दिलकश नजारा पेश करता है Status of Unity
3सौ इंजीनियर्स की कार्यकुशलता में करीब 3 हजार मजदूरों की साढ़े 3 साल की अथक मेहनत के बलबूते गुजरात राज्य में भरूच के निकट नर्मदा जिले में स्थापित स्टैचू आॅफ यूनिटी विश्व की सबसे ऊंची मूर्ति है। 182 मीटर ऊंची यह प्रतिमा देश के पहले उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की है।
देश की शान कही जाने वाली स्टैच्यू आॅफ यूनिटी आज भारतवर्ष का प्रमुख पर्यटन स्थल बन चुकी है। इसमें 135 मीटर की ऊंचाई पर प्रतिमा के अंदर एक दर्शक गैलरी है जिसकी पर्यटक क्षमता 200 है। इसके पैडस्टल भाग पर एक विशाल प्रदर्शनी हॉल है जिसमें सरदार पटेल के जीवन के बारे में रोचक तथ्यों का उल्लेख किया गया है। खास बात यह भी है कि यहां शाम को एक लेजर शो भी होता है जिसमें सरदार पटेल के जीवन, ब्रिटिश सरकार के खिलाफ उनके संघर्ष और रियासतों के विलय का प्रदर्शन किया जाता है।
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आस-पास के क्षेत्र में और पर्यटकों के लिए कई और भी दार्शनिक प्वाइंट मौजूद हैं।
वैली आॅफ फ्लावर्स की सैर:
600 एकड़ मे फैली वैली आॅफ फ्लावर्स की लंबाई विंध्याचल की ओर से 6 किलोमीटर और सतपुड़ा की ओर से 11 किलोमीटर है। 7 वर्ष पूर्व शुरू की गई फूलों की यह घाटी आज 2,400,000 पौधों तक फैल चुकी है। घाटी मे थीम पार्क उद्यानों के रूप मे पांच अनूठी रचनाएं हैं, गार्डन आॅफ सेन्स एंड पंचतत्व गार्डन, ग्रीन एनर्जी एंड अपसाइक्लिंग पार्क, सरदार पार्क, बटरफ्लाई गार्डन और एडवेंचर पार्क। यहां से पर्यटक यात्रा की यादों को सहेजने के लिए कई फोटो बूथ और सेल्फी पॉइंट का भी बनाए गए हैं। दो सुंदर कमल तालाब भी मजेदार अनुभवों को बढ़ावा देते हैं।
सरदार सरोवर बांध:
यह दुनिया की सबसे बड़ी कंक्रीट ग्रेविटी में से एक है। 1.2 किमी लंबे डैम की ऊंचाई सबसे गहरे नींव वाले स्तर से 163 मीटर है। इसमें 30 रेडियल गेट हैं जिसमें सबका वजन 450 टन के करीब है।
नौका विहार:
नर्मदा नदी प्रायद्वीप की पश्चिम की ओर बहने वाली सबसे बड़ी नदी है। मध्य प्रदेश के अमरकंटक पहाड़ श्रृंखला के पास इसका उद्गम स्थान है और यह अरबसागर में जाकर मिलती है। नर्मदा नदी पर बांध के ऊपर पर्यटक नाव की सवारी का लुफ्त उठा सकते हैं। एक घंटे की नाव की सवारी के दौरान पर्यटक महाराष्ट्र की सीमा तक जाकर आते हैं।
रिवर क्रूज:
स्टैच्यू आॅफ यूनिटी को देखने के लिए एक रोमांचक अनुभव लेना हो तो रॉयल क्रूज की सवारी की जा सकती है। इसके जरिए स्टैच्यू आॅफ यूनिटी का क्रूज से दिलकश नजारा महसूस किया जा सकता है।
जरवानी इको-टूरिज्म एरिया में ट्रेकिंग:
स्टैच्यू आॅफ यूनिटी पर आने वाले पर्यटकों के लिए नाईट ट्रेकिंग एक रोमांचक गतिविधि है। नाईट ट्रेकिंग के द्वारा पर्यटक प्रकृति के और समीप पहुँचता है। इसके अलावा यह प्रवृत्ति पर्यटक को केवडिया की वन्य सृष्टि और जीव सृष्टि को रात्रि मे देखने एवं अनुभव करने का अवसर प्रदान करती है। पर्यटक रात्रि के समय पैदल ट्रेकिंग का लुत्फ ले सकते हैं। विंध्याचल और सतपुड़ा पर्वतमाला के संगम पर जंगल के कुछ सबसे सुंदर दृश्यों का भी आनंद ले सकते हैं। यह जंगल सृष्टि शूल्पणेश्वर वन्यजीव अभयारण्य की भव्यता का प्रतीक है। ट्रेकिंग के दौरान प्रकृति के अनदेखे सौंदर्य के अलावा निशाचरों की सृष्टि का रोमांचक अनुभव होगा।
कैक्टस गार्डेन:
स्टैच्यू आॅफ यूनिटी के पास स्थित कैक्टस गार्डेन एक विशिष्ट बॉटनिकल गार्डेन है जिसमें कैक्टी के कई वैराइटी को देखा जा सकता है। इस गार्डेन को बनाने के पीछे मकसद यह था कि लोगों को डेजर्ट इकोसिस्टम (रेगिस्तानी माहौल) का अनुभव मिल सके। 20 एकड़ के परिसर में यहां 350 प्रजातियों की 30 हजार पौधे हैं। इन पौधों के मूल दुनिया भर के 17 देशों में हैं और अधिकतर उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका और अफ्रीका से हैं।
चिल्ड्रेन न्यूट्रीशन पार्क:
यह दुनिया का पहला तकनीक आधारित थीम पार्क है। इसे बनाने के पीछे उद्देश्य बच्चों को शारीरिक और मानसिक विकास के लिए पोषण की भूमिका समझाना है। इसमें न्यूट्री एक्सप्रेस के नाम से एक टॉय ट्रेन है जो बच्चों को खेल-खेल में पोषण के बारे में जानकारी देती है।
जंगल सफारी:
यह 5,58,240 वर्गमीटर में फैला जंगल सफारी नर्मदा नदी के दाहिनी तट पर स्थित है. यह स्टैच्यू आॅफ यूनिटी से दो किमी की दूरी पर स्थित है। इसमें दुर्लभ प्रजातियों के जीवों के दर्शन किए जा सकते हैं।
बटरफ्लाई गार्डेन
विंध्य और सतपुड़ा श्रृंखला के बीच फूलों की घाटी में तितलियों का एक बाग स्थित है। नर्मदा के किनारे स्थित इस बाग में 80 से अधिक प्रजातियों की स्थली है।
यहां के प्रसिद्ध भोजन
खांडवी:
यह एक ऐसा प्रचलित गुजराती खाना है, जिसे बेसन, चीनी और नमक के घोल से बनाया जाता है। यह एक प्रसिद्ध गुजराती भोजन है, जिसे आमतौर पर गुजराती लोग अपने नाश्ता में खाते हैं। यह नमकीन और मीठा लगता है। इसका स्वाद हर किसी को बेहद पसंद आता है। इस भोजन में कैलोरी भी काफी कम होती है। इस वजह से अधिक वजन वाले लोग भी इस खाद्य का लुफ्त उठा सकते हैं।
ढोकला:
ढोकला एक प्रसिद्ध गुजराती व्यंजन है, जिसे बेसन से बनाया जाता है और यह केक की तरह मुलायम और जालीदार होता है। ढोकला नमकीन लगता है और इसे खाना और नाश्ता में गुजराती लोग बड़े चाव से खाते हैं। अगर आप स्टैचू आॅफ यूनिटी देखने वडोदरा जाएं तो वहां इस व्यंजन को अवश्य खाएं।
हांडवों:
यह स्वादिष्ट व्यंजन केक की तरह लगता है। यह चना दाल, अरहर की दाल, बेसन के पेस्ट से बनता है। इसमें सफेद तिल की गार्निशिंग भी की जाती है। यह केक की तरह दिखता है और लगभग ढोकले की तरह ही बनाया जाता है, जो स्वाद में नमकीन और मीठा लगता है।