बेटों की भी होती है विदाई…
बेटों की भी होती है विदाई... : यह एक कटु सत्य है कि मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है और समाज ही उसका आधार है। बिना समाज के रहने की तो आम आदमी सोच भी...
बना रहे सास-बहू में मधुर रिश्ता
सास का व्यवहार अपनी बहू के प्रति सरल होना चाहिए। उसे अपनी बेटी की तरह प्यार दें। जिस तरह बेटी कोई गलती करती है तो मां उसे प्यार से समझाती है, सलाह देती है...
बच्चों को सिखाएं बुजुर्गों का सम्मान करना
बदलते समय के साथ बुजुर्गों का मान-सम्मान घटता जा रहा है। नयी पीढ़ी नये सोच के घोड़े पर सवार होकर जल्द से जल्द आसमान को छूना चाहती है। परिणामस्वरूप वो अपनी सभ्यता व संस्कृति...
संस्कारों का महत्व
अक्सर यह सवाल उठता है, ‘मनुष्य श्रेष्ठ जीव है पर वह तो जन्म से कोरा कागज होता है। उसे हर काम सिखाना पड़ता है।
बार-बार याद कराना पड़ता है कि उसे क्या खाना है, क्या...
दुल्हन कैसे पाये ससुराल में प्यार
नव-विवाहित दुल्हन को प्यार और समुचित सुरक्षा देने का दायित्व पति का होता है, क्योंकि वह पति के लिए ही पूरे परिवार को छोड़कर आती है।
पत्नी का भी कर्तव्य होता है कि वह पति...
सिंगल मदर छोटे बच्चे की देखभाल कैसे करें
इत्यादि ऐसे किसी भी कारण से बच्चे को अकेले पालने की जिम्मेदारी मां पर आ सकती है। ऐसे में पहली दो स्थितियों में मां स्वयं मानसिक रूप से तनाव ग्रस्त होती है, उस पर मानसिक तनाव के साथ-साथ आर्थिक समस्या भी होती है कि अकेले छोटे बच्चे को कैसे पाल पोस कर संस्कारी बना सके।
रिश्तों में हमेशा मिठास रहे
रिश्तों में हमेशा मिठास रहे
अपने संबंधों को और करीब लाने के लिए हमें सुख और दु:ख दोनों में साथ रहना चाहिए क्योंकि सुख और दुख दोनों जीवन से जुड़े हुए हैं। यदि आप हर...
शादी के बाद कैसे करें नए रिश्तों से एडजस्टमेंट
शादी के बाद कैसे करें नए रिश्तों से एडजस्टमेंट
शादी के बाद नई दुल्हन को नए माहौल में नए लोगों के साथ मधुर रिश्ता बनाने में कठिनाई महसूस तो होती ही है क्योंकि 22 से...
हंसते-मुस्कुराते निभाएं अपने रिश्ते
हमारे जीवन में हंसने-मुस्कुराने की क्या अहमियत है, इस बात से हम भली-भांति परिचित हैं। सोचिए, रिश्तों में भी यह बात शामिल हो, तो ये कितने खुशहाल बन जाएंगे। माहौल को सदा हल्का-फुल्का बनाये रखें। हालाँकि छोटी-मोटी नोक-झौंक से थोड़ी बहुत खट्टी-मीठी टकराहट भी कभी-कभी रिश्तों को मजबूती देने के लिए जरूरी है।
रिश्तों को सुधारें , कुछ यूं मनाएं सुरक्षित दिवाली
परिवार और रिश्तेंदारों की अपेक्षा पड़ोसी ही हमारे सबसे नजदीक होते हैं। चाहने पर भी वो हमेशा हमारी मदद के लिए अक्सर नहीं पहुंच पाते हैं। ऐसे समय पड़ोसी ही मदद के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में पड़ोसियों से अपने रिलेशन को अच्छा बना कर रखना बहुत जरूरी होता है
मेहमानों से शिष्टाचार निभाएं
मेहमानों से शिष्टाचार निभाएं
शिष्टाचार जीवन के लिए एक निहायत जरूरी चीज है। इसके अभाव में उत्तम समाज, आदर्श परिवार तथा सफल और संतुलित जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है।
यह अधिकार और कर्तव्य...
अपने पिता को दें खास उपहार
फादर्स डे (18 जून) अपने पिता को दें खास उपहार
वह भले ही मां की तरह आपकी पहली शिक्षिका न हों, लेकिन जिंदगी के बहुत से जरूरी सबक आपको सिखाया है। भले ही वह आपसे...
गरिमा बनाए रखें सास के रिश्ते की
जब मां बेटे की शादी करती है तो वह खुशी से फूली नहीं समाती परन्तु कुछ समय बाद यह खुशी मुरझाने लगती है।
बच्चों के चरित्र-निर्माण में सहायक होता है स्तनपान
बच्चों के चरित्र-निर्माण में सहायक होता है स्तनपान :
आज के युग में शिशुओं को स्तनपान न कराना एक फैशन-सा हो गया है, क्योंकि महिलाओं ने अपने दिमाग में इस विचारधारा को विकसित कर लिया...