Pineapple jam | अनानास जैम
Pineapple jamसामग्री
अनानास (पाइनएप्पल) - 1 किग्रा
चीनी - 5 कप
नीबू का रस - 2 चम्मच
दाल चीनी - 1 इंच के 2 टुकड़े (यदि आप चाहें तो)
जायफल - 1/4 छोटी चम्मच
Pineapple...
Old Age: बुढ़ापे में भी रहें जवान
Old Age बढ़ती उम्र के साथ सभी स्वस्थ और मस्त तो रहना चाहते हैं पर मस्त और स्वस्थ रहने के लिए प्रयास हमें पहले से ही करना होता है। हम सोचते हैं हम युवा...
गर्मियों में Dahi Khane Ke Fayde: गर्मियों में रोजाना जरूर खाएं दही
गर्मियों में Dahi Khane Ke Fayde: गर्मियों में दही का सेवन बहुत ही अच्छा माना जाता है। खासकर जब आप खाने के साथ दही खाते हैं, तो कई पोषक तत्व आपके शरीर में पहुंचते हैं...
कहीं सिर दर्द न बन जाए सॉफ्ट ड्रिंक्स Soft Drinks का सेवन
आज की युवा पीढ़ी और बच्चे सॉफ्ट ड्रिंक Soft Drinks के इतने आदी बन चुके हैं कि उन्हें उनकी बुराई सुनना बिल्कुल पसंद नहीं। उनका बस चले तो हर भोजन के साथ उन्हें सॉफ्ट...
गंभीर खतरे में है भारतीय चित्तीदार बाज Eagle की प्रजाति
Eagle उत्तरी भारत, नेपाल, बांग्लादेश और म्यांमार में पाई जाने वाली भारतीय चित्तीदार बाज (क्लैंग हास्टाटा) दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा शिकारी पक्षी है। बाजों की यह प्रजाति ऊष्णकटिबंधीय शुष्क जंगलों, पेड़ों, कृषि योग्य...
Wife Earns: अगर पत्नी कमाती है पति से ज्यादा
आधुनिक युग में लड़कियां भी हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। वे किसी से कम नहीं रहना चाहती। चाहे क्षेत्र नौकरी का हो, खेलों का या बिजनेस का, वे हर क्षेत्र में अपना...
Agricultural technology : कम खर्च में अच्छा कारोबार एग्री-टेक
अगर कोई आपसे इस तरह पूछता है.. Agricultural technology कम पैसे मे अच्छा बिजनेस बताये..? तब आप कह सकते हैं.. एग्री-टेक। भारत सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ कॉन्सेप्ट से तो भली-भांति परिचित हैं...
खुशी को करें हाय, टेंशन को करें बाय
आधुनिक माहौल में रहते हुए लोग टेंस ज्यादा हैं और खुश कम क्योंकि सभी परफेक्शनिस्ट बनना चाहते हैं और दौड़ में अव्वल आना चाहते हैं।
इस दौड़ में हम भूल जाते हैं कि हम इंसान...
दृढ़ यकीन है रूहानियत में कामयाबी का फार्मूला – Editorial
सतगुरु और सतगुरु के वचनों पर जिसे भरोसा, दृढ़ यकीन होता है वही रूहानियत में कामयाबी हासिल करता है। संतों की शिक्षा का यही सार है कि ‘गुरू कहे करो तुम सोइ...।’ Editorial
मनमत के...
स्वास्थ्य हेतु लाभदायक है प्रकृति का सानिध्य
प्राचीन काल में ऋषिगण भीड़भाड़ से दूर एकान्त में वनों में अपना आश्रम बना कर रहा करते थे। शान्त स्थान में रहकर प्रकृति प्रदत्त फल-फूल, कन्द-मूल का आहार करते थे तथा नदी एवं झरनों...