एक्स्पायर्ड ब्यूटी प्रोडक्ट्स को ऐसे करें यूज
एक्स्पायर्ड ब्यूटी प्रोडक्ट्स को ऐसे करें यूज :
आप मेकअप की बहुत शौकीन हैं! ऐसे में आपने बहुत सारे ब्यूटी प्रोडक्ट्स खरीद रखे हैं और वो भी बहुत महंगे-महंगे। लेकिन नियमित रूप से इस्तेमाल नहीं...
जूते-चप्पलों का चयन
जूते-चप्पलों का चयन
मौसम के अनुरूप जूते-चप्पलों व सैंडिलों का चुनाव करना भी एक महत्त्वपूर्ण कार्य है क्योंकि अब पहले का जमाना तो रहा नहीं, जब एक जोड़ी जूते या चप्पल खरीद लिये जाते थे...
गुलाब की खेती कर बनें मालामाल | Gulab Ki Kheti Kaise Kare
गुलाब की खेती (Gulab Ki Kheti Kaise Kare) बहुत पहले से पूरी दुनिया में की जाती है। इसकी खेती पूरे भारतवर्ष में व्यवसायिक रूप से की जाती है। गुलाब के फूल डाली सहित या...
सेल्फी वाला पागलपन
सेल्फी वाला पागलपन : डेंगू, चिकनगुनिया, माइग्रेन, र्केसर जैसी घातक बीमारियों के बीच आज युवा वर्ग में एक और बीमारी वायरल हो रही है। हालांकि यह बीमारी सिर्फ युवा वर्ग तक ही सीमित नहीं...
पुरुषों को उपहार में क्या दें
पुरुषों को उपहार में क्या दें : रिश्तों में करीबी लाने में उपहार अहम् भूमिका निभाते हैं। एक-दूसरे को उपहार देकर हम आनंद का अनुभव करते हैं।
उससे हमें यह अहसास होता है कि हम...
पर्सनेलिटी निखारने के कुछ टिप्स
पर्सनेलिटी निखारने के कुछ टिप्स : पैंडेंट खरीदने से पहले ध्यान दें। चाहे किसी के लिए खरीद रहे हैं या स्वयं के लिए, पतली गर्दन पर छोटे आकार का पैंडेट और मोटी गर्दन के...
कैसे करें कीमती कपड़ों की खरीदारी व हिफाजत
आज का युग भले ही पाश्चात्य सभ्यता को अपनाता जा रहा है परन्तु फिर भी कुछ ऐसे रीति-रिवाज हैं जो सदियों तक ज्यों का त्यों बरकरार रहेंगे। उन्हीं में से एक है विशिष्ट परिधान...
फैशन डिजाइनिंग में बेहतर अवसर
फैशन और उसका प्रारूप अपने अलग व अनिवार्य रूपों में हमेशा से उपस्थित रहा है। प्राचीनकाल से लेकर अब तक वह अपना रूप परिवर्तित करते हुए अधुनातन प्रारूप में न केवल शौक या फैशन,...
नथ के बिना अधूरा है नारी शृंगार
नारी के शृंगार और आभूषणों में सबसे प्रमुख व महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है नासिका आभूषण। साधारण से दिखने वाले चेहरे पर नाक का यह आभूषण चार चांद लगा देता है, यदि चेहरे के आकार...
Bangles: सुहाग का प्रतीक चूड़ियां
Bangles चाहे कोई त्योहार हो या कोई उत्सव, युवतियां अपने श्रृंगार में चूड़ियों को सबसे पहले शामिल करती हैं। वैदिक युग में चूड़ियों को कलाइयों की शोभा मात्र के लिए पहना जाता था लेकिन...