Angry Kids: बच्चे के गुस्से को बढ़ने न दें
गुस्सा कभी भी किसी को भी किसी उम्र में आना आम बात है। बच्चे हों, बड़े या बूढ़े, गुस्सा हर आयु में नुकसान पहुंचाता...
jumping children: खेलना कूदना जरूरी है बच्चों के लिए
jumping children एक डेढ़ दो दशक पूर्व तक तो माना जाता था कि पढ़ोगे लिखोगे तो बनोगे नवाब। अब सोच में कुछ बदलाव आया...
पिता को दें खास उपहार
पिता को दें खास उपहार Give special gift to father
वह भले ही मां की तरह आपकी पहली शिक्षिका न हों, लेकिन जिंदगी के बहुत...
Good Conversation: बातचीत की कला निखारे व्यक्तित्व
Good Conversation अच्छी बातचीत करना भी एक कला है जो सभी को नहीं आती। गाड़ियों, बसों में रोजाना आने-जाने वाली लड़कियां जोर-जोर से चिल्लाकर...
Respect: पत्नी भी चाहती है सम्मान
ऐसे पतियों की संख्या अंतहीन है जो पत्नी पर हर समय रौब झाड़ना, उन्हें नौकर की तरह ट्रीट करना और घर बाहर के लोगों...
Married Life: दांपत्य जीवन में कड़वाहट न आने दें
दांपत्य एक ऐसा रिश्ता है जो मीठे-कड़वे अनुभवों से भरा हुआ है। इस रिश्ते में सब कुछ मीठा भी सामान्य सा नहीं लगता, न...
सुखी जीवन के लिए क्रियाशील बनें
सुखी जीवन के लिए क्रियाशील बनें Be active for a happy life
जो लोग किसी न किसी काम में अपने शरीर और मन को लगा...
Sukanya samriddhi yojana सुकन्या समृद्धि योजना
बेटी के भविष्य को सफल बनाएं 10 साल से कम उम्र की बच्ची के लिए उच्च शिक्षा और शादी के लिए बचत करने के लिहाज से केंद्र सरकार की सुकन्या समृद्धि योजना एक अच्छी निवेश योजना है। निवेश के इस विकल्प में पैसे लगाने से आपको इनकम टैक्स बचाने में भी मदद मिलती है। जो लोग शेयर बाजार के जोखिम से दूर रहना चाहते हों और फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) में गिरते ब्याज दर से परेशान हों, सुकन्या समृद्धि योजना उनके लिए बेहतरीन कदम साबित हो सकती है।
हैल्दी मैरिड लाइफ के सीक्रेट्स
आज की फास्ट लाइफ का प्रभाव जिंदगी और रिश्तों पर कुछ ऐसा पड़ा है कि पूरा माहौल ही बदल गया है। लोगों की सोच बदल गई है। सिंसियरिटी भी अब कम ही देखने को मिलती है। सब को अपनी ही पड़ी रहती है। ऐसे में क्या आश्चर्य कि शादी जैसा अहम रिश्ता भी अब स्वार्थ के आगे उतना अहम नहीं रह गया।
‘दूसरी मां’ होती है ‘बेटी’
एक गर्भवती स्त्री ने अपने पति से कहा, ‘‘आप क्या आशा करते हैं, लड़का होगा या लड़की?’’
इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा कि वो कहां है, क्योंकि बेटियाँ परी होती हैं, जो सदा बिना शर्त के प्यार और देखभाल के लिए जन्म लेती हैं। बेटियां सबके मुकद्दर में कहाँ होती हैं, जो घर ईश्वर को पसंद हो, वहां ही बेटी होती है।