जैसा अन्न वैसा मन
जैसा अन्न वैसा मन
बेपरवाह शाह मस्ताना जी महाराज फरमाया करते कि हक हलाल, मेहनत की करके खाओ। शहनशाह जी खुद भी कड़ा परिश्रम करते।
कई बार सेवादार लंगर घर में लंगर आदि पकाने के लिए...
बच्चों को सिखाएं अपनी समस्याएं सुलझाना
बच्चों को सिखाएं अपनी समस्याएं सुलझाना
किसी भी समस्या को हल करने का तरीका बच्चों को बचपन में ही सिखाना शुरू कर दें, इसका फायदा आपको बड़े होकर मिलेगा। बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए...
खेल और पढ़ाई
खेल और पढ़ाई यह इम्तिहानों का वक्त था। राहुल का पढ़ाई में बिलकुल मन नहीं लग रहा था। मम्मी कई दफा डांट लगा चुकी थीं। वह कमरे से बाहर निकला। बालकनी में खड़ा, खेल...
ठंड में बच्चों की केयर सबसे जरूरी
ठंड में बच्चों की केयर सबसे जरूरी
बच्चों को ठीक से कपड़े पहनाएं:
बच्चा छोटा है, तो ठंड में उसे मोटे और पूरे कपड़े पहनाएं। बच्चे के सिर, पैर और कानों को ढककर रखें। हमेशा बच्चे...
बच्चों में भय पैदा न करें
बच्चों में भय पैदा न करें
आज हर घर परिवार में 2-4 बच्चे अवश्य मिलेंगे चाहे वह परिवार शिक्षित हो या अशिक्षित। बच्चों को रोने पर हर तरह से चुप करने के उपाय किये जाते...
हर बच्चा ’सम्पूर्ण’ है
हर बच्चा ’सम्पूर्ण’ है
हर बच्चा अपने आप में पूर्ण है। यह हमारे लिए चुनौती है कि उसकी पूर्णता को हम कैसे तलाशें और दिशा दें।
हम सामान्य लोग तथाकथित रूप से अपने बच्चों की सफलता-असफलता...