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मस्तिष्क की मौलिक आवश्यकताएं Basic needs of the brain
शरीर को सुचारू रूप से चलाने के लिए मस्तिष्क की भी कुछ जरूरतें होती हैं जिनके पूरा न होने पर इसकी सेहत पर असर पड़ता है। मस्तिक को चुस्त व दुरुस्त बनाने के लिए पोषक तत्वों की जरूरत होती है। पोषक तत्वों के साथ-साथ हमारे मस्तिष्क (दिमाग) के लिए भरपूर पानी और आॅक्सीजन भी जरूरी हैं।

वास्तविक रूप से रक्त संचार के जरिए आॅक्सीजन मस्तिष्क तक पहुंचती है और इसकी भरपूर मात्रा ही दिमाग को चुस्त बनाए रखती है। इसी तरह मस्तिष्क तक तत्वों के परिवहन कार्य में पानी की अहम भूमिका होती है। पानी की कमी के चलते शरीर के साथ-साथ दिमाग को भी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। हमारे सोचने व सीखने की क्षमता और काम करने का ढंग इस बात पर निर्भर करता है कि हमारी आहार शैली कैसी है।

तंदुरुस्त दिमाग के लिए मौलिक तत्व

सोडियम और पोटेशियम हमारे सोचने व समझने की शक्ति को बढ़ाते हैं। शरीर में खनिज तत्वों की कमी के चलते अवसाद, कमजोर याददाश्त और कई तरह के मानसिक रोग होने का खतरा बना रहता है। अपने भोजन में दूध और दूध से बने खाद्य पदार्थ, साबुत अनाज, सूखे मेवे और हरी सब्जियां शामिल करें।

  • शरीर में मौजूद 60 प्रतिशत वसा का उपयोग हमारे मस्तिष्क के द्वारा किया जाता है। बच्चों और बुजुर्गों को पौष्टिक वसा की खास जरूरत होती हैं, क्योंकि वह मस्तिष्क के विकास में अहम भूमिका निभाती है। सभी तरह के वसा स्वास्थ्य के लिए लाभदायक नहीं है। वनस्पति घी (डालडा) स्वास्थ्य के साथ-साथ दिमाग को भी नुकसान पहुंचाता है। कमरे के ताप पर जम जाने वाला वसा शरीर के रक्त संचार को प्रभावित करता है, जिसके कारण मस्तिष्क ठीक तरह से कार्य नहीं करता।
  • शरीर का 20 प्रतिशत काबोर्हाइड्रेट हमारा दिमाग उपयोग करता है। कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन करने से कुछ देर बाद हम बेहतर महसूस करते हैं। रात या शाम के भोजन में कार्बोहाइड्रेट को जरूर शामिल करना चाहिए क्योंकि इससे दिन भर की थकान मिटेगी और नींद भी अच्छी आयेगी। गुड़, शक्कर, अनाज, फल और सब्जियों में कार्बोहाइड्रेट की भरपूर मात्रा होती है इसलिए इनका सेवन फायदेमंद होगा। शरीर में ग्लूकोज की मात्रा को नियंत्रित रखना जरूरी है क्योंकि यही हमारे शरीर और दिमाग को ऊर्जा देने का काम करता है।
  • मस्तिष्क के विकास और सही ढंग से काम करने के लिए शरीर में विटामिन की पर्याप्त मात्रा हो। ‘बी-कॉम्पलेक्स’ समूह के विटामिन हमारे दिमाग को ऊर्जा देने में मदद करते हैं, वहीं एस, सी और ई परिवार के विटामिन अच्छे एंटीक्आॅसीडेंट होते हैं जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता के साथ याददाश्त बढ़ाने में मददगार होते हैं। अनाज, पीले-लाल फल और हरी सब्जियों में विटामिन की भरपूर मात्रा मिलती है। इन्हें अपने आहार में उपयोग करें।
  • प्रोटीन हमें अमीनो एसिड प्रदान करते हैं जिससे मस्तिष्क की कोशिकाएं बनती हैं। इन कोशिकाओं से न्यूरो-ट्रांसमीटर्स बनते हैं, वह मस्तिष्क तक संदेश लाने ले जाने का काम करते हैं । इसके अलावा शरीर में नई कोशिकाओं के निर्माण और टूटी-फूटी कोशिकाओं की मरम्मत के लिए हमें प्रोटीन की जरूरत होती है, इसलिए नाश्ते में भरपूर प्रोटीन का उपयोग करें। यह मस्तिष्क को भी दिन भर सक्रिय रखेगा।

प्रोटीन के लिए दूध, दूध से बने पदार्थ, राजमा, दालें, और सूखी गिरियों को अपने भोजन में उपयोग करें। भोजन में शामिल खनिज तत्व हमारे मस्तिष्क को क्रियाशील बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। हम अपने दिमाग को हर समय सक्रिय व उसकी क्षमताएं बनाए रखने के लिए पोषण जरूरतों एवं मौलिक तत्वों का उपयोग करेंगे तो दिमाग कम्प्यूटर से भी तेज चलने लगेगा। -अनोखी लाल कोठारी

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