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मूंग की दाल का पानी करेगा वजन कम
मौसम का बदलाव चालू हो चुका है। ऐसे में मौसमी बीमारियां घरों में होती ही हैं। खान पान की जरा सी चूक के कारण बीमारियां हो जाती है। तो ऐसा क्या है-जो इस तरह की परेशानी से शरीर को बचाकर भी रहो और पोषण भी दे। दवाई की बजाय हमारे खाने में ही कुछ ऐसी चीज जोड़ लें, जो हमें सुरक्षित रखे। ‘दालों की रानी’, मूंग की दाल का पानी डिटॉक्स कर, वजन भी कम करेगा।
क्हावत है कि दाल बच्चे पाल। दाल भले कितनी भी महंगी हो जाय पर आज भी चाहे पतली दाल बने पर आम आदमी की थाली में आज भी दाल मौजूद है।
जिसमें मूंग धुली दाल तो रोज बनती ही है। मूंग दाल के पानी का यदि नियमित सेवन किया जाता है तो कई बीमारियों से बचा जा सकता है। दरअसल जब शरीर में गंदगी या टॉक्सिन जमा होते हैं, तो शरीर का भार बढ़ जाता हैं। मूंग दाल का पानी शरीर शरीर से टॉक्सिन को ब्रेकडों कर, उन्हें शरीर से बाहर निकलता है और वजन भी संतुलित कर देता है।
ऐसा क्या है इसमें:
इसमें प्रोटीन, क्षार और विटामिन्स हैं। यह पोषण ही नहीं देता है, वर्ण शरीर में बाइंडिंग की प्रक्रिया करते हुए शरीर से हैवी मेटल्स जैसे पारा और सीसा को निकाल बाहर करता है।
क्या क्या साफ करेगा:
इससे लिवर साफ होगा, गॉल ब्लड्डेर, रक्त साफ होगा। कोई टॉक्सिन यदि जमा है तो वह उसे साफ कर शरीर को ऊर्जा देगा।
और क्या करेगा:
यह शरीर का तापमान नियंत्रण में रखता है। उमस के कारण होने वाली बेचैनी भी नहीं होने देता है, जिससे एनर्जी लूसे होने का खतरा नहीं रहता है, जो बीमार होने से बचाएगा।
ऐसा क्या होता है मूंग में:
मुंग की खासियत यह है कि वह टिश्यूज को पोषित करती है। पसीने के कारण इम्यून सिस्टम गड़बड़ाता है, यह ऐसा नहीं होने देती है। चूंकि मूंग हलकी होती है इस कारण से यह आसानी से पचाई जा सकती हैं।
मूंग का प्रभाव बेहद सात्विक रहता है, अत: शरीर और दिमाग पर इसका अच्छा असर होता है। आयुर्वेद में इसे ’दालों की रानी’ कहा गया है। हल्की होने के कारण यह शरीर में गैस का इजाफा नहीं होने देती है।
एलोपैथी यह कहती है:
मेडिकल साइंस के हिसाब से देगें तो मूंग अल्कलाइन (क्षारीय) फूड है। अत: ये किसी तरह का नुक्सान नहीं करती है। साथ ही शरीर को साफ करती है और पाचन में हलकी होती है।
क्यों:
क्योंकि इसमें भारी मात्रा में अल्कलाइन मिनरल जैसे कैल्शियम, मैग्नेसियम, पोटैशियम और सोडियम होता है। इसमें खासी मात्रा में विटामिन सी होता है। साथ ही इसमें कार्ब्स और प्रोटीन्स के साथ डाइटरी फाइबर भी है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी काफी कम होता है।
एक लीटर पानी में यदि दो मुट्ठी मुंग दाल गलाकर रखी है तो यह अगले दिन आपको भरपूर एनर्जी देगी। सावधानी इस बात की रखिये कि दाल के साथ दूध, दही, चीज का सेवन नहीं करें। हाँ घी इसमें डाला जा सकता है। यह एकमात्र ऐसी दाल है, जो फ्रिज में रखी तो भी इसके स्वास्थ प्रभाव बढ़ जाएंगे।
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