Yumthang beautiful valley of flowers

फूलों की खूबसूरत घाटी युमथांग

सैर-सपाटे की जब भी बात आती है, तब आमतौर पर उन्हीं जगहों का नाम याद आता है, जहां आप पहले ही जाकर आ चुके होते हैं। ऐसे में यदि आप फूलों की वादियों का एक अलग नजारा देखना चाहते हैं तो युमथांग घाटी एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इस जगह के बारे में लोग बहुत कम जानते हैं, मगर जो भी एक बार यहां जाता है, यहां की खूबसूरती का कायल हो जाता है।

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सिक्किम में गंगटोक से लगभग 140 किमी. उत्तर में स्थित युमथांग घाटी स्थित है। बेहद ही खूबसूरत ये युमथांग घाटी जिसको ‘फूलों की घाटी’ में रूप में भी जाना जाता है, खूबसूरती की एक शानदार धरोहर है। यहां के मैदान, फूल, पहाड़ पर्यटकों को अपना दीवाना करते रहते हैं। अगर आप अपने परिवार या मित्रों के साथ घूमने जाने का मन बना रहे हैं, तो युमथांग वैली पहुंच जाएं।

आप जब भी युमथांग घाटी की यात्रा पर निकलें तो गर्म कपड़े अच्छे से रखे लें, क्योंकि ये एक बहुत ही ठंडी जगह है। युमथांग घाटी घूमने के लिए विशेष परमिट की जरूरत होती है, तो इसको लेकर ही यात्रा शुरू करें। वैसे तो घाटी खुली ही रहती है, लेकिन सुबह 6.00 से शाम 5.00 तक का समय युमथांग घाटी की यात्रा के लिए बेस्ट टाईम होता है।

युमथांग घाटी खूबसूरती के मामले भी बेहतरीन है। इस घाटी के पास मौजूद ऊंचे-ऊंचे पहाड़ और घने जंगल सैलानियों को और भी अधिक आकर्षित करते हैं। इस घाटी के बगल में मौजूद तीस्ता नदी एक अद्भुत नजारा पेश करती है। वैली में ऐसे कई झरने भी मौजूद है, जहां आप परिवार व दोस्तों के साथ घूमने के लिए जा सकते हैं।

युमथांग घाटी क्यों फेमस है:

यदि आपके मन में अभी भी यह सवाल है कि युमथांग घाटी क्यों और किस चीज के लिए फेमस है ? तो हम आपको एक बार फिर बता देते है युमथांग घाटी किसी एक चीज के लिए नहीं, बल्कि कई आकर्षणों के लिए फेमस है। लेकिन अगर कुछ सबसे ज्यादा फेमस है तो वो है यहाँ पाई जाने वाली विभिन्न फूलों की प्रजातियाँ। जी हाँ, युमथांग घाटी में रोडोडेंड्रोन फूलों (राज्य फूल) की 24 से अधिक प्रजातियाँ पाई जाती हैं जो फरवरी से मध्य जून तक खिलती हैं। इनके अलावा युमथांग घाटी ट्रेकिंग और कैम्पिंग जैसी अट्रेक्टिव एक्टिविटीज के लिए भी फेमस है।

यहां कैसे करें इंजोय:

  • सबसे पहले तो यदि आप फरवरी से मध्य जून के बीच यहां जाने वाले हैं, तो यहां खिलने वाली विभिन्न फूलों की प्रजातियों को देख सकते है जो आपकी लाइफ के सबसे बेस्ट मुमेंट्स में से एक हो सकता है।
  • युमथांग वैली में आप अपने फ्रेंड्स के साथ ट्रेकिंग और कैम्पिंग को एन्जॉय कर सकते है।
  • युमथांग घाटी की ओर जाने वाले रास्ते में, आप पौहुनरी और शुंडु त्सेंपा के साथ चोटियों के शानदार दृश्य के साथ-साथ शानदार झरने देख सकते हैं।

ट्रिप के लिए टिप्स:

  • आप किसी भी मौसम में युमथांग घाटी की ट्रिप पर जाएं, अपने साथ गर्म कपड़े जरूर लेकर जाएं, क्योंकि युमथांग काफी ऊंचाई पर स्थित है और यह किसी भी समय ठंडा हो सकता है।
  • युमथांग में एटीएम नहीं है, इसलिए अपने साथ पर्याप्त केश लेकर चलें।
  • आप जब युमथांग घूमने जायें तो पहले गंगटोक से लाचुंग तक यात्रा करें। यहां पर रात रुकने के बाद सुबह युमथांग की यात्रा पर जायें। क्योकि सीधे एक दिन में युमथांग की यात्रा करना उचित नहीं है।
  • सबसे महत्वपूर्ण बात युमथांग घाटी घूमने के लिए विशेष परमिट की जरूरत होती है, इसीलिए अपनी यात्रा पर जाने से पहले परमिट जरूर प्राप्त कर लें।

आसपास के दर्शनीय स्थल:

युमथांग घाटी के साथ-साथ अन्य कई प्रसिद्ध मंदिर और पर्यटक स्थलों से भरा हुआ है, जिन्हें आप युमथांग घाटी की यात्रा दौरान घूम सकते हैं।

  • हनुमान टोक
  • एमजी रोड
  • ताशी व्यू पॉइंट
  • हिमालयन जूलॉजिकल पार्क
  • गणेश टोक
  • त्सुक ला खंग मठ
  • दो द्रुल चोर्टेन

घूमने जाने का सबसे अच्छा समय:

युमथांग घाटी की यात्रा करने का सबसे अच्छा समय फरवरी के अंत से शुरू होता है और जून तक रहता है। यदि आप युमथांग घाटी को सबसे खूबसूरत रूप में देखना चाहते हैं तो आपको इस दौरान ही युमथांग घाटी गंगटोक की यात्रा करनी चाहिए। हालांकि, यदि आप बर्फ से ढके पहाड़ों के शानदार दृश्य का आनंद लेना चाहते हैं, तो सितंबर-दिसंबर का समय इस जगह की यात्रा के लिए आदर्श होगा। फरवरी से मार्च तक लोसार त्यौहार मनाया जाता है। यह वह समय होता है जब आप स्थानीय लोगों की शानदार सांस्कृतिक शो के साथ खाने-पीने का अनुभव भी ले सकते हैं।

कैसे पहुंचें:

  • यहां पहुंचने का सबसे अच्छा तरीका सड़क मार्ग से यात्रा करना है। युमथांग तक पहुंचने का सबसे अच्छा तरीका गंगटोक से लाचुंग की यात्रा करना है और यहाँ रात रुकने के बाद सुबह जल्दी युमथांग वैली की यात्रा करना है। लाचुंग से, युमथांग की ड्राइव में लगभग 50 मिनट लगते हैं और सड़क रंगीन खिलते हुए फूलों से सुसज्जित है, जो सुखदायक और बेहद खास अनुभव प्रदान करती है।
  • युमथांग घाटी और लाचुंग एक हिल स्टेशन है, इसीलिए पर्यटक आमतौर पर सड़क के माध्यम से यात्रा करना पसंद करते हैं। इस स्थान तक पहुँचने के लिए आप टैक्सी, जीप और बसें प्राप्त कर सकते हैं। गंगटोक सड़क परिवहन सुविधा के साथ लाचुंग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
  • अगर आप फ्लाइट से ट्रेवल करके युमथांग-गंगटोक जाना चाहते हैं, तो इस शहर का अपना हवाई अड्डा नहीं है और इसलिए देश के बड़े शहरों से गंगटोक के लिए सीधी उड़ान संभव नहीं है। गंगटोक का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा बागडोगरा में है, जो नाथू ला पास से लगभग 220 किमी दूरी पर स्थित है। इस हवाई अड्डे के लिए आपको देश के प्रमुख शहरों से फ्लाइट मिल जाएगी।

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