इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स | पेरियॉडिक टेबल | 7 वर्षीय | पर्लमीत इन्सां
इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज india book of records
पेरियॉडिक टेबल में 7 वर्षीय पर्लमीत इन्सां ने बनाया रिकॉर्ड
‘होनहार बिरवान के होत चिकने पात’ की कहावत को चरितार्थ करते हुए पर्लमीत इन्सां ने...
Roohaanee Jaam: सच्ची पूंजी है इंसानियत की रूहानी जाम
बेशक पांच तत्व पूर्ण रूप में हर इंसान के अंदर हैं, इस पक्ष को देखें तो सब इंसान ही कहलाते हैं। सभी इंसान हैं। यहां पर हम जिस इन्सां का जिक्र कर रहे हैं,...
सुख-समृद्धि का पर्व है बैसाखी
सुख-समृद्धि का पर्व है बैसाखी
रत को यदि पर्वोत्सवों की खान कहा जाय तो कोई अतिशयोक्ति न होगी। अभावों के साये में जीने के बावजूद यहां के अधिसंख्य लोगों में धार्मिक प्रवृत्तियां कूट-कूट कर भरी...
सच्चा सौदा सुख दा राह… 72वें रूहानी स्थापना दिवस
सच्चा सौदा सुख दा राह...
72वें रूहानी स्थापना दिवस (29 अप्रैल) पर विशेष
सच्चा सौदा यानी ‘सच’ मालिक, अल्लाह, वाहेगुरु, राम, गॉड, खुदा, रब्ब और ‘सौदा’ उस परमपिता परमात्मा, मालिक का नाम जपना, भक्ति-इबादत करना और...
गुरू पापा की प्रेरणा का अनूठा उदाहरण बनी नेहा इन्सां
65 प्रतिशत लीवर दान कर बोली, मुझे खुशी हुई कि मैं इन्सानियत के काम आई
गुरू पापा की प्रेरणा का अनूठा उदाहरण बनी नेहा इन्सां Neha Insan became a unique example of Guru Papa's inspiration
स्वार्थ...
घातक है कोरोना वायरस
घातक है कोरोना वायरस Corona virus
बचाव के लिए डाइट व सावधानियां जरूरी
इन दिनों पूरी दुनिया कोरोना वायरस के खतरे से जूझ रही है। चीन, इटली, ईरान जैसे देश इस खतरनाक वायरस से सबसे ज्यादा...
Food Serve: जितनी इच्छा थाली में उतना ही परोसें भोजन
अगर आप किसी भी भोज में देखें तो ऐसे बहुत से लोग मिल जायेंगें, जो परोस तो ज्यादा लेते हैं लेकिन खा नहीं पाते और जूठा छोड़ देते हैं। आप कहीं भी जाएं, हमेशा ध्यान रखें कि जो खाद्य पदार्थ आपको पसंद है, वो ही
परोसें और सिर्फ उतना ही लें, जितना आप खा सकते हैं। वहीं अगर यह प्रोग्राम आपके द्वारा या आपके घर पर आयोजित किया जा रहा है, तो विशेष ध्यान रखें कि खाने की जगह पर एक बैनर लगाकर भी लोगों को जूठन न
छोड़ने के लिए जागरूक कर सकते हैं।
…हम पागल ही अच्छे हैं शहीदी दिवस (23 मार्च) विशेष
...हम पागल ही अच्छे हैं शहीदी दिवस (23 मार्च) विशेष Martyr's Day
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरु एवं सुखदेव का नाम आदरपूर्वक लिया जाता है जो अंतिम सांस तक आजादी...
Teach Children : बच्चों को थोड़ी सभ्यता सिखाइए
अपने उद्दंड असभ्य व्यवहार के लिए क्या पूर्णत: बच्चे ही दोषी हैं? आंशिक रूप से माना यह जीन्स का खेल है वर्ना क्यों एक ही घर में एक से वातावरण में पले बढ़े बच्चों...
बेटियांजो बनींसमाज का गौरव
बेटियांजो बनींसमाज का गौरव Daughters who became the pride of society
किसी ने शायद ठीक ही कहा है कि बेटे यदि भाग्य से मिलते हैं तो बेटियां सौभाग्य से। ऐसे ही नसीब वाले हैं मैहना...