सच्चा सौदा सुख दा राह… 72वें रूहानी स्थापना दिवस
सच्चा सौदा सुख दा राह...
72वें रूहानी स्थापना दिवस (29 अप्रैल) पर विशेष
सच्चा सौदा यानी ‘सच’ मालिक, अल्लाह, वाहेगुरु, राम, गॉड, खुदा, रब्ब और ‘सौदा’ उस परमपिता परमात्मा, मालिक का नाम जपना, भक्ति-इबादत करना और...
हुण बालण दा कोई तोड़ा नहीं रहेगा -सत्संगियों के अनुभव
पूजनीय परमपिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज की अपार रहमत
प्रेमी फरियाद सिंह इन्सां प्रीत नगर सरसा से बताता है कि सन् 1967 की बात है। उस समय आश्रम (डेरा सच्चा सौदा दरबार) में बालण...
चैक भरते वक्त कभी ना करें ये गलतियां
चैक भरते वक्त कभी ना करें ये गलतियां
आजकल के युग में लोग डिजीटल मोड़ से पैमेट करने को प्राथमिकता देते हैं लेकिन आज भी ऐसे लोगों की कमी नहीं हैं, जो चेक द्वारा किए...
वचन सुनकर घर पहुंचा तो समझ आई पूरी बात
वचन सुनकर घर पहुंचा तो समझ आई पूरी बात
सत्संगियों के अनुभव
पूजनीय परमपिता शाह सतनाम जी महाराज की अपार रहमत
प्रेमी जोगिन्द्र सिंह रंधावा इन्सां गली नं. 6 बीबी वाला रोड भटिंडा (पंजाब) से परम पूजनीय...
Problems: समस्याओं से निपटना सीखिए
Problems इन दिनों लोग अक्सर घर पर रहते हैं इसलिए फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स का इस्तेमाल खूब हो रहा है। फेसबुक पर दो तरह के धड़े बन गए हैं। कुछ...
जो मांगा वही देता गया मेरा सार्इं
सत्संगियों के अनुभव : पूजनीय सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज का रहमो-करम - जो मांगा वही देता गया मेरा सार्इं
प्रेमी हरीचंद पंज कल्याणा सरसा शहर(हरियाणा) से पूज्य बेपरवाह मस्ताना जी महाराज की अपार दया मेहर का वर्णन इस प्रकार करता है:-
WELCOME PYARE MSG
WELCOME PYARE MSG
डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत के लिए 17 जून का दिन बड़ा नसीबों वाला साबित हुआ। 1757 दिन के लंबे अंतराल के बाद संगत की तड़प को वो आयाम मिल ही गया,...
सार्इं मस्ताना जी कमाल का तोड़ लेकर आए
पावन भण्डारा (25 नवम्बर 2015) (डेरा सच्चा सौदा शाह सतनाम जी धाम सरसा)
मालिक की साजी-नवाजी प्यारी साध-संगत जीओ! सबसे पहले, आज सब जैसे सज-धज कर आए हैं और जो आपके चेहरों पे असली सजावट...
Meditation: स्ट्रेस को कम करता है वॉकिंग मेडिटेशन
Meditation मेडिटेशन वॉक मेडिटेशन का ही एक प्रकार है। मेडिटेटिव वॉक का मतलब है, चलते हुए मेडिटेशन या ध्यान करने से है। इसमें पूरा ध्यान चलने पर होता है और हर मूवमेंट को एनालिस...
एक का नाम गुरविंदर, दूसरे का नाम गुरबख्श रखना -Experiences of Satsangis
सत्संगियों के अनुभव Experiences of Satsangis एक का नाम गुरविंदर, दूसरे का नाम गुरबख्श रखना
पूजनीय परमपिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज की अपार रहमत
प्रेमी तरसेम सिंह इन्सां पुत्र सचखंडवासी किशन सिंह, निवासी गांव भलूर,...