क्या होते हैं पिक्सेल
आजकल हम आधुनिक परिवेश में रहते हैं और अति आधुनिक उपकरणों का उपयोग करते हैं। कुछ उपकरण आजकल हमारे जीवन का अभिन्नय अंग बन गए हैं, खासकर मोबाइल फोन, कंप्यूटर, एलईडी टीवी, प्लाज्मा टीवी इत्यादि। बहुत सारे उपकरण बाजार में उपलब्ध हैं, पर स्मार्टफोन की बात ही कुछ अलग है और हो भी क्यों नहीं, आज स्मार्टफोन का जमाना है। आज अच्छे से अच्छे स्मार्टफोन रखना लोगों की पहली प्राथमिकता हो गयी है। वैसे तो स्मार्टफोन में बहुत सारे उपकरण लगे होते हैं, परंतु कैमरा और स्क्रीन (डिस्प्ले) उसके महत्वपूर्ण भाग हैं।
जब बात कैमरा या डिस्प्ले की होती है, तो कुछ शब्द हमें खास आकर्षित करते हैं, वो हैं- पिक्सेल, मेगा पिक्सेल, रेसोलुशन, एक्सपोजर वैल्यू, आईएसओ इत्यादि।
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पिक्सेल:
पिक्सेल शब्द वास्तव में picture(Pix) और Element(Ex) से मिलकर बना है। पिक्सेल वो छोटे-छोटे बिंदु और एलिमेंट्स हैं, जिससे मिलाकर स्क्रीन (डिस्प्ले) बनी होती है। पिक्सेल तस्वीर का एक छोटा-सा नियंत्रण किया जा सकने वाला हिस्सा है, जो उसे स्क्रीन पर चित्रित करता है। हर एक पिक्सेल की प्रबलता अलग-अलग होती है। रंगीन डिस्पले में एक पिक्सेल 3 या 4 रंगों का का प्रतिनिधित्व करता है। जैसे कि लाल, हरा, नीला (RGB) और हरिनील (cyan), मैजेंटा (magenta), पीला (yellow)और काला (black) (CMYB)।
स्क्रीन ऐसी ही लाखों या करोड़ों पिक्सल को प्रति इंच में जोड़कर बनायी जाती है। ज्यादातर डिस्प्ले में 3 या 4 रंगों की बहुत छोटी (Smallest)LED(light emitting diode) लगायी जाती है, जो जरूरत के मुताबिक अपनी रोशनी को कम या ज्यादा करके किसी भी छवि को प्रदर्शित करता है। डिस्प्ले में पिक्सेल का प्रबंधन प्रति इंच के हिसाब से होता है, प्रति इंच में जितने ज्यादा पिक्सेल होंगे पिक्चर क्वालिटी उतनी ही अच्छी होगी, जिसे PPI (pixel per inch) या DPI (Dot per inch) कहा जाता है।
मेगापिक्सेल:
मेगापिक्सेल का छोटा रूप MP है 1MP=1Million Pixel (दस लाख पिक्सेल)। कैमरों की क्षमता की माप मेगापिक्सेल से की जाती है। अर्थात् किसी डिजिटल या स्मार्टफोन कैमरे की रेसोलुशन को मेगापिक्सेल में ही अंकन किया जाता है। जैसे-(3246 * 2448)
रेसोलुशन:
प्रति इकाई क्षेत्रफल में पिक्सेल की संख्या रेसोलुशन कहलाती है। रेसोलुशन यह बताता है कि किसी तस्वीर में कितने पिक्सेल हैं, जिससे हमें उसकी क्वालिटी का पता चल सके। आपने देखा ही होगा तस्वीरों या डिस्प्ले के आकार को क्रमश: (3246 * 2448, 2560 * 1920) या (1280 * 1024, 640 * 480) दर्शाया जाता है। इसका अर्थ है 3264 * 2448=7990272 पिक्सेल लगभग 8MP के समतुल्य है, मतलब 8टढ कैमरे से ली गयी तस्वीर है। इस प्रकार आप किसी भी तस्वीर की रेसोलुशन को देखकर यह बता सकते हैं कि यह तस्वीर कितने मेगापिक्सेल के कैमरे से ली गयी है। डिस्प्ले में यदि दर्शाया गया हो (640 गुणा 480) मतलब 640 पिक्सेल सामानांतर 480 पिक्सेल लम्बवत लगे है।
एक्सपोजर वैल्यू:
एक्सपोजर वैल्यू वह है जो कैमरा की शटर स्पीड और एफ-नंबर के सम्बन्ध को प्रदर्शित करती है। साथ ही लगातार तस्वीरें लेने पर दो इमेज के बीच के अंतराल को नियंत्रित करती है और कैमरे में प्रकाश का नियंत्रित करना भी एक्सपोजर वैल्यू का एक कार्य है।
आईएसओ:
यह एक प्रकार का सेंसर है। यह प्रकाश के प्रति कैमरा की संवेदनशीलता की क्षमता का मापदंड है और यह प्रकाश को नियंत्रित करने का सबसे महत्वपूर्ण सेंसर भी है। प्रकाश की संवेदनशीलता को आईएसओ 100, 200, 400, 800 इस प्रकार अंकन करता है। यदि आप किसी तस्वीर को दिन के उजाले में कैप्चर करते हैं, तो आईएसओ का मान कम होता है, लेकिन जब तस्वीर रात में ली जाय तो आईएसओ का मान ज्यादा हो जाता है, बशर्तें आप आईएसओ को स्वचालित रखे हो तो।
सभी कैमरों में तस्वीर लेने के लिए इमेज सेंसर लगे होते है, ये सेंसर भी पिक्सेल प्रणाली के जैसे ही कार्य करते है। ये सेंसर इमेज कैप्चर करते समय कैमरा के लेंस में जो पिक्चर दिखता है उसे RGB (Red, Green, Blue) कलर में से फिल्टर करके कैप्चर करते है। ये सेंसर हर प्रकार के प्राथमिक कलर की प्रबलता को आरजीबी कलर के हिसाब से रिकॉर्ड करते हैं, जिससे तस्वीर की क़्वालिटी अच्छी होती है। इस तरह इमेज सेंसर हर एक एलिमेंट को रिकॉर्ड करके पूरे फ्रेम में तस्वीर को तैयार करता है। मोबाइल फोन और डिजिटल कैमरे में उटडर CMOS (Complementary Metal-Oxide Semiconductor) इमेज सेंसर का उपयोग किया जाता है।
– आशीष श्रीवास्तव (साभार विज्ञान विश्व)