायता करने के लिए आगे रहे। पूज्य गुरु जी द्वारा अपनी श्री गुरुसर मोडिया की मेहनत की कमाई में से 330 परिवारों को एक माह का राशन व 130 परिवारों को गर्म कंबल वितरित किए गए। विदित रहे कि पूज्य गुरु जी संगत को जो भी कार्य करने के लिए बोलते हैं वह कार्य पहले स्वयं करते हैं फिर संगत को राह दिखाते हैं। वहीं पावन भण्डारे के दौरान ही साध-संगत की ओर से दिव्यांगजनों को ट्राई साइकिल व 4
परिवारों को आशियाना मुहिम के तहत ब्लॉकों द्वारा निर्मित मकानों की चाबियां सौंपी गई।