प्रेम की तलवार सब को देती जोड़ जी
पूज्य हजूर पिता जी के पवित्र वचनों पर आधारित शिक्षादायक सत्य प्रमाण
पूजनीय हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने फरताते...
‘12वें महीने दी तेरां तरीक दिन शुक्रवार दोपहर दे साढ़े बारां वजे।’ सत्संगियों के...
पूजनीय परमपिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज की अपार रहमत
प्रेमी साधु सिंह इन्सां पुत्र श्री मट्ठू सिंह गांव मसीतां जिला सरसा(हरियाणा) पूजनीय परम पिता...
‘मेरे सतगुर, तेरी याद से है रोशन सारा जहां’ याद-ए-मुर्शिद परम पिता शाह सतनाम...
पावन स्मृति विशेष Yaad-e-Murshid
याद-ए-मुर्शिद परम पिता शाह सतनाम जी महाराज ‘मेरे सतगुर, तेरी याद से है रोशन सारा जहां’
13,14,15 दिसम्बर पूज्य परम पिता जी...
जिस काम लिए आए, वो काम क्यों भूल गए हो तुम। रूहानी सत्संग
रूहानी सत्संग: पूजनीय परमपिता शाह सतनाम जी धाम, डेरा सच्चा सौदा सरसा
मालिक की साजी नवाजी प्यारी साध-संगत जीओ! मन रूपी मौसम का तो मिजाज...
How to Do Meditation & Benefits of Meditation in Hindi: तनाव दूर करेगा मेडिटेशन
How to do Meditation: ध्यान लगाने की धीमी शुरूआत करें। तनाव दूर करेगा मेडिटेशन। कई अध्ययनों का कहना है कि ध्यान मानसिक के साथ-साथ...
अनामी ये वाली आई मौज मस्तानी -129 वां पावन अवतार दिवस (कार्तिक पुर्णिमा) मुबारक
ढहा दिया, बना दिया, ये बेपरवाही खेल 12 साल तक देख-देख कर दुनिया अचंभित होती रही। लोगों में यह बात प्रसिद्ध हो गई कि वो...
अजब मौज मस्तानी: जहां रखी डंगोरी, वहीं आ थमी रेल! डेरा सच्चा सौदा मौजपुर...
देखो वरी! सतगुरु ने कैसा खेल खेला है! गाड़ी को किसी न किसी बहाने रोक रखा है, बल्ले-बल्ले! सावणशाह दाता जी ने मस्ताना गरीब...
न होने वाला कार्य सतगुरु के प्रशाद से हां में बदला -सत्संगियों के अनुभव
पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की अपार रहमत
प्रेमी किरणपाल इन्सां पुत्र रामदिया इन्सां गांव बात्ता तहसील कलायत जिला...
जब परछाई साथ रहती है, उसी प्रकार भगवान भी साथ रहता है -सत्संगियों के...
पूजनीय सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज का रहमो-करम
सन् 1957 की बात है। प्रेमी रामशरण खजांची ने बताया कि बेपरवाह मस्ताना जी महाराज भिवानी में...
संत जगत विच औंदे, है रूहां दी पुकार सुन के जी।। पावन भण्डारा :...
मालिक की साजी नवाजी प्यारी साध-संगत जीओ! सबसे पहले जैसा कि आप जानते हैं यह महीना (नवम्बर) जो है सच्चे मुर्शिदे-कामिल शाह मस्ताना जी...