बच्चों को फास्ट फूड नहीं, दूध-घी खिलाएं
बचपन में मिला उचित पोषण न केवल आपके शरीर को तंदरूस्त बनाता है बल्कि आपके शरीर की लंबाई और बनावट को भी तय करता है। इसमें कोई दो-राय नहीं कि जीवन की एक ऐसी किताब है जिस पर लिखे गए वाक्य जीवन भर आपका पथ प्रर्दशन करते हैं और नन्हीं आयु में हुई परवरिश आपके शारीरिक विकास में सहायक साबित होती है।
हालांकि, माता-पिता के कामकाजी होने के चलते बच्चों को कई बार पूरा आहार और सही परवरिश नहीं मिल पाती है, जिसके कारण बच्चों की न केवल लंबाई कम रह जाती है बल्कि उन्हें उम्र से पहले चश्मे भी लग जाते हैं। बच्चों को सही खाने के साथ नियमित समय पर खेलने के लिए वक्त देना बहुत जरूरी है। यदि आप भी अपने बच्चे की कम हाइट से परेशान हैं तो आइए, जानते है लंबाई बढ़ाने के घरेलू उपाय के बारे में।
बच्चे की लंबाई का निर्णय मां के पेट में ही हो जाता है। मां का स्वास्थ्य और गर्भस्थ शिशु को मिल रहे पोषण का भी कालांतर में बच्चे की लंबाई पर असर पड़ता है। इसके अलावा गर्भस्थ शिशु को मिले खानदानी जीन्स पर बच्चे की लंबाई निर्भर करती है।
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ज्यादातर बच्चों की लंबाई अपने माता-पिता की औसत लंबाई होती है या फिर लड़की की मां की लंबाई पर और लड़के की पिता की लंबाई के अनुसार बच्चे की बढ़त होती है। लड़कियों में लंबाई बढ़ने की तेजी 8-13 वर्ष की उम्र के बीच आती है और लडकों में 10-15 की उम्र में। धीमी गति से लंबाई 18 से 21 वर्ष तक बढ़ती रहती है।
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कुछ बातों का धैर्यपूर्वक ध्यान रखा जाए तो बच्चा अपनी अनुकूलतम संभावित लंबाई पा सकता है।
खेलकूद है जरूरी:
जिस प्रकार शरीर के लिए भोजन आवश्यक है, ठीक उसी तरह से खेलकूद भी बच्चों के जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। आज के इस दौर में माता-पिता दोनों ही जॉब्स में व्यस्त हैं, जिसके कारण वे बच्चों को उचित वक्त और खेलकूद के लिए बाहर नहीं ले जा पाते। इस कारण न केवल बच्चे तनाव का शिकार हो रहे हैं बल्कि उनकी हाईट भी कहीं न कहीं प्रभावित हो रही है। ऐसे में बच्चों को शाम में कुछ वक्त के लिए बाहर जरूर खेलने के लिए भेजें।
विटामिन डी का रखें ध्यान:
शरीर में पोषक तत्वों की उचित मात्रा आपके शारीरिक विकास में कारगर साबित होती है। खाद्य पदार्थों के बावजूद शरीर में विटामिन-डी उचित मात्रा में होना आवश्यक है। इसके लिए सूरज की रोशनी बच्चों के लिए बेहद जरूरी है। सुबह की सबसे पहली धूप बच्चों के लिए बेहद लाभदायक साबित होती है। आप बच्चों को सुबह पार्क में लेकर जाएं और रनिंग या योगा के माध्यम से उनके शरीर में थोड़ी चुस्ती भरें और साथ ही कुछ वक्त बाहर बिताने से बच्चों को प्राकृतिक रूप से विटामिन डी प्राप्त हो सकेगा, जो उनकी लंबाई को बढ़ाने में मददगार साबित होता है।
साइकलिंग करें:
आजकल के बच्चे मोबाइल और लेपटॉप पर ही अपना समय व्यतीत करने में लगे हैं, जो उनके स्वास्थ्य के विकास में कहीं न कहीं रुकावट पैदा कर रहे हैं। ऐसे में बच्चों को साइकलिंग के लिए कुछ देर बाहर जरूर भेजें, ताकि उनका शरीर एक्टिव हो सके, जो लंबाई को बढ़ाने में कारगर साबित होता है। इससे टांगों और पैरोंं की एक्सरसाईज होने लगती है, जिससे शरीर की मांसपेशियां खुलती हैं, जो बॉडी को नई उर्जा प्रदान करती है और लंबाई धीरे-धीरे बढ़ने लगती है। लंबाई बढ़ाने के घरेलू उपाय के लिए साइकलिंग एक बेहतर चुनाव साबित हो सकता है।
लटकने वाली एक्सरसाइज करें:
लटकने वाले व्यायाम आपके हाथों की मजबूती को बढ़ाते हैं और कलाइयों को इससे खिंचाव मिलता है। इस प्रकार की एक्सरसाइज यदि बच्चे रोजाना करते हैं, तो उनका शरीर शेप में आने लगता है और बॉडी टोन हो जाती है। इस प्रकार के नियमित व्यायाम से बच्चों की लंबाई बढ़ सकती है।
पौष्टिक आहार लें:
खाने में आनाकानी बच्चों के विकास में सबसे बड़ा कारण है। आजकल माता-पिता बैलेंसड डाइट देने लगे हैं, जो बच्चों के लिए काफी नहीं है। इस उम्र में उन्हें हर पौष्टिक तत्व की आवश्यकता है। चाहे दूध हो, दही हो या फिर घी। शरीर को मजबूती प्रदान करने के लिए सभी खाद्य पदार्थों का सेवन जरूरी है। इसके अलावा बच्चे केवल जंकफूड पसंद करने लगे हैं। इससे उनकी लंबाई की बजाय मोटापा तेजी से बढ़ रहा है, यह उनके लिए घातक साबित हो रहा है।
ऐसे में बच्चों को प्रोटीन, कैल्शियम और कार्बोहाइड्रेट्स की आवश्यकता है, जो उनके शरीर के विकास में मददगार साबित होता है। इसके अलावा बच्चों के खाने में हरी और पत्तेदार सब्जियां जरूर शामिल करें। साथ ही, उनके खाने में दूध या दूध से तैयार कोई व्यंजन जरूर बनाकर दें ताकि उनके शरीर का विकास हो सके। बच्चों को सूखे मेवे भी दें और मूंगफली भी खिलाएं ताकि उन्हें सही पोषण प्राप्त हो सके।