बेटा! तुसीं इक मंगदे सी, दो दित्ते
सत्संगियों के अनुभव पूज्य सतगुरु परम पिता जी की रहमत
बहन राजरानी इन्सां पत्नी कन्हैया लाल इन्सां सुपुत्र श्री नादरराम वार्ड नं. 5 रानिया जिला सरसा (हरियाणा)।
परम पूजनीय सतगुरु परम पिता शाह सतनाम सिंह जी...
असंभव को संभव कर दिया, मुर्दे में जान डाली -सत्संगियों के अनुभव
असंभव को संभव कर दिया, मुर्दे में जान डाली -सत्संगियों के अनुभव
पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की अपार रहमत
मैं बलजिंदर कुमार उर्फ सोनू पुत्र श्री ज्ञान चंद, गांव व...
दोबारा नाम-शब्द लेने वालों को ऐसे बाहर भेजा
दोबारा नाम-शब्द लेने वालों को ऐसे बाहर भेजा
सत्संगियों के अनुभव
पूजनीय बेपरवाह सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज की कृपा-दृष्टि
ज्ञानी करतार सिंह गांव रामपुर थेड़ी(सरसा) से खुद-खुदा वाली दो जहान पूज्य शहनशाह मसताना जी महाराज के...
Experiences of Satsangis सतगुरु जी ने अपने शिष्य व उसके पिता की मदद की
सत्संगियों के अनुभव Experiences of Satsangis
पूजनीय परमपिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज की अपार रहमत
सतगुरु जी ने अपने शिष्य व उसके पिता की मदद की Satguru helped his disciple and his father
प्रेमी तरसेम सिंह...
बेटा! जा घर नूं। तूं आॅप्रेशन नहीं करवौणा’’ -सत्संगियों के अनुभव
‘‘बेटा! जा घर नूं। तूं आॅप्रेशन नहीं करवौणा’’ -सत्संगियों के अनुभव
पूजनीय परमपिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज की अपार रहमत
माता लाजवंती इन्सां पत्नी सचखण्डवासी प्रकाश राम कल्याण नगर सरसा से पूजनीय परम पिता शाह...
मौत से भयानक कर्म था जो सतगुुरु ने सेवा में काट दिया -सत्संगियों के...
मौत से भयानक कर्म था जो सतगुुरु ने सेवा में काट दिया -सत्संगियों के अनुभव
पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की अपार रहमत
बहन ऊषा रानी इन्सां पत्नी सचखण्ड वासी...
सच्चे सार्इं जी ने जो फरमाया, सच हुआ -सत्संगियों के अनुभव
सच्चे सार्इं जी ने जो फरमाया, सच हुआ -सत्संगियों के अनुभव
पूजनीय सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज का रहमो-करम
माता सायर धर्म पत्नी माला राम ढाणी नजदीक डेरा सच्चा सौदा शाह मस्ताना जी धाम सरसा से...
वचन सुनकर घर पहुंचा तो समझ आई पूरी बात
वचन सुनकर घर पहुंचा तो समझ आई पूरी बात
सत्संगियों के अनुभव
पूजनीय परमपिता शाह सतनाम जी महाराज की अपार रहमत
प्रेमी जोगिन्द्र सिंह रंधावा इन्सां गली नं. 6 बीबी वाला रोड भटिंडा (पंजाब) से परम पूजनीय...
हुण बालण दा कोई तोड़ा नहीं रहेगा -सत्संगियों के अनुभव
पूजनीय परमपिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज की अपार रहमत
प्रेमी फरियाद सिंह इन्सां प्रीत नगर सरसा से बताता है कि सन् 1967 की बात है। उस समय आश्रम (डेरा सच्चा सौदा दरबार) में बालण...
भयानक कर्म भी कट जाते हैं।
मेरा लड़का हरजिन्द्र सिंह उम्र 35 वर्ष मोटरसाइकिल पर गाँव से पीलीबंगा आ रहा था। अचानक उसकी आँख में मच्छर वगैरा कुछ पड़ गया। वह आँख मसलने लगा तो मोटर साईकिल का बैलेंस बिगड़ गया और वह पक्की सड़क पर जोर से गिर पड़ा। उसी समय मेरे पास पीलीबंगा से फोन आया कि आपके लड़के हरजिन्द्र का एक्सीडैंट हो गया है।