पैरों के छालों को अनदेखा न करें
गर्मियों में त्वचा का टैन होना, सनबर्न होना, पिंपल्स का बढ़ना यह साधारण त्वचा संबंधी समस्याएं हैं, उसमें एक और समस्या भी कभी कभी किसी को हो सकती है पैरों की उंगलियों में छालों का होना। यह गर्मियों में त्वचा संबंधी होने वाली दर्दभरी समस्या है। अधिकतर छाले ज्यादा घर्षण से बढ़ते हैं।
पैरोें की उंगलियां बंद जूतों में रहने के कारण बार-बार चलते समय उनमें घर्षण होता है तो त्वचा में कई जगह फ्लूयड इकट्ठा हो जाता है जिसे छाले कहा जाता है। आइए जानें छाले पैरों की उंगलियों में क्यों होते हैं और उनमें हम अपने पैरों का बचाव कैसे कर सकते हैं।
Table of Contents
पसीना आने से:-
गर्मियों में पसीना आना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। अधिक देर तक जूते पहनने वालों को प्रतिदिन कुछ समय के लिए जूते हवा में अवश्य रखने चाहिएं ताकि अंदर जमीं नमी सूख सके, उसके बाद इसका प्रयोग करें।
जूतों की सही फिटिंग न होना:-
जूते कभी भी न टाइट होने चाहिए, न ही ढीले, क्योंकि गलत आकार के जूतों में पैरों का घर्षण अधिक होने से छालों की समस्या बढ़ सकती है। इसलिए जूते सही आकार के लें।
नमी वाले पैर:-
अगर आप जूते पहनने से पहले पैरों को अच्छी तरह नहीं सुखाते और जुराबें पहन कर जूते पहन लेते हैं तो पैरों और उंगलियों की नमी से आपके पैर और पैरों की उंगलियां गर्मियों में छालों की चपेट में आ सकते हैं। अपने पैर और उंगलियों को अच्छी तरह साफ कर अच्छे से सुखाएं। पैरों की उंगलियों पर टेल्कम पाउडर डालकर जुराबें और जूते पहनें।
बिना जुराबों के जूते पहनना:-
बहुत से लोग बिना जुराबों के जूते पहनते हैं यह बहुत बड़ी गलती है। जुराबें पैरों और जूते के बीच होने वाले घर्षण से बचाव करती हैं। बिना जुराबों के जूते पहनना छाले होने का कारण बन सकता है।
छालों का कैसे रखें ध्यान:-
◘ अपने पैरों और उंगलियों पर पेट्रोलियम जेली लगाएं, अगर छाला छोटा है तो बड़ा होने से बचाएं।
◘ छाला होने पर बैंड एड लगाकर जूते पहनें।
◘ गुनगुने पानी में सेंधा नमक डालकर पैर धोएं और थोड़ी देर उसमें पैेर रखें। ऐसा करने से सूजन कम होती है और छाले जल्दी सूखते हैं।
◘ एलोवेरा का जेल निकालकर छालों पर लगाएं क्योंकि एलोवेरा में एंटी बैक्टीरियल और एंटी इफ्लरमेट्री गुण होते हैं जो छालों के इंफेक्शन को बढ़ने नहीं देते और लाली, सूजन को भी कम करते हैं।
◘ छालों को स्वयं न फोड़ें। अगर छाले बड़े हो गए हैं और तकलीफ ज्यादा है तो डाक्टर के पास जाएं, उन्हीं के परामर्श अनुसार इलाज करें। -मेघा
सच्ची शिक्षा हिंदी मैगज़ीन से जुडे अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook, Twitter, Google+, LinkedIn और Instagram, YouTube पर फॉलो करें।