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आयुष्मान योजना Ayushman Yojana – स्वस्थ भारत का आधार है
स्वच्छ देश स्वस्थ नागरिक के मूल मंत्र को लेकर केंद्र सरकार ने आयुष्मान भारत योजना शुरू की है, जिसका मुख्य उद्देश्य है कि देश के नागरिक स्वस्थ रहें। इस योजना के अन्तर्गत आने वाले प्रत्येक परिवार को 5 लाख रुपये तक का कैश रहित स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध करवाया जा रहा है। एक आंकड़े के मुताबिक, 10 करोड़ बीपीएलधारक परिवार सहित लगभग 50 करोड़ लोग इस योजना का प्रत्यक्ष लाभ उठाने की दिशा की ओर अग्रसर हैं। आयुष्मान भारत योजना को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 14 अप्रैल 2018 को बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की जयन्ती के दिन छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले से आरम्भ किया था। जबकि अंत्योदय के स्वप्नद्रष्टा पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जन्मतिथि 25 सितंबर 2018
से प्रधानमंत्री मोदी द्वारा ही इस योजना को पूरे देश में लागू कर दिया गया।
योजना के दो मुख्य घटक तत्व – Ayushman Yojana
राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना, जो अब आयुष्मान भारत योजना में तब्दील हो चुकी है, के तहत सरकार 10 करोड़ गरीब
और कमजोर परिवारों के लगभग 50 करोड़ लाभार्थियों को कवर कर रही है। यह हर परिवार के लिये, प्रति वर्ष 5 लाख
रुपये के मूल्य के लिए माध्यमिक और तृतीयक स्तर पर अस्पताल में देखभाल के लिये सुरक्षा कवर प्रदान करती है।
दूसरा, कल्याण केंद्र, इस योजना के तहत स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र में प्रदान की जाने वाली निम्न सेवाओं को भी शामिल किया गया है जैसे, गर्भावस्था देखभाल और मातृ स्वास्थ्य सेवाएं, नवजात और शिशु स्वास्थ्य सेवाएं, बाल स्वास्थ्य, जीर्ण संक्रामक रोग, गैर संक्रामक रोग, मानसिक बीमारी का प्रबंधन, दांतों की देखभाल, बुजुर्ग के लिए आपातकालीन चिकित्सा, आदि।
ऐसे मिलेगा बिना चार्ज के उपचार आयुष्मान भारत योजना का लाभार्थी अस्पताल में एडमिट होने के लिए कोई चार्ज नहीं चुकाएगा। आयुष्मान भारत योजना के लाभ में अस्पताल में दाखिल होने से पहले और बाद के खर्च भी कवर किये जायेंगे। पैनल में शामिल हर अस्पताल में एक आयुष्मान मित्र होगा। अस्पताल में एक हेल्प डेस्क भी होगा जो दस्तावेज चेक करने, स्कीम में नामांकन के लिए वेरिफिकेशन में मदद करेगा।
आयुष्मान भारत योजना में शामिल व्यक्ति देश के किसी भी सरकारी या पैनल में शामिल निजी अस्पताल में इलाज करा सकेगा। बिना आधार के मिल पाएगा लाभ आयुष्मान भारत योजना के लिए आपको आधार कार्ड की आवश्यकता नहीं। सुप्रीम कोर्ट के अनुसार किसी भी सरकारी स्कीम का लाभ उठाने के लिए आपको आधार कार्ड की जरूरत नहीं है। इन बीमारियों का करवा सकेंगे इलाज योजना के तहत मैटरनल हेल्थ और डिलीवरी की सुविधा, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, किशोर स्वास्थ्य सुविधा, कॉन्ट्रासेप्टिव सुविधा और संक्रामक, गैर संक्रामक रोगों के प्रबंधन की सुविधा, आंख, नाक, कान और गले से संबंधित बीमारी के इलाज के लिए अलग से यूनिट होगी। बुजुर्गों के गुटनों आदि का इलाज भी करवाया जा सकेगा।
किन राज्यों में कितने सेंटर इसके दो कंपोनेंट हैं-
पहला 10.74 लाख परिवारों को मुफ्त 5 लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा। दूसरा हेल्थ वेलनेस सेंटर।
इसमें देशभर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अपडेट होंगे। इन सेंटर्स पर इलाज के साथ मुफ्त दवाइयां भी मिलेंगी।
छत्तीसगढ़ में 1000, गुजरात में 1185, राजस्थान में 505, झारखंड में 646, मध्यप्रदेश में 700, महाराष्ट्र में 1450,
पंजाब में 800, बिहार में 643 व हरियाणा में 255 सेंटर बनाए गए हैं।
योग्यता का निर्धारण कैसे होता है?
एसईसीसी के आंकड़ों के मुताबिक आयुष्मान भारत योजना में लोगों को मेडिकल इंश्योरेंस मिल रहा है। ग्रामीण इलाके
की आबादी में डी-1, डी-2, डी-3, डी-4, डी-5 और डी-7 कैटेगरी के लोग आयुष्मान भारत योजना में शामिल किये गए
हैं। शहरी इलाके में 11 पूर्व निर्धारित पेशे/कामकाज के हिसाब से लोग आयुष्मान भारत योजना में शामिल हो सकते हैं।
ग्रामीण इलाके के लिए योग्यता:
- ग्रामीण इलाके में कच्चा मकान, परिवार में किसी व्यस्क (16-59 साल) का नहीं होना।
- परिवार की मुखिया महिला हो, परिवार में कोई दिव्यांग हो।
- अनुसूचित जाति/जनजाति से हों और भूमिहीन व्यक्ति/दिहाड़ी मजदूर
- ग्रामीण इलाके के बेघर व्यक्ति, निराश्रित, दान या भीख मांगने वाले, आदिवासी और कानूनी रूप से
मुक्त बंधुआ आदि में शामिल हैं।
शहरी इलाके के लिए योग्यता
- भिखारी, कूड़ा बीनने वाले, घरेलू कामकाज करने वाले, रेहड़ी-पटरी दुकानदार, मोची, फेरी वाले, सड़क
पर कामकाज करने वाले अन्य व्यक्ति। - कंस्ट्रक्शन साईट पर काम करने वाले मजदूर, प्लंबर, राजमिस्त्री, मजदूर, पेंटर, वेल्डर, सिक्योरिटी
गार्ड, कुली और भार ढोने वाले अन्य कामकाजी व्यक्ति। - स्वीपर, सफाई कर्मी, घरेलू काम करने वाले, हेंडीक्राफ्ट का काम करने वाले लोग, टेलर, ड्राईवर, रिक्शा
चालक, दुकान पर काम करने वाले लोग शामिल होंगे।
आयुष्मान भारत योजना के लाभ
- आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रत्येक परिवार को प्रतिवर्ष इलाज के लिए 5 लाख रुपए तक का
बीमा कवर मिलेगा। - देश में 1.5 लाख गांव में हेल्थ और वेलनेस सेंटर खुलेंगे। जहां बीमारी के इलाज के साथ हेल्थ
चेकअप की सुविधा भी मिलेगी। - यह योजना राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना और सीनियर सिटीजन इंश्योरेंस स्कीम का स्थान लेगी।
- बीमा कवर के लिए उम्र की भी बाध्यता नहीं रहेगी।
- इसमें पहले से मौजूद बीमारियां भी कवर होंगी।
- ये स्कीम कैशलेस होगी और इसमे परिवार के सदस्यों और उम्र का बंधन नहीं होगा।
- योजना में रजिस्टर्ड किसी भी प्राइवेट या सरकारी अस्पताल में इलाज हो सकेगा।
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