22 फुट गहरी नहर मेें डूबती लड़की को सुरक्षित निकाल लाया डेरा अनुयायी
डेरा सच्चा सौदा का हमेशा से ही मानवता की हिफाजत से गहरा लगाव रहा है। अचानक घटित होने वाले हादसों में लोगों की जान बचाने के लिए बहुत बार डेरा प्रेमियों को जान का जोखिम भी उठाना पड़ता है, लेकिन वे अपने इन्सानियत के फर्ज से कभी पीछे नहीं हटते।
ऐसा ही एक मामला पिछले दिनों सामने आया, जब एक डेरा अनुयायी अपनी बाइक से वापिस घर लौट रहा था तो उसकी आंखों के सामने ही एक लड़की फिसल कर 22 फुट गहरी नहर में जा गिरी। उस अनुयायी ने आव-देखा ना ताव, झट से उस नहर में छलांग लगा दी और पानी में डबडबाती लड़की को सुरक्षित बाहर खींच लाया।
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दरअसल सुंदर लाल इन्सां वासी छोटा खुड्डा ब्लॉक मिठापुर (जिला अंबाला) 10 जुलाई को कनौर (पंजाब) से अंबाला लौट रहा था। सराला गांव के पास एक बड़ी नहर के साथ-साथ बनी सड़क से आ रहा था। तभी उसकी नजरों के सामने एक हृदयविदारक घटना हुई, जिसमें करीब 16 साल की लड़की अपने मवेशियों को नहर में गिरने से बचाने का प्रयास कर रही थी, तभी उसका पांव गोबर पर टिक गया और वह फिसल कर खुद उस नहर में जा गिरी। यह पूरा वाक्या अपनी खुली आंखों से देखते हुए डेरा अनुयायी सुंदर लाल तब तक घटनास्थल के पास जा पहुंचा था।
उधर वह लड़की खुद को बचाने के लिए पानी में हाथ-पांव मार रही थी, लेकिन उसके यह प्रयास उसे और गहरे पानी की ओर खींच रहे थे। सुंदर लाल ने अपने सतगुरु मौला को याद करते हुए इधर-उधर नजर दौड़ाई तो वहां दूर तलक कोई दिखाई नहीं दिया। फिर उसने झट से अपना मोबाइल, पर्स निकालकर नहर किनारे फेंकते हुए पानी में छलांग लगा दी। करीब 20 फुट दूर जा चुकी लड़की तक पहुंचकर उसे वापिस नहर की एक साइड में ले आया।
लेकिन स्थिति अभी भी वैसी ही बनी हुई थी, क्योंकि नहर से बाहर निकलने की जगह दूर तक दिखाई नहीं दे रही थी और फिसलन बहुत ज्यादा थी जिसके चलते नहर से वह चाहकर भी न खुद बाहर निकल पा रहा था और न ही उस लड़की को बाहर निकाल सकता था। इसी दरमियान एक और फरिश्ता आया, जो कार में सवार था। उसने यह सब देखा तो वह भी मदद को आगे आ गया। लेकिन उन दोनों को बाहर निकालने के लिए रस्से की सख्त जरूरत थी।
उस व्यक्ति ने अपनी दस्तार को रस्सा बनाते हुए सुंदरलाल व उस लड़की को काफी मशक्कत के बाद बाहर निकाला। इस दौरान वहां काफी लोग जमा हो गए। पुलिस अधिकारी भी वहां आ पहुंचे। सुंदर लाल ने बताया कि पुलिस अधिकारी ने पूछा कि तुम कौन हो तो मैंने बताया कि मैं डेरा प्रेमी हूं और इस लड़की को डूबते देखा तो उसे बचाने नहर में कूद गया। उस अफसर ने बताया कि यह नहर 22 फुट गहरी है, जिसमें तैरना हर किसी के बस की बात नहीं है।
उस पुलिस वाले ने सैल्यूट करते हुए कहा कि लोग तो पता नहीं आपके गुरु जी को क्या-क्या बोलते हैं, लेकिन मुझे आज यह मालूम हो गया है कि डेरा प्रेमी असल में कितना अच्छा कार्य करते हैं। इस बीच वहां जमा हुए लोगों ने सुंदरलाल इन्सां को ईनाम के तौर पर कुछ रूपये-पैसे देने का भी प्रयास किया लेकिन उसने वह सारा पैसा उक्त लड़की को दे दिया कि बेटी की शादी में काम आएगा। धन्य हैं ऐसे डेरा प्रेमी, जो अपने पूज्य गुरु जी की पावन प्रेरणाओं का अनुसरण करते हुए ऐसे महान कार्य करने में बिलकुल भी हिचकिचाते नहीं हैं। बता दें कि सुंदरलाल इन्सां अच्छे तैराक हैं,
जो इससे पहले भी 5 लोगों को डूबने से बचा चुके हैं।